बंगाल में ईडी पर फिर हमला, TMC नेता की गिरफ्तारी पर वाहनों में तोड़फोड़, कांग्रेस ने की राष्ट्रपति शासन की मांग
कोलकाता, BNM News : पश्चिम बंगाल में 16 घंटे के भीतर फिर ईडी पर हमला हुआ है। राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में ईडी द्वारा कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले में शुक्रवार देर रात बनगांव नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन तथा टीएमसी नेता शंकर आढ्य को गिरफ्तार कर ले जाने के दौरान यह घटना घटी है।
ईडी के अधिकारी जब तृणमूल नेता को गिरफ्तार कर ले जा रहे थे, तब उनके समर्थकों ने केंद्रीय एजेंसी के वाहनों पर पथराव किया तथा तोड़फोड़ की। वहीं, पश्चिम बंगाल के एलओपी और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता के उस अस्पताल का दौरा किया जहां घायल ईडी अधिकारी इलाज करा रहे हैं। उन पर कल संदेशखाली में हमला किया गया।
महिलाओं को सामने रखकर भारी विरोध प्रदर्शन
महिलाओं को सामने रखकर भारी विरोध प्रदर्शन किया गया। कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बता दें कि कल जिले के संदेशखाली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर पर छापा मारने पहुंची ईडी की टीम पर उनके समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था। इस घटना में केंद्रीय एजेंसी ने शनिवार को विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि टीएमसी नेता के उकसावे पर हत्या करने के उद्देश्य से उनके अधिकारियों पर हमला किया गया था।
कोलकाता में ईडी के कार्यालय में सुरक्षा बढ़ाई गई
ईडी ने डीजीपी और एसपी को हमले के फुटेज के साथ ईमेल से शिकायत की है। पुलिस ने संदेशखाली हमले के मामले में तीन एफआइआर दर्ज की है। वहीं दूसरी ओर टीएमसी नेता के केयरटेकर की ओर से केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ ही एफआइआर दर्ज कराई गई है। पुलिस ने इस घटना में अब तक 16 लोगों की गिरफ्तार किया है। ईडी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है। कोलकाता में ईडी के कार्यालय में सुरक्षा बढ़ाई गई है।
कांग्रेस बोली- बंगाल में लगे राष्ट्रपति शासन
इस घटना के बाद विपक्ष ने जहां एक ओर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है, वहीं दूसरी ओर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी संकेत दिया है कि वह सभी संवैधानिक विकल्पों पर विचार करेंगे और मामले पर उचित कार्रवाई करेंगे। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हुए कहा कि ईडी अधिकारियों पर हमले हो रहे हैं । राष्ट्रपति शासन लागू करने के लिए यह उपयुक्त केस है। पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है।
टीएमसी ने आरोप किए खारिज
हालांकि, सत्तारूढ़ टीएमसी ने आरोपों को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को उकसाया. यह घटना तब हुई जब ईडी अधिकारियों ने तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के आवास पर छापेमारी की और उन्हें शाहजहां के समर्थकों के हमलों का सामना करना पड़ा। समर्थकों ने अधिकारियों और उनके वाहनों को नुकसान पहुंचाया। शाहजहां को राज्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी सहयोगी माना जाता है। ज्योतिप्रिय मल्लिक को करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने तीन एफआइआर दर्ज की
पुलिस ने संदेशखाली हमले के मामले में तीन एफआइआर दर्ज की है। पुलिस ने इस घटना में अब तक 16 लोगों की गिरफ्तार किया है। कई लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं दूसरी ओर टीएमसी नेता शाहजहां शेख के केयरटेकर की ओर से केंद्रीय एजेंसी के खिलाफ ही एफआइआर दर्ज कराई गई है। शिकायत में कहा गया है कि केंद्रीय एजेंसी ने बिना वारंट के यह तलाशी अभियान चलाया था। इधर ईडी ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाया है। वहीं हमले की घटनाओं के मद्देनजर कोलकाता में ईडी कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाई गई है।
टीएमसी नेता ने खोली थी फारेक्स कंपनी
ईडी ने शुक्रवार देर रात 17 घंटे की पूछताछ के बाद टीएमसी नेता शंकर आढ्य को गिरफ्तार किया। केंद्रीय एजेंसी सूत्रों के मुताबिक टीएमसी नेता के घर से 8:30 लाख रुपये नकदी बरामद की गई है। इसके अलावा कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो राशन घोटाले से जुड़े हुए हैं। ईडी सूत्रों से पता चला है कि टीएमसी नेता शंकर आढ्य की फारेक्स कंपनी है, जिसके जरिए काली कमाई को सफेद किया जाता था। हवाला के जरिए रुपये का लेनदेन होता था। शंकर राशन घोटाले में गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का काफी करीबी बताया जा रहा है।
पुलिस की मदद के बिना नहीं हो सकता हमला : कांग्रेस
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि पुलिस की मदद के बिना यह हमले नहीं हो सकते। केंद्रीय एजेंसी पर हमला काफी गंभीर मामला है, लेकिन प्रदेश की मुखिया ममता बनर्जी चुप्पी साधे हुई हैं। दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा है कि ईडी पर दोबारा हमला बता रहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। राज्य में गणतंत्र की हत्या कर दी गई है। भ्रष्ट टीएमसी नेताओं के उकसावे पर इन घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। माकपा नेता बिकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।
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