Earthquake In Delhi NCR: दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 6.1 रही तीव्रता
नई दिल्ली, एजेंसी। Earthquake In Delhi:
दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार दोपहर 2.50 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। झटके का अहसास होते ही लोग घरों से बाहर की ओर निकल पड़े। ऑफिसों में काम कर रहे लोग भी कामकाज छोड़कर इमारतों से बाहर आ गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 रही। भूकंप का केंद्र पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर था। फिलहाल कहीं से भी जान-माल की हानि की सूचना नहीं है। भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर समेत जम्मू-कश्मीर के पूंछ इलाके में भी महसूस हुए। यहां आए पहले भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 मापी गई, जबकि दूसरा भूकंप इससे भी ज्यादा तीव्र था, जिसकी तीव्रता 6.1 रही है।
भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत
अफगानिस्तान में भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई, जिसके झटके उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने इस बारे में जानकारी दी। भारतीय समयानुसार दो बजकर 50 मिनट पर आए भूकंप का केंद्र काबुल से 241 किलोमीटर उत्तर उत्तरपूर्व में था। भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत फैल गई। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई लोगों ने भूकंप के झटके महसूस होने की बात कही। इससे कई लोग घरों से बाहर निकल गए।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
भूकंप आने पर क्या करें और क्या नहीं
1- अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं।
2- अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं। अगर कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें। कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं।
3- अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और उसके अंदर ही बैठे रहें।
4- अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें।
5- मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें। अगर आपके पास कोई सीटी हो तो उसे बजाएं।
6- कोई चारा न होने पर ही शोर मचाएं। शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल जा सकती है।
7- बचाव के लिए घर में हमेशा आपदा राहत किट तैयार रखें