बंगाल के संदेशखाली पर विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर भाजपा ने उठाया सवाल
नई दिल्ली, BNM News : बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न पर विपक्षी नेताओं की चुप्पी के खिलाफ भाजपा ने तीखा हमला बोला है। भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस समेत आइएनडीआइए गठबंधन के नेता वोट के लिए महिलाओं के सम्मान की तिलांजलि भी दे सकते हैं। वैसे ममता बनर्जी पर पुलिस की ताकत के जरिये महिलाओं के बर्बर दमन का आरोप लगाने के बावजूद उन्होंने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता इसका उचित जवाब देगी।
राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया
उन्होंने अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा में लोगों की उपस्थिति पर सवाल उठाने को लेकर भी राहुल गांधी को आड़े हाथ लिया और कहा कि प्रभु श्रीराम, राम भक्तों और नौजवानों के प्रति अहंकारी भाषा का प्रयोग स्वीकार्य नहीं है।
रविशंकर प्रसाद ने संदेशखाली में पीड़ित महिलाओं से एसआइटी की टीम के पूछे गए सवालों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि एसआइटी नियमों का उल्लंघन करते हुए पीड़ित महिलाओं को अपमानित करने और उनका साहस तोड़ने का प्रयास कर रही है। ममता बनर्जी का जमीर मर चुका है और एक महिला मुख्यमंत्री होते हुए सिर्फ अपनी राजनीतिक साख बचाने के लिए महिलाओं की इज्जत को दांव पर लगा दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिरकार ममता बनर्जी अभी भी शाहजहां शेख का बचाव क्यों कर रही है।
संदेशखाली में माताओं और बहनों की इज्जत लुटने पर सब खामोश हैं
संदेशखाली पर विपक्षी नेताओं की चुप्पी पर उन्होंने कहा कि माकपा ने अभी तक इसका औपचारिक विरोध नहीं किया है। यही नहीं, हर विषय पर अपनी राय देने वाले राहुल गांधी भी खामोश हैं। चंडीगढ़ मेयर प्रकरण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए उन्होंने कहा कि इस पर सभी विपक्षी नेताओं ने टिप्पणी की, लेकिन संदेशखाली में माताओं और बहनों की इज्जत लुटने पर सब खामोश हैं। क्या संदेशखाली की माताओं, बहनों की इज्जत आपके लिए कोई मायने नहीं रखती है।
प्रदर्शनकारी किसानों से वार्ता का प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश के युवाओं के नशे में डूबे रहने के राहुल गांधी के बयान पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लंबे समय तक उनके परिवार ने यहां राज किया और खुद वे और उनकी मां यहां से सांसद रही हैं। ऐसी अनर्गल बयानबाजी करते हुए उन्हें शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत करने का एक बार फिर प्रस्ताव दिया है। इसके शांतिपूर्ण समाधान पर सहमत होने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए मोदी सरकार ने कितना अधिक काम किया है। विकास ही हमारी वरीयता है।
राम मंदिर के खिलाफ बयान पर प्रहार
रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राम मंदिर के प्रतिष्ठापन पर उद्दंडता से बात नहीं करनी चाहिए। भाजपा को देश की जनता जनार्दन, नौजवानों और रामभक्तों के खिलाफ इस तरह की अहंकारी भाषा का प्रयोग कतई स्वीकार्य नहीं है। कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया था कि 22 जनवरी को अयोध्या के राम जन्मभूमि समारोह में एक भी ओबीसी या आदिवासी उपस्थित नहीं था। यहां तक कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को भी आमंत्रित नहीं किया गया। समृद्ध लोग कार्यक्रम में अवश्य मौजूद थे। वहां केवल अंबानी और अदाणी बैठे थे।