Drivers Strike : वाहनों चालकों की हड़ताल से लोग हुए बेहाल, कामकाज में आई दिक्कत
नई दिल्ली, BNM News : Drivers Protest: हिट एंड रन कानून में सजा को सख्त करने के विरोध में वाहन चालकों की हड़ताल से लोग परेशान रहे। राजधानी दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड समेत विभिन्न् राज्यों में लोगों को कामकाज पर जाने में दिक्कत आई। निजी वाहन चालकों के विरोध के कारण कई जगह सरकारी वाहन भी नहीं चले। दरअसल, नए कानून के तहत टक्कर मारकर भागने और दुर्घटना की सूचना न देने पर चालकों को 10 साल तक की जेल की सजा व जुर्माने का प्रविधान किया गया है। पहले आइपीसी की धारा 304ए (लापरवाही से मौत) के तहत आरोपित को केवल दो साल तक की जेल हो सकती थी।
उत्तर भारत में कामकाज रहा प्रभावित
नए कानून के विरोध में आयोजित तीन दिवसीय हड़ताल का पहले दिन ही जनजीवन पर असर पड़ा। वाहन चालकों ने प्रमुख मार्गों पर भारी वाहन खड़े कर दिए, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ। यात्री बसें न चलने से लोग परेशान दिखे। मप्र में तेल के टैंकर न पहुंचने से तमाम पेट्रोल पंप ड्राई हो गए। उत्तराखंड में नए साल के पहले ही दिन यात्री वाहनों के पहिये थम गए। परिवहन निगम की बसें डिपो में खड़ी रहीं, जबकि निजी बसें, सिटी बसें, टैक्सी-मैक्सी, ट्रक व विक्रमों के पहिये भी थमे रहे। राजस्थान में कई जिलों में एहतियातन रोडवेज बसों का संचालन बंद रहा। चक्का जाम के कारण ट्रकों में आवश्यक सामग्री नहीं पहुंच सकी। बिहार में सरकारी बसों के चालक भी हड़ताल में शामिल रहे। छत्तीसगढ़ में हड़ताल को बस और ट्रक यूनियन का समर्थन नहीं मिला, लेकिन वाहन चालक हड़ताल में शामिल हुए। रायपुर, दुर्ग, सरगुजा, बिलासपुर, बस्तर संभाग में हड़ताल के कारण बस स्टैंडों में सुबह से यात्रियों को परेशान होते देखा गया।
ट्रक चालकों ने आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस पर बनाया दबाव
नए कानून से चिंतित ट्रक चालकों ने आल मोटर इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस सहित अन्य यूनियन पर हड़ताल का दबाव बना दिया है। हरियाणा रोडवेज की बस चालक यूनियन उनके समर्थन में आगे आ रही है। उत्तर प्रदेश रोडवेज बस चालकों ने हड़ताल की घोषणा भी कर दी है। आल मोटर इंडिया ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने कहा है कि हड़ताल की घोषणा से पहले नए कानून की सभी बारीकियों से अवगत होगी। इसके लिए यूनियन के अध्यक्ष अमृत लाल मदान मंगलवार को सभी प्रदेश यूनियन प्रधानों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से वार्ता करेंगे। इसके बाद ही मीडिया को हड़ताल संबंधी जानकारी दी जाएगी।
बाजार पर पड़ने लगा असर
कुछ प्रदेशों के ट्रक चालकों ने अपने स्तर पर हड़ताल की है, जिसका इसका असर दिखाई देने लगा है। दक्षिण हरियाणा की सब्जी मंडियों में सब्जी के दाम एकाएक बढ़ने लगे हैं। प्याज तीन दिन के अंतराल में 30 से बढ़कर 50 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। उद्योगों में भी गुजरात से माल नहीं पहुंचने पर चिंता जताए जाने लगी है। गुरुग्राम और फरीदाबाद में पिछले दो दिन में दिल्ली एनसीआर, हरियाणा सहित उत्तर प्रदेश को छोड़कर अन्य राज्यों से तीस प्रतिशत ट्रक कम पहुंचे हैं। औद्योगिक संगठनों का मानना है कि यदि हड़ताल लंबी चली तो इसके गंभीर असर होने लगेंगे।
अभी संयम बरतें ट्रक चालक
आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के महासचिव नवीन गुप्ता ने कहा कि सूचना मिल रही है कि कई जगह ट्रक चालक नए कानून के विरोध प्रदर्शन में उग्र हो रहे हैं। उनसे संयम बरतने की अपील की है। मंगलवार को आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस निर्णय लेगी कि हड़ताल करनी है या फिर पहले सरकार को कानून के लिए सुझाव दिए जाएंगे।