Ayodhya Ram Mandir: प्रभु श्रीराम के साथ भगवान शिव का भी आशीर्वाद लेंगे पीएम मोदी, जानें क्यों
अयोध्या, BNM News। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रामनगरी में नारायण के प्रिय भगवान शिव का भी आशीर्वाद लेंगे। रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वह रामजन्मभूमि परिसर में स्थित शिव मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। यह शिव मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से संरक्षित स्मारक कुबेर टीला पर स्थित है। अयोध्या का इतिहास विवेचित करने वाले ग्रंथ रुद्रयामल के अनुसार, युगों पूर्व यहां धन के देवता कुबेर का आगमन हुआ था। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि के निकट ही ऊंचे टीले पर शिवलिंग की स्थापना की थी, जिन्हें कुबेरेश्वर महादेव कहा जाता है। राममंदिर निर्माण से पूर्व संतों ने इसी शिव मंदिर में रुद्राभिषेक कर भोले की आराधना की थी।
प्रधानमंत्री कुबेरेश्वर की आराधना करेंगे
22 जनवरी को राममंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, ऐसे में प्रधानमंत्री कुबेरेश्वर की आराधना करेंगे। मोदी सोमवार को साढ़े दस बजे महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से हेलीकाप्टर से साकेत महाविद्यालय में बने हेलीपैड पर उतरेंगे। फिर वह सड़क मार्ग से रामजन्मभूमि जाएंगे, जहां वह करीब साढ़े चार घंटे रहेंगे। इस बीच मंदिर परिसर का अवलोकन, प्राण प्रतिष्ठा, अतिथियों से संवाद, राममंदिर निर्माण करने वाले अभियंता एवं श्रमिकों से भेंट के बाद कुबेरेश्वर महादेव से आशीर्वाद लेकर परिसर से निकलेंगे।
सुरक्षा तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
हेलीपैड से वह एयरपोर्ट पहुंचेंगे। राममंदिर के भूमि पूजन के लिए पांच अगस्त, 2020 को प्रधानमंत्री रामनगरी में करीब तीन घंटे रहे थे। इस बार वह करीब पांच तक घंटे रहेंगे। उनकी सुरक्षा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। एडीजी सुरक्षा रघुवीर लाल ने शनिवार को पुलिस लाइन में फोर्स की ब्रीफिंग की। एसपीजी की टीम यहां कई दिनों से डेरा डाले हुए है। एटीएस के कमांडो भी बड़ी संख्या में रामनगरी पहुंच चुके हैं।