युद्ध समाप्त करने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प ने पुतिन-जेलेंस्की से की लंबी बात, कहा- यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं करेंगे

वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के साथ फोन पर यूक्रेन युद्ध को लेकर बातचीत की। इसमें युद्ध समाप्त करने के लिए तुरंत वार्ता शुरू करने पर चर्चा की गई। हाल में पदभार संभालने वाले ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को जल्द समाप्त करने का वादा किया था और इस पर कूटनीतिक दिशा में यह उनका पहला बड़ा कदम है।

पुतिन और ट्रंप के बीच करीब डेढ़ घंटे बातचीत
इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने और पुतिन ने अपनी-अपनी टीमों को तुरंत बातचीत शुरू करने के लिए कहा है। दोनों देश साथ मिलकर मिलकर काम करेंगे। जेलेंस्की के कार्यालय की ओर से बताया गया कि ट्रंप और जेलेंस्की ने लगभग एक घंटे तक फोन पर बात की। उधर, रूस की ओर से कहा गया गया कि पुतिन और ट्रंप के बीच करीब डेढ़ घंटे बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेता मिलने के लिए सहमत हो गए हैं और पुतिन ने ट्रंप को मास्को आने का निमंत्रण दिया है।
2014 से पहले की सीमाओं पर वापस लौटना संभव नहीं
इससे पहले बुधवार को अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा कि यूक्रेन की 2014 से पहले की सीमाओं पर वापस लौटना संभव नहीं है और अमेरिकी प्रशासन युद्ध के समाधान के रूप में यूक्रेन के लिए नाटो सदस्यता को नहीं देखता है। बुधवार को ब्रुसेल्स में नाटो मुख्यालय में यूक्रेन के सैन्य सहयोगियों की एक बैठक में हेगसेथ ने लगभग तीन साल पुराने युद्ध के लिए नए अमेरिकी प्रशासन के दृष्टिकोण पर अब तक का सबसे स्पष्ट सार्वजनिक बयान दिया। हेगसेथ ने ब्रुसेल्स में नाटो मुख्यालय में यूक्रेन और 40 से अधिक सहयोगियों की एक बैठक में कहा- “हम आपकी तरह एक संप्रभु और समृद्ध यूक्रेन चाहते हैं। लेकिन हमें यह पहचान कर शुरुआत करनी होगी कि यूक्रेन की 2014 से पहले की सीमाओं पर वापस लौटना एक अवास्तविक उद्देश्य है। इस भ्रामक लक्ष्य का पीछा करने से युद्ध लंबा खिंचेगा और अधिक पीड़ा होगी।” युद्ध के शुरुआती महीनों के बाद से कोई शांति वार्ता नहीं हुई है, जोकि अब अपनी तीसरी वर्षगांठ के करीब पहुंच रही है। फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के बाद तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और अधिकांश पश्चिमी नेताओं ने पुतिन के साथ कोई सीधी चर्चा नहीं की थी।
अमेरिकी शिक्षक की रिहाई से संबंध सुधारने में मदद मिलेगी
रूस ने अमेरिकी शिक्षक मार्क फोगेल को रिहा कर दिया है। व्हाइट हाउस ने इसे कूटनीतिक सफलता बताया है, जो मास्को के साथ संबंधों को सुधारने और यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है। ट्रंप ने एक और अमेरिकी की आगामी रिहाई का भी संकेत दिया। हालांकि उन्होंने व्यक्ति की पहचान या उसे जिस देश में रखा गया था उसकी जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि यह कोई बहुत खास होगा। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकाफ पेंसिल्वेनिया के इतिहास के शिक्षक फोगेल के साथ अमेरिका पहुंचे। फोगेल को अगस्त 2021 में गिरफ्तार किया गया था और वह 14 साल की जेल की सजा काट रहे थे। उनके परिवार और समर्थकों ने कहा कि वह चिकित्सकीय रूप से निर्धारित मारिजुआना के साथ यात्रा कर रहे थे और उन्हें गलत तरीके से हिरासत में लिया गया था।
ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज ने कहा कि अमेरिका और रूस ने फोगेल की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए एक आदान-प्रदान पर बातचीत की। यह घटनाक्रम एक संकेत है कि हम यूक्रेन में क्रूर और भयानक युद्ध को समाप्त करने के लिए सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। वहीं, क्रेमलिन ने कहा कि मास्को द्वारा अमेरिकी मार्क फोगेल की रिहाई के बदले में अमेरिका में एक रूसी नागरिक को रिहा कर दिया गया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि आने वाले दिनों में उसके रूस लौटने पर नाम की जानकारी दी जाएगी।
मदद के बदले यूक्रेन से क्रिटिकल मिनिरल्स चाहते हैं ट्रंप
यूक्रेन के खिलाफ रूस को सैन्य अभियान शुरू किए तीन वर्ष होने वाले हैं। इस लड़ाई में यूक्रेन को लगातार पश्चिमी देशों से सैन्य सहायता मिल रही है। अमेरिका से भी बड़े पैमाने पर हथियार और आर्थिक मिलती रही, लेकिन अमेरिका में सत्ता बदलने के बाद स्थितियां बदल गई हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नजर यूक्रेन के विशाल मूल्यवान खनिज संसाधन पर है। वह इस देश की मदद के बदले क्रिटिकल मिनिरल्स (दुर्लभ खनिज) चाहते हैं। उन्होंने इसके लिए यूक्रेन को प्रस्ताव दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को फाक्स न्यूज से कहा कि वह अमेरिकी मदद के बराबर जैसे 500 अरब डालर मूल्य के क्रिटिकल मिनिरल्स चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं समझौता कर सकता हूं और नहीं भी कर सकता हूं। वे किसी दिन रूसी भी हो सकते हैं।’ ट्रंप ने कहा कि वह दुर्लभ खनिजों तक पहुंच के रूप में यूक्रेन को अमेरिका द्वारा प्रदान की गई सहायता के लिए मुआवजा चाहते हैं। उन्होंने युद्ध समाप्त कराने के प्रयास में रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की पहल की है। इधर, ट्रंप के इस बयान के बाद अमेरिकी वित्त मंत्री स्काट बेसेंट बुधवार को कीव पहुंचे। यह माना जा रहा है कि क्रिटिकल मिनिरल्स को लेकर समझौते पर बात हो सकती है।
कीव स्कूल आफ इकोनमी ने बताया कि यूक्रेन में यूरोप का सबसे बड़ा टाइटेनियम भंडार है। इस महाद्वीप के लिथियम भंडार का एक तिहाई हिस्सा इसी देश में है। क्रिटिकल मिनिरल्स कई उच्च तकनीकी उत्पादों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
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