जापान में अभी आ रहे भूकंप के झटके, टूटीं सड़कों से दूरदराज में पहुंचना कठिन , मृतकों की संख्या बढ़ी

टोक्यो, एजेंसी: Japan Earthquake : जापान में नए साल के पहले दिन आए भूकंप में बुधवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है। वहीं, कड़ाके की ठंड और भारी वर्षा के बीच लोग सुरक्षित निकाले जाने का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में बचावकर्मियों की चुनौती बढ़ गई है। भीषण भूकंप में पश्चिमी जापान में इमारतें, वाहन और नावें बड़ी संख्या में क्षतिग्रस्त हुई हैं। सोमवार को 7.6 तीव्रता तक के भूकंप के झटके आए थे। भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी। समुद्र में एक मीटर तक की तरंगें उठ रही थीं। वहां, अभी भी भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं।

तटीक इलाकों में व्यापक तबाही हुई

 

तेज भूकंप से बुनियादी संरचनाओं को काफी नुकसान पहुंचा है। सड़कें क्षतिग्रस्त होने से दूरदराज के इलाकों में बचाव अभियान चलाना मुश्किल हो गया है। संकीर्ण नोटो प्रायद्वीप ने कुछ समुदायों तक पहुंचने में चुनौतियां बढ़ा दी हैं। कुछ क्षेत्रों में पानी, बिजली और सेलफोन सेवा अभी भी बंद है। भूकंप से कितना नुकसान हुआ है दो दिन बाद भी इसका आकलन करना कठिन है। सेटलाइट से ली गईं तस्वीरों में दिखाई पड़ रहा है कि तटीक इलाकों में व्यापक तबाही हुई है। भूकंप के केंद्र के पास स्थित करीब 13 हजार की आबादी वाले शहर सुजू में लोगों के 90 प्रतिशित मकान ध्वस्त हो गए हैं।

भूकंप के बाद 72 घंटे बचाव की दृष्टि से महत्वपूर्ण

 

वहीं, समुद्र तट के पास इशिकावा और उसके आसपास के क्षेत्रों में बुधवार को भी 4.9 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह इलाका टोक्यो से करीब 300 किलोमीटर दूर है। विशेषज्ञों ने भूकंप के बाद 72 घंटे बचाव की दृष्टि से महत्वपूर्ण बताए हैं। जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि हम समय के विरुद्ध जंग लड़ रहे हैं, और इस समय हैं जटिल परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं। वहीं, करीब 33 हजार लोग बचाव केंद्रों पर लाए गए हैं। उनमें से कुछ ने कहा कि हम भूखे और ठंड से सो नहीं पा रहे हैं।

You may have missed