प्राण प्रतिष्ठा के बीच विपक्षी नेताओं ने क्या किया, जानें किस प्रकार दिखाई अपनी धार्मिक निष्ठा
नई दिल्ली, BNM News। अयोध्या के निर्माणाधीन राम मंदिर में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन में विपक्षी नेताओं की मौजदूगी नहीं थी, लेकिन तमाम विपक्षी नेताओं ने भक्ति और अध्यात्म के अपने-अपने तरीके से मर्यादा पुरुषोतम भगवान राम की आराधना की। भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी को जहां असम में प्रशासन ने प्राचीन शंकर देव मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए प्रवेश नहीं करने दिया, वहीं पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपने-अपने राज्यों के मंदिरों में जाकर शीश नवाए तो कुछ ने राम नाम का गुणगान कर अपनी भावनाएं जाहिर कीं।
केजरीवाल जागरण-भंडारे में शामिल हुए, ममता काली मंदिर पहुंचीं
विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए में शामिल आम आदमी पार्टी के प्रमुख व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जागरण और भंडारे में शामिल होकर तो तृणमूल कांग्रेस की मुखिया व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने काली मंदिर में पूजा करने के बाद सर्वधर्म प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया। शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने महाआरती में शामिल होकर सनातन के प्रति अपनी श्रद्धा का संदेश देने की कोशिश की। उद्धव ठाकरे अपनी पत्नी और बेटे आदित्य ठाकरे के साथ नासिक के काला राम मंदिर और गोदावरी घाट पर पहुंचे और भगवान राम के प्रति अपनी निष्ठा का इजहार किया।
सुक्खू शिमला के प्रसिद्ध जाखू हनुमान मंदिर पहुंचे
कांग्रेस नेता व हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला के प्रसिद्ध जाखू हनुमान मंदिर पहुंचे और दर्शन कर हनुमान चालीसा का पाठ किया। उन्होंने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि हनुमान के बिना रामायण अधूरी है। नरम हिंदुत्व को आगे बढ़ाने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स पर अयोध्या समारोह का समर्थन करने में कोई हिचक नहीं दिखाई और कहा कि हम सबके आराध्य प्रभु राम की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर मैं देशवासियों को बधाई देते हुए सभी की समृद्धि और खुशहाली की कामना करता हूं।
अन्य नेताओं ने नहीं की कोई टिप्पणी
बिहार में जदयू नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद नेता लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव, एनसीपी नेता शरद पवार की ओर से किसी तरह की कोई टीका-टिप्पणी नहीं की गई। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने प्राण प्रतिष्ठा पर कुछ भी कहने से गुरेज किया मगर एक्स पर पोस्ट में अपनी भावनाएं जाहिर करते हुए कहा- ‘उस पावन हृदय में बसते हैं सियाराम, जो करता रीति-नीति-मर्यादा का मान।’ एक दूसरे पोस्ट में उन्होंने राहुल गांधी को मंदिर में प्रवेश से रोकने पर बिना नाम लिए सवाल उठाया और कहा कि किसी को भी भगवान के दर्शन करने से रोकने से बड़ा अधर्म और क्या हो सकता है? बसपा प्रमुख मायावती ने प्राण प्रतिष्ठा को लेकर किसी तरह की टीका-टिप्पणी नहीं की।