जौनपुर व मछलीशहर दोनों सीटों पर भाजपा-सपा के बीच सीधी टक्कर, जानें- क्या कहते हैं मतदान के आंकड़े
जौनपुर, बीएनएम न्यूजः लोकसभा चुनाव के छठवें चरण में शनिवार को जौनपुर और मछलीशहर (सुरक्षित) सीट पर मतदान हुआ। मतदाताओं से मिले रुझान में भाजपा और सपा के बीच कांटे की सीधी टक्कर दिख रही है। बसपा की प्रदर्शन इन दोनों सीटों पर फिलहाल लचर ही दिखाई पड़ रहा है। लोग इस बात की चर्चा भी चट्टी- चौराहों पर कर रहे हैं।
मतदान के दिन बूथों को देखकर लगा कि शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं में अधिक उत्साह है। अधिकतर बूथों पर मतदान शुरू होने से पहले ही मतदाताओं की कतार लग गई थी। मुस्लिम बाहुल क्षेत्रों में मतदान को लेकर अधिक उत्साह और जल्दबाजी दिखी।
इसी तरह जौनपुर व मछलीशहर लोकसभा के कुछ मतदाताओं से संभावित स्थिति की पड़ताल की गई तो अधिकतर बूथों पर भाजपा और सपा प्रत्याशी के बीच रोमांचक मुकाबले की तस्वीर सामने आई है। इस बार अनुसूचित जाति के मतदाताओं में चुनाव को लेकर पहले की तरह जोश और उत्साह नहीं नजर आया।
इन दोनों सीटों पर सपा अपने पक्ष में अल्पसंख्यक मतदाताओं के ध्रुवीकरण में कामयाब होते दिखाई दी। जौनपुर सीट पर बसपा प्रत्याशी मौजूदा सांसद स्वजातीय मतों में सेंधमारी का प्रयास तो किया लेकिन उन्हें अपेक्षित कामयाबी मिलती नहीं दिख रही है। भाजपा प्रत्याशी पार्टी के परंपरागत मतदाताओं, सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों व अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं के बूते खुद की स्थिति मजबूत होने का दावा कर रहे है।
जौनपुर में भाजपा-सपा के बीच कड़ा मुकाबला
भाजपा के कृपाशंकर सिंह व सपा के बाबू सिंह कुशवाहा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। सपा का एमवाई समीकरण रंग दिखाता नजर आया। उसे कुछ दलित वोट भी मिले हैं। भाजपा को सवर्ण, ओबीसी और दलितों का साथ मिला है। बसपा के श्याम सिंह यादव दलित मतदाताओं में बिखराव रोकने में बहुत कारगर नहीं हो पाए।
मछलीशहर में सवर्णों की नाराजगी से बढ़ी चुनौती
प्रत्याशी बीपी सरोज से सवर्णों की नाराजगी भाजपा को भारी पड़ सकती है। हालांकि मोदी-योगी के नाम पर वोट पड़े हैं। सपा की प्रिया सरोज काडर वोटबैंक के सहारे मजबूती से चुनाव लड़ी हैं। बसपा के कृपाशंकर सरोज को भी काडर वोट मिलता दिखा।
मछलीशहर में सबसे कम हुआ मतदान
जौनपुर लोकसभा के मल्हनी विधानसभा में मतदाताओं ने जहां बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, वहीं मछलीशहर के लोकसभा के मछलीशहर विधानसभा में सबसे कम वोट पड़े। मल्हनी में 57.12 प्रतिशत तो मछलीशहर में 52.13 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मछलीशहर लोकसभा के पिंडरा विधानसभा में 56.27, मड़ियाहूं में 54.00 प्रतिशत, जफराबाद में 54.4 प्रतिशत केराकत विधानसभा में 55.62 प्रतिशत मत पड़े। इसी तरह जौनपुर लोकसभा में बदलापुर विधानसभा में 56.21, शाहगंज में 56.67, जौनपुर सदर 54.59 व मुंगराबादशाहपुर विधानसभा में 53.15 प्रतिशत मतदान हुआ।
मतदान फीसदी के आकड़ों में मामूली अंतर
जौनपुर में 25 मई को मतदान के बाद रविवार को उसके मतदान फीसदी के आकड़ों के मिलान में मामूली अंतर आया। दूसरे दिन निर्वाचन कार्यालय से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी मतदान फीसदी के आकड़ों का मिलान करते देखे गए।
चुनाव कार्यालय से जारी आंकड़ों के मुताबिक़ एक दिन पहले जौनपुर लोकसभा क्षेत्र में 55.52 फीसदी व मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र में 54.43 था। अब जौनपुर 0.7 व 0.6 फीसदी मत बढ़े हैं। परिवर्तित आकड़ों के अनुसार, जौनपुर लोकसभा क्षेत्र में 55.59 फीसदी व मछलीशहर में 54.49 फीसदी वोट पड़े। प्रशासन के लाख प्रयास के बाद वर्ष 2019 की तुलना में मतदान कम हुआ।