साइबर अपराधियों के खिलाफ कारगर हथियार ‘प्रतिबिंब’, जानें कैसे पलक झपकते पकड़े जा रहे अपराधी
नई दिल्ली, BNM News। साइबर अपराधियों के खिलाफ ‘प्रतिबिंब’ पोर्टल कारगर हथियार साबित हो रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के दौरान ही इस पोर्टल की मदद से झारखंड में एक महीने 454 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके परिणाम स्वरूप झारखंड इलाके से होने वाले साइबर अपराध में एक महीने के भीतर ही 20 फीसद से अधिक की गिरावट आई है। ‘प्रतिबिंब’ पोर्टल को को केंद्रीय गृहमंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर (आइ4सी) ने तैयार किया है और इसकी मदद से किसी इलाके में सक्रिय साइबर अपराधियों की रियल टाइम जानकारी उस क्षेत्र के एसपी और एसएचओ को मिल जाती है।
पायलट प्रोजेक्ट के दौरान ही झारखंड में दिखा ‘प्रतिबिंब’ का असर
आइ4सी के सीईओ राजेश कुमार के अनुसार दिसंबर के पहले हफ्ते में झारखंड से कुल 31,228 साइबर अपराध रिपोर्ट हुए थे। लेकिन दिसंबर के पहले हफ्ते से पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किये गए ‘प्रतिबिंब’ पोर्टल के कारण साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद वहां से शुरू होने वाले अपराधों में काफी गिरावट दर्ज की गई। 28 दिसंबर से तीन जनवरी के सप्ताह में कुल 24,264 साइबर अपराध ही रिपोर्ट हुए।
अपराधियों को ढूंढकर उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने में सफल
राजेश कुमार ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट की सफलता से साफ है कि ‘प्रतिबिंब’ साइबर अपराधियों को ढूंढकर उनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करने में सफल रहा है। उनके अनुसार बड़ी संख्या में गिरफ्तारी के बाद जामताड़ा और देवघर जैसे झारखंड के इलाकों में सक्रिय साइबर अपराधियों ने अपनी गतिविधियां बंद कर दी है या वहां से कहीं दूर भाग रहे हैं।
‘प्रतिबिंब’ के कारण दूर बैठे अपराधी को पकड़ना संभव
साइबर अपराधियों को पकड़ने में ‘प्रतिबिंब’ की सफलता का राज बताते हुए राजेश कुमार ने कहा कि अभी तक साइबर अपराध की जांच पीड़ित के स्थान के स्थान पर होता था। दिल्ली पीड़ित अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन में साइबर अपराध की शिकायत करता था। लेकिन दिल्ली के किसी थाने के एसएचओ के लिए सिर्फ एक मोबाइल नंबर के आधार पर झारखंड में छुपे साइबर अपराधी को पकड़ना संभव नहीं था। ‘प्रतिबिंब’ ने इसे अब संभव बना दिया है। राजेश कुमार ने कहा कि ज्वाइंट साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन टीम (जेसीसीटी) के मार्फत झारखंड के एसपी और एसएचओ को बता दिया गया है कि भले ही आपके इलाके में अपराध नहीं हो रहा हो, लेकिन अपराधी आपके इलाके में रहकर अपराध को अंजाम दे रहा है। इसीलिए उसके खिलाफ कार्रवाई आपके लिए आसान है और इसे करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल्द ही ‘प्रतिबिंब’ को पूरे देश में लागू किया जाएगा। इससे देश में कहीं से भी साइबर अपराध करने वालों के उसके मूल स्थान पर ही गिरफ्तार किया जा सकता है।