भारतीय किसान यूनियन ने शहीदी दिवस पर शहीदों को याद कर दी,श्रद्धांजलि,शहीद दिवस पर लोकतन्त्र बचाओ दिवस का लगया नारा ।

 

 

नरेंद्र सहारण कैथल।

भारतीय किसान संघ ने शहीदी दिवस पर शहीदों को याद कर दी,श्रद्धांजलि,शहीद दिवस पर लोकतन्त्र बचाओ दिवस का लगाया नारा।

 

देश में आज शहीद दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष का दूसरा शहीद दिवस भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव की याद में मनाया जाता है। इसी दिन 1931 में युवा स्वतंत्रता सेनानियों को फाँसी पर फाँसी दी गई थी। देश की आजादी के लिए कुर्बान होने वाले अमर शहीदों की शहादत में यह दिन मनाया जाता है। फेंग में चढ़े हुए थे। देश के लिए अपना बलिदान देने वाले इन वीर स्वतंत्रता सेनानियों की याद में हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। इस संस्था पर विभिन्न संस्थाएं और सरकारी और गैर सरकारी छात्र-छात्र-प्रतिनिधि अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

 

 

संयुक्त किसान मोर्चा ने शहीदी दिवस को लोकतंत्र बचाओ दिवस के रूप में मनाया।

 

 

संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रधान गुरनाम सिंह सहारण ने कहा कि हमारे देश को अंग्रेजों से आजाद कराने में जो अनगिनत कुर्बानियां दी गईं, उन्हें भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु घर-घर में जानते हैं। इन तीनों साथियों से हमें आज भी इंकलाब की प्रेरणाएँ मिलती हैं। उन्होंने कहा कि 93 साल पहले 23 मार्च 1931 को सोमन ने उन्हें फाँसी पर लटका दिया था। उन्हें याद है कंपनी कि हम कभी नहीं भूले कि उनके लक्ष्य स्थानपति राज की स्थापना वाली क्रांति थी। एक ऐसी प्रणाली जहां आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक, भाषा, जाति, लिंग के आधार पर किसी भी प्रकार का शोषण भेदभाव की अनुमति नहीं है। ऐसा महान विश्लेषण और किसान-मजदूरों के कठिन संघर्षों से हमें जो स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक अधिकार और मूल्यबोध प्राप्त हुआ था, उन्हें पिछले 75 वर्षों से एक पर एक नष्ट किया जा रहा है। पिछले 10 प्राचीन काल में ऐसा हुआ था। धार्मिक-पूंजीपतियों के साथ भाजपा शासन, अपराधतंत्र और सांप्रदायिकता के विध्वंसक गठजोड़ के रूप में देश को नष्ट कर दिया गया है। किसान, मजदूर कर्ज में डूबकर आत्महत्या कर रहे हैं। करोड़ों युवा रोजगार के लिए दर-दर की जगह ठोकरे खा रहे हैं।

 

 

23 मार्च 2024 जिला कटहल, कलायत संयुक्त किसान ने 23 मार्च को जिला कटहल में अलग-अलग जगह आज भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव दिवस लोक तंत्र बचाऔ दिवस कलायत स्थित किसान चौक पर श्री बन्नी सिंह राणा अध्यक्ष भारतीय किसान संघ जिला दिशा-निर्देश मनाया गया । कलायत में किसान मजदूर संघ द्वारा शहीदो के बलिदान दिवस को लोक तंत्र बचाओ दिवस के रूप में मनाया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग कलायत  के किसान चौंक पर संरक्षक भारतीय किसान संघ संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किसान शहीद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भारतीय किसान संघ के जिला प्रधान गुरनाम सिंह सहारण ने कहा कि देश को आजाद कराने के लिए फांसी का फंदा शहीद भगत सिंह राजगुरु सुखदेव ने किया। लोक तंत्र बचाओ दिवस के अवसर पर गुसाम सिंह सहारण ने कहा कि आज देश में लोक तंत्र खत्म हो गया है और तानाशाह और उसकी टीम लोक तंत्र का गला घोंटना चाहती है और एक देश का किसान अपने कार्यकर्ता मांगो को आज लेकर सड़क पर है। लेकिन तानाशाही देश के किसान मजदुर का हत्यारा, अपराधी, तानाशाही काह कर कलंकित किया जा रहा है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी किसी देश के मित्र को बताया। हम उसकी कड़ी आलोचना करते हैं। संयुक्त किसान मोर्चा देश की जनता से मांग करता है कि किसानों का साथ दे। सभी बीज की खरीद के लिए सी + 50% की दर से एम एस पी की कानून की गारंट, ऋण के माध्यम से किसान-मजदूर को ऋण मुक्ति, बिजली का पाइपलाइन लाभ, केंद्र गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टोनी मिश्रा जो  लखीमपुर खीरी नरसंहार का मुख्य बड़ा आरोपी है। उनके खिलाफ सख्त सजा और अन्य सभी मांगो को लेकर मनरेगा मे दैनिक मजदूरी 600 प्रतिदिन और 200 दिन की नौकरी दी है और मूल अधिकार में शामिल करो सभी देशों के लोगों से समर्थन की मंजूरी की तारीख तय की गई है। किसान श्रमिक, लघु उद्योग, कर्मचारी संघ, पेशेवर से श्रमिक संगठन भी किसानों के लिए है। कार्यकर्ता, वकील पेंशन भोगी कर्मचारीचारी भी किसान आंदोलन के कंधे से कंधा कार्यकर्ता न्याय की मांग कर रहे हैं।

हक-हक अपनी साझीदारी को लेकर सरकार से लड़ने वाले सभी संगठन साथ आए हैं।

 

गुरनाम सिंह सहारण ने कहा कि अब यह सरकार की समिति हित की, सांप्रदायिकता और छोटे समुदाय के लोगों के खिलाफ एकजुट किसान कार्यकर्ता और आम जनता को एकजुट करने की कोशिश कर रही है। ।। रही है जा रही है. मोदी सरकार की लोकतन्त्र मुक्ति की नीति आम जनता से व्यापक रूप से एकजुट होकर वापस लेने की अपील की गई, लोकतन्त्र बचाओ दिवस के मुख्य रूप से गुरनाम सिंह सहारण प्रधान भाई जिला कठाल, कपिल गढ़ी, प्रदीप कृषु, जगदीश कश्यप, बीरा, ऋषिपाल, दयानन्द, क्रोमाएल, पूर्व प्रधान सहारा खाप। शमशेर दुबल, कृष्ण, सुरेन्द्र सिंह चौशाला राजपाल, बलकार कृष्ण सुरसुर सिंह चौशाला, कृष्ण मोर सुना, मौजुद रहे।

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