कैथल में हलवाई की दुकान पर दूसरी बार तोड़फोड़, समझौता होने के बाद युवक ने सीसीटीवी कैमरा तोड़ा

नरेंद्र सहारण, कैथल : Kaithal News : कैथल जिले के रेलवे रोड क्षेत्र में फिर से एक विवादित और चिंताजनक घटना ने स्थानीय स्तर पर चिंता को जन्म दिया है। चौक क्षेत्र में एक हलवाई दुकान पर दोबारा तोड़फोड़ की घटना हुई है, जिसमें दुकान के सीसीटीवी कैमरे को निशाना बनाकर तोड़ा गया। यह घटना उस समय हुई जब पहले ही इस दुकान पर हमला हो चुका था और उस घटना का समझौता भी हुआ था। लेकिन, बीती रात फिर से इसी दुकान पर हमला कर उसकी सुरक्षा व्यवस्था को खतरे में डालने का प्रयास किया गया है।

फिर से तोड़फोड़ और सीसीटीवी का तोड़ना

 

28 मई को रात के समय रेलवे रोड के चौक पर स्थित एक हलवाई की दुकान पर अचानक ही तोड़फोड़ की घटना हुई। दुकान के आसपास मौजूद सीसीटीवी कैमरे को तोड़ने का प्रयास किया गया और साथ ही दुकान के ताले भी तोड़ने की कोशिश की गई।

यह घटना कुछ समय पहले हुई घटना की पुनरावृत्ति थी। इससे पहले 28 मई को एक युवक ने दुकान पर हमला किया था, जिसमें काउंटर के शीशे तोड़ दिए गए थे। उस घटना को लेकर दुकान के मालिक शैंकी ने कहा कि उन्होंने स्थानीय लोगों की मध्यस्थता से समझौता भी कर लिया था।

घटना का सीसीटीवी फुटेज और हमलावर की पहचान

 

बीती रात की घटना का वीडियो पूरी तरह से सीसीटीवी में कैद हो गया है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि एक युवक दुकान के बाहर आया, उसने तुरंत ही सीसीटीवी कैमरे को निशाना बनाया और उसे तोड़ दिया। वीडियो में यह भी स्पष्ट है कि वह व्यक्ति संदिग्ध रूप से हरकतें कर रहा है। दुकानदार बिरहमपाल राणा और राजेश कुमार शैंकी ने बताया कि यह युवक अक्सर चौक के आसपास घूमता रहता है। वह स्थानीय लोगों का कहना है कि यह युवक नशे में धुत्त होकर अक्सर इस तरह की हरकतें करता है।

चौक क्षेत्र की स्थिति और अवैध शराब का कारोबार

 

चौक के पास कई अवैध शराब और मीट की दुकानें खुली हैं। इन दुकानों के कारण यहां नशेड़ी और अपराधी तत्व अक्सर घूमते रहते हैं। इन अवैध कारोबारियों की मौजूदगी से इलाके में असुरक्षा का माहौल बनता है, जो बार-बार विवाद और हिंसा का रूप ले लेता है। दुकानदार बिरहमपाल राणा का कहना है कि इन अवैध दुकानों पर कार्रवाई की जाए, तभी इस इलाके में शांति और सुरक्षा कायम हो सकेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस को चाहिए कि वह इन अवैध गतिविधियों को तुरंत बंद कराए, ताकि ऐसी घटनाओं का फिर से सामना न करना पड़े।

आरोप और मांगें

दुकानदारों का मानना है कि यदि पुलिस इस क्षेत्र में सक्रियता से कार्रवाई करेगी, तो न केवल अवैध शराब की दुकानों को बंद किया जाएगा, बल्कि इस तरह की तोड़फोड़ और धमकियों को भी रोका जा सकेगा।

पुलिस की कार्रवाई और जांच का पहलू

 

एसआई शक्ति सिंह, जो इस मामले की जांच की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, ने बताया कि पुलिस को सूचना मिलते ही तुरंत ही मौके पर पहुंची। उन्होंने कहा कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस ने बताया कि यह घटना न सिर्फ दुकान की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यह क्षेत्र में कानून व्यवस्था के लिए भी चुनौती है। आरोपी युवक की पहचान कर ली गई है, और उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।

आरोपी की गिरफ्तारी

 

सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि हमलावर युवक की पहचान हो चुकी है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है। संभावना है कि जल्द ही आरोपी को हिरासत में लिया जाएगा और उससे पूछताछ की जाएगी।

पूर्व घटना और समझौता: फिर से क्यों हुई घटना?

28 मई को हुई पहली घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस की मध्यस्थता से समझौता हुआ था। उस समय दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामला सुलझाया था। लेकिन, फिर से रात के वक्त वही युवक फिर से दुकान के बाहर आया और तोड़फोड़ करने लगा। यह संकेत देता है कि इस विवाद का समाधान अभी भी अधूरा है, और कुछ तत्व इस इलाके में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

स्थानीय लोगों का मत

 

स्थानीय लोग मानते हैं कि क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है। वे कहते हैं कि यदि अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहेंगी।

अवैध शराब की दुकानें और कानून का उल्लंघन

 

चौक के पास कई अवैध शराब की दुकानें खुली हैं, जिन पर कार्रवाई आवश्यक हो चुकी है। इन दुकानों से नशा फैल रहा है और युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आ रही है। यह स्थिति न केवल क्षेत्र की शांति के लिए खतरा है, बल्कि इससे अपराध और हिंसा के भी आसार बढ़ रहे हैं।

पुलिस का प्रस्तावित कदम

 

पुलिस का कहना है कि यदि इस क्षेत्र में अवैध शराब की दुकानों पर तुरंत कार्रवाई की गई तो इलाके में शांति कायम हो सकेगी। वह आश्वासन देते हैं कि यदि ऐसी दुकानें मिलीं तो उन्हें तुरंत बंद करवा दिया जाएगा।

सामुदायिक जागरूकता और पुलिस की भूमिका

 

यह जरूरी है कि स्थानीय समुदाय जागरूकता बढ़ाएं और पुलिस से सहयोग करें। साथ ही, पुलिस को चाहिए कि वह नियमित रूप से इस इलाके की निगरानी करे और अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए कदम उठाए।

सख्त कानून और कड़ी कार्रवाई

 

अपराधी तत्वों को सबक सिखाने के लिए कानून के तहत सख्त कार्रवाई जरूरी है। इससे न केवल अपराधियों का मनोबल टूटेगा बल्कि इलाके में शांति भी स्थापित होगी।

सामाजिक जागरूकता अभियान

 

स्थानीय प्रशासन और समाजिक संगठन मिलकर नशा मुक्ति अभियान और जागरूकता कार्यक्रम चलाएं। इससे युवाओं को नशे से दूर रखने और अपराध को रोकने में मदद मिलेगी।

सड़क पर शांति और सुरक्षा का संकल्प

 

यह घटना एक चेतावनी है कि यदि हम अपने क्षेत्रों में कानून व्यवस्था और सामाजिक जागरूकता पर ध्यान नहीं देंगे, तो ऐसी घटनाएं बार-बार हो सकती हैं।

सामाजिक जिम्मेदारी और सतर्कता

 

पुलिस, प्रशासन और जनता सभी की जिम्मेदारी है कि वे मिलकर इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करें। अवैध गतिविधियों को रोकने के साथ-साथ, सामाजिक समरसता और कानून का सम्मान भी जरूरी है।

आशा और उम्मीद

 

आशा है कि पुलिस की कड़ी कार्रवाई, समुदाय की जागरूकता और प्रशासन की तत्परता से इस इलाके में फिर से शांति स्थापित होगी। कानून का राज कायम रहेगा, और जनता सुरक्षित रहेगी।

यह रिपोर्ट हम सभी के लिए एक संदेश है कि समाज में शांति, सुरक्षा और कानून का राज बनाए रखने के लिए हमें मिलकर प्रयास करना चाहिए। नशे और अवैध गतिविधियों का अंत ही हमारी समृद्ध और सुरक्षित प्रदेश की पहचान है।

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