Delhi Air Quality Today: दिल्ली की आबोहवा फिर बिगड़ी प्रदूषण का स्तर बढ़ा, AQI पहुंचा 374, जानें- मौसम का क्या है हाल

नई दिल्ली, एजेंसी: Delhi Air Quality 8 december  राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता शुक्रवार 8 दिसंबर को बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, शुक्रवार सुबह दिल्ली के आनंद विहार में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 374 था।  इससे पहले गुरुवार को भी राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में बनी रही. SAFAR-India (वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली) के अनुसार, दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गुरुवार सुबह 276 दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 11 दिसंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में बारिश नहीं होने की भविष्यवाणी की है। पूरे शहर में सुबह के समय आसमान साफ ​​रहेगा और हल्के से मध्यम कोहरा रहेगा। दिल्ली में पिछले कुछ हफ्तों से हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ से ‘बहुत खराब’ के बीच देखी जा रही है।

दिल्ली के मौसम का हाल

मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली और आसपास के इलाकों में अगले दो से तीन दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की जाएगी। इसी के साथ, नई दिल्ली में कोहरे का भी कहर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग की मानें तो नई दिल्ली में कल यानी 09 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री रहेगा। वहीं, कल नई दिल्ली में हल्का कोहरा रहेगा। वहीं, 10 दिसंबर यानी रविवार को नई दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 23 डिग्री दर्ज किया जाएगा। वहीं, 10 दिसंबर को नई दिल्ली में कोहासा रहेगा। सोमवार से न्यूनतम तापमान में और कमी दर्ज की जाएगी।

दिल्ली प्रदूषण पर संसद में उठा मुद्दा

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने संसद के अंदर सार्वजनिक स्वास्थ्य और वायु प्रदूषण पर तीखे सवालों का “गोल मोल” जवाब दिया। कांग्रेस सांसद चल ​​रहे शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यसभा में ‘एनसीआर और देश में वायु प्रदूषण’ पर प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री से मिले जवाब का जिक्र कर रहे थे। जयराम रमेश ने सवाल पूछा कि क्या केंद्र 1981 में पारित प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम और राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानकों की समीक्षा पर विचार कर रहा है।

वायु प्रदूषण रोकने केंद्र सरकार ने जारी किया 19711 करोड़ रुपये

इस पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि देश में वायु प्रदूषण की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से 19,711 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। और जो मानक तय किए गए थे, उन्हें परिभाषित करने के लिए देश के 131 शहरों भी पहचान की गई। इन शहरों की पहचान करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा योजनाएं लागू की गईं, हवा में फैलने वाले जहरीले उत्सर्जन, खासकर पीएम 2.5 और पीएम 10 को ध्यान में रखते हुए सभी प्रावधान किए गए। और मैं कहना चाहूंगा कि जो मानक बनाए गए थे इन 131 शहरों में काफी संतोषजनक प्रगति हुई है।” बल्कि मैं तो जयराम रमेश से कहना चाहूंगा कि इन 131 शहरों में जिन नगर पालिकाओं ने अच्छा काम किया, योगदान दिया, उन्हें भी सकारात्मक तरीके से पुरस्कार दिया गया। क्योंकि यह विषय हम सभी के जीवन से जुड़ा है और खासकर स्थानीय नगर पालिकाओं को तो ऐसा करना ही चाहिए. जितना संभव हो सके इसमें भाग लें और जिन्होंने अच्छा काम किया है उन्हें विशेष रूप से मुआवजा दिया जाना चाहिए।” वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 100 तक ‘अच्छा’, 100 से 200 तक ‘मध्यम’, 200 से 300 तक ‘खराब’, 300 से 400 तक ‘बहुत खराब’ और 400 से 500 या इससे ऊपर को ‘गंभीर’ माना जाता है।

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