हरियाणा में फिर बजा भाजपा का डंका, 10 में से नौ निगमों में BJP की जीत, कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़ः हरियाणा के नगरीय निकाय चुनाव के रिजल्ट बुधवार को घोषित हुए। भाजपा ने 10 नगर निगम में से 9 में जीत दर्ज की है। कांग्रेस का किसी भी निगम में खाता नहीं खुला। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक में भी कांग्रेस जीत नहीं पाई। इसी तरह सिरसा नगर परिषद में भाजपा का चेयरमैन बना। सिरसा से कांग्रेस की कुमारी सैलजा सांसद हैं।
मानेसर नगर निगम में निर्दलीय डॉ. इंद्रजीत यादव चुनाव जीतीं। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार सुंदर लाल को हराया। इंद्रजीत यादव ने खुद को केंद्रीय राज्यमंत्री और गुरुग्राम से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत की करीबी बताकर प्रचार किया था।
फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल, यमुनानगर, गुरुग्राम और मानेसर में 2 मार्च को वोटिंग हुई थी। अंबाला और सोनीपत में मेयर पद के उपचुनाव के लिए भी इसी दिन मतदान हुआ। इसी दिन 21 नगर पालिकाओं के लिए भी वोट डाले गए। पानीपत में 9 मार्च को वोटिंग हुई।
हरियाणा के 10 नगर निगमों के मेयर चुनाव के नतीजे आ गए हैं। मानेसर निगम में निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. इंद्रजीत यादव ने जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार सुंदर लाल को हराया। इंद्रजीत यादव ने खुद को केंद्रीय राज्यमंत्री व गुरुग्राम से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत के करीबी बताकर प्रचार किया था। वहीं, भाजपा रोहतक, हिसार, करनाल, अंबाला, सोनीपत और फरीदाबाद नगर निगम में मेयर का चुनाव जीत गई है। कांग्रेस सभी निगमों में पिछड़ी गई है।
निगम चुनाव में भाजपा ने जहां पूरा जोर लगाया, जबकि कांग्रेस में उत्साह नजर नहीं आया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनाव प्रचार करने तक नहीं आए। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ही चुनाव प्रचार की कमान संभाली। कांग्रेस विधायक बीबी बतरा व शकुंतला खटक ही अपने हलकों में प्रचार करते दिखे।
मुख्यमंत्री नायब सैनी न केवल मेयर प्रत्याशी का नामांकन कराने आए, बल्कि रोहतक से ही निकाय चुनाव के लिए संकल्प पत्र जारी किया गया। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, मंत्री अरविंद शर्मा, कृष्णलाल पंवार, कृष्ण बेदी, श्रुति चौधरी, विधानसभा के उपाध्यक्ष कृष्णलाल मिड्ढा व पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने प्रचार में भाग लिया।