Bihar Politics: बिहार में मुख्यमंत्री वही, सरकार नई, शपथ के बाद नीतीश कुमार ने कहा- अब कहीं जाने का कोई सवाल ही नहीं
पटना, BNM News : Bihar Politics: बिहार में पिछले कुछ दिनों से चल रही अटकलों के बीच नीतीश कुमार महागठबंधन से नाता तोड़ फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ आ गए। जदयू विधायक दल की बैठक के बाद रविवार की सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ ही बिहार में महागठबंधन सरकार का अंत हो गया औऱ डेढ़ साल बाद फिर से एनडीए की सरकार बन गई। नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के रूप में नौवीं बार शपथ ली।
मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही करेंगे
शपथ ग्रहण करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही करेंगे। साथ उन्होंने यह भी कहा कि अब कहीं जाने का कोई सवाल नहीं है। महागठबंधन सरकार में काम करने में परेशानी हो रही थी। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मुख्यमंत्री सहित आठ अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलाई। जदयू से मुख्यमंत्री सहित चार लोगों ने मंत्री पद की शपथ ली। इनमें विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव व श्रवण कुमार शामिल हैं। भाजपा से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा व डा. प्रेम कुमार तथा हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) से पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय सुमित कुमार सिंह ने शपथ ग्रहण किया।
शपथग्रहण में ये रहे मौजूद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए के जिस नए मंत्रिमंडल ने शपथ ली है, उनमें सभी को मंत्री पद का अनुभव है। सभी नीतीश कुमार के साथ काम कर चुके हैं। शपथ ग्रहण समारोह में विभिन्न दलों के दिग्गज मौजूद रहे। समारोह आरंभ होने के ठीक पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजभवन पहुंचे। केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान, रालोजद के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, राज्यसभा सदस्य, राकेश कुमार सिन्हा, सांसद चंद्रेश्वर चंद्रवंशी, विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा सहित भाजपा-जदयू के कई राजनेता इस मौके पर उपस्थित थे।
जातिगत समीकरण
1. पिछड़ा वर्ग- चार
2. अतिपिछड़ा वर्ग-एक
3. दलित-एक
4. सवर्ण- तीन
किसने क्या कहा
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश जी का हम सम्मान करते थे और आगे भी करेंगे। लेकिन, खेल अभी बाकी है। मैं जो कहता हूं वो करता हूं और मैं कह रहा हूं 2024 में ही जनता दल यूनाइटेड समाप्त हो जाएगा। उन्होंने नई सरकार को बधाई दी और कहा कि वे किसी पर कोई व्यक्तिगत टीका टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। नीतीश कुमार के उधर जाने से हमें कोई दुख या मलाल नहीं है। हम बेहद संयम के साथ सिर्फ यह कहना चाहते हैं कि हमने गठबंधन धर्म का पालन किया है। हम उसी हिसाब से जनता के बीच आगे अपनी बातों को रखेंगे।
राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार के अचानक महागठबंधन छोड़कर भाजपा के साथ जाने से देश हतप्रभ है। लोग जानना चाहते हैं कि 2022 में उन्होंने अचानक भाजपा वाले गठबंधन को क्यों छोड़ा और महागठबंधन में कैसे शामिल हो गए थे। आठ अगस्त 2022 को अपने सभी विधायकों के साथ नीतीश कुमार पैदल ही राबड़ी आवास पहुंचे थे। जहां उन्होंने 2017 में गठबंधन तोड़ने के लिए हाथ जोड़कर राबड़ी देवी से माफी मांगी थी। अब महागठबंधन से निकलने और भाजपा के साथ पुन: जाने का जो कारण नीतीश जी बता रहे हैं, वह सरासर झूठ है।
कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाजवाद के चोले में अवसरवाद का पर्याय बन चुके हैं। आइएनडीआइए को छोड़कर भाजपा के साथ जाने के उनके फैसले से बिहार का गौरवपूर्ण इतिहास भी कलंकित हुआ है। बिहार की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।