जानें अयोध्या में राम मंदिर के लिए किसने दिया सबसे अधिक चंदा, जिसके आगे अडानी-अंबानी भी हैं फेल
नई दिल्ली, BNM News : कथावाचक मोरारी बापू अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण में सबसे बड़े दानदाता के रूप में उभरे हैं। छह दशकों से भी अधिक समय से रामायण का प्रचार-प्रसार कर रहे बापू ने कुल 18.6 करोड़ रुपये की दानसेवा की है। इस सहायता राशि में भारत से 11.30 करोड़, ब्रिटेन और यूरोप से 3.21 करोड़ और अमेरिका, कनाडा और कई अन्य देशों से 4.10 करोड़ का योगदान है। मोरारी बापू ने बताया कि हमने कोरोना काल में अपने भक्तों से मात्र 15 दिनों में लगभग 11.3 करोड़ रुपये जुटाकर राम जन्मभूमि ट्रस्ट को पहले ही सौंप दिए थे। बाकी रकम विदेश से जुटाई गई है। उसे आवश्यक क्लियरेंस सर्टिफिकेट मिल गया है। इस साल फरवरी में जब मैं कथा करूंगा तो राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट को बकाया राशि दे दी जाएगी। कुल मिला कर दानसेवा 18.6 करोड़ रुपये है।
24 फरवरी से तीन मार्च तक अयोध्या में करेंगे कथा
मोरारी बापू इस साल 24 फरवरी से 3 मार्च तक अयोध्या में राम कथा करेंगे। बापू ने यह भी बताया कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने मुझे 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया है। उन्होंने मुझे राम लला के अभिषेक के बाद 24 फरवरी से तीन मार्च तक अयोध्या में कथा करने के लिए भी कहा है। मोरारी बापू ने अयोध्या के नए राम मंदिर में तीन पवित्र ग्रंथों वेद, वाल्मीकि रामायण और गोस्वामी तुलसीदास के रामचरित मानस को नए सिरे से स्थापित करने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वेद भगवान, वाल्मीकि की रामायण और गोस्वामी तुलसीदास की राम चरित मानस को अयोध्या में राम मंदिर में रखा जाना चाहिए।
मेरी रगों में उल्लास दौड़ रहा है
राम काज करते हुए 64 सालों की तपस्या के बाद सम्मानित मोरारी बापू ने राम मंदिर के उद्घाटन पर अपना उत्साह दिखाते हुए बताया कि मेरा दिल खुशी से भरा है क्योंकि राम मंदिर बन गया है। इन दिनों मेरी रगों में उल्लास दौड़ रहा है। मेरा हृदय खुशी से धड़क रहा है। उन्होंने कहा भगवान राम किसी एक संप्र
दाय या एक देश के नहीं, वह तो पूरी दुनिया के हैं।