West Bengal में फिर ED की कार्रवाई , CRPF की 24 गाड़ियों के साथ टीएमसी नेता के घर पहुंची टीम

पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले से जुड़े मामले में एक बार फिर टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर ईडी
कोलकाता, BNM News: TMC leader Sheikh Shahjahan in Sandeshkhali पश्चिम बंगाल के राशन घोटाले से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता शाहजहां शेख के घर पर पहुची हैं। यह वही TMC नेता हैं, जिनके घर 5 जनवरी को पहुंची ED की टीम पर भीड़ ने हमला किया था। इस बार ईडी की टीम पूरी तैयारी के साथ पहुंची है। उनके साथ CRPF की एक कंपनी भी है। 24 से गाड़ियों में केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवान तैनात हैं। इसके अलावा स्थानीय पुलिस भी मदद के लिए मौके पर मौजूद है।
राशन घोटाले में संदेशखली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के आवास पर ईडी के अधिकारी पहुंचे। दो स्वतंत्र गवाहों से भी पूछताछ की गई। ईडी के आठ अधिकारी बुधवार सुबह शाहजहां के घर पहुंचे। ईडी टीम के साथ 125 केंद्रीय बलों के जवान मौजूद थे। घर के बाहर और आसपास इलाकों में इससे पहले ही कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर इलाके में कई सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ईडी के पहुंचने पर मौके पर बंगाल पुलिस के आला अधिकारी भी पहुंचे थे। ईडी ने मामले की जांच के लिए राज्य पुलिस से दस्तावेज मांगे थे।
ईडी की टीम ने शाहजहां के घर की तलाशी के लिए चाबी मंगवाई थी। सबसे पहले तो राज्य की पुलिस ने कहा कि घर का ताला नहीं तोड़ा जाना चाहिए,इसे चाबी से किसी तरह खोला जाना चाहिए। हालांकि बाद में ताला तोड़ा गया। बताते चलें कि यहीं पांच जनवरी को छापे के दौरान ईडी की टीम पर हमला किया गया था।
पिछली बार छापे में ईडी की टीम पर हमला
दरअसल, इससे पहले 5 जनवरी को ED की टीम तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता शाहजहां शेख के ठिकाने पर पहुंची थी। तब शेख के समर्थकों ने ईडी अधिकारियों पर हमला कर दिया था। इस हमले में ईडी के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षाबलों के वाहनों पर भी तोड़फोड़ की गई थी। बता दें कि ईडी की टीम 24 परगना जिले में स्थित शाहजहां शेख के आवास पर छापा मारने पहुंची थी। इस दौरान 3 अफसर घायल हो गए थे। घायल अधिकारियों में राजकुमार राम, सोमनाथ दत्त और अंकुर गुप्ता शामिल थे।
हत्या के मामले से जुड़ चुका है शाहजहां का नाम
विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि शाहजहां शेख स्थानीय इलाके में कुख्यात है। वह एक हत्या के मामले में प्राथमिकी नामित अभियुक्त था। हालांकि, बंगाल पुलिस शेख को पूरी तरह से क्लीनचिट दे चुकी है। हत्या के मामले के अंतिम आरोप पत्र से शेख का नाम हट चुका है। टीएमसी नेता के खिलाफ 2021 में विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक हिंसा और विपक्षी दलों के उम्मीदवारों और मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप लग चुके हैं। शेख ने 2022 में आखिरी पंचायत चुनाव लड़ा और 34,000 से अधिक वोटों से उत्तर 24 परगना जिले के जिला परिषद का सदस्य चुना गया।
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