Capt Fatima Wasim: खून जमाने वाली ठंड में सियाचिन गलेशियर में तैनाती वाली पहली महिला मेडिकल अफसर बनीं फातिमा

जम्मू, बीएनएम न्यूज। कैप्टन फातिमा वसीम (Capt Fatima Wasim) ने सियाचिन ग्लेशियर में आपरेशनल पोस्ट पर तैनात होने वाली पहली महिला मेडिकल अफसर बनकर इतिहास रच दिया है। कैप्टन फातिमा ने सियाचिन ग्लेशियर की खून जमाने वाली ठंड में अग्रिम मोर्चे पर भारतीय सेना के जवानों की सेहत की देखभाल करेंगी। सियाचिन ग्लेशियर को दुनिया में सबसे अधिक ऊंचाई वाले युद्ध स्थल के रूप में जाना जाता है और यह भारत-पाक नियंत्रण रेखा के पास स्थित है।

दुर्गम हालात में देशसेवा करने का अदम्य साहस

सियाचिन बैटल स्कूल में कठोर ट्रेनिंग प्राप्त करने के बाद उन्हें 15,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित आपरेशनल पोस्ट पर तैनाती मिली थी। यह तैनाती कैप्टन फातिमा के अदम्य साहस व दुर्गम हालात में देशसेवा करने के उच्च मनोबल को दर्शाती है। सेना की उत्तरी कमान की फायर एंड फ्यूरी कोर ने एक्स पर एक वीडियो साझा किया है। इस वीडियो में आप फातिमा वसीम को देख सकते हैं।

शून्य से 50 डिग्री तक नीचे चला जाता है सियाचिन ग्लेशियर का तापमान

सियाचिन ग्लेशियर में रहना बहुत मुश्किल है। जनवरी महीने में यहां का तापमान शून्य से 50 डिग्री तक नीचे चला जाता है। ऐसे में वहां पर दुश्मन के सामने डेरा डालने के लिए सैनिकों को मौसम के साथ भी जंग लड़नी पड़ती है। यहां तैनात जवानों में ठंड से होने वाली बीमारियों के साथ फेफड़ों व हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा भी मंडराता है। बर्फ के कारण अंधापन भी हो सकता है। ऐसे हालात में महिला चिकित्सा अधिकारी कैप्टन फातिमा वसीम के कंधों पर सैनिकों को युद्ध लड़ने के लिए हरदम तैयार रखने की एक अहम जिम्मेदारी होगी।

पृथ्वी पर सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है सियाचिन

इसी महीने की शुरुआत में सियाचिन बैटल स्कूल में इंडक्शन ट्रेनिंग पूरी करने के बाद स्नो लेपर्ड ब्रिगेड की कैप्टन गीतिका कौल सियाचिन में तैनात होने वाली भारतीय सेना की पहली महिला चिकित्सा अधिकारी बनीं। सियाचिन भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है। यह पृथ्वी पर सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है। सबसे ऊंचे ग्लेशियरों में से एक पर उनकी पोस्टिंग उनके अटूट दृढ़ संकल्प का प्रमाण है।

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