ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रियंका गांधी का लिया नाम, कांग्रेसी नेता भड़के

नई दिल्ली, एजेंसी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पहली बार एनआरआई कारोबारी सीसी थंपी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के नाम का जिक्र किया। ईडी ने मामले से संबंधित पहले के आरोपपत्र में उनके पति रॉबर्ट वाड्रा का नाम शामिल किया था। ईडी ने कहा है कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने 2006 में दिल्ली स्थित रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा से हरियाणा के फरीदाबाद में 40 कनाल (पांच एकड़) की कृषि भूमि खरीदी गई और फरवरी 2010 में उसी जमीन को बेचने में उनकी भूमिका का उल्लेख किया गया है। केंद्रीय एजेंसी के आरोपपत्र में प्रियंका गांधी के जिक्र से कांग्रसी नेता नाराज हो गए हैं।

लोगों को मूल मुद्दे से भटकाने की साजिश

चार्जशीट में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के नाम पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि भाजपा डरी हुई पार्टी है। खुद को शक्तिशाली पार्टी समझने वाली और केंद्र में खुद को शक्तिशाली बताने वाले गांधी परिवार से इतना डरते हैं। अंग्रेज भी गांधी से डरते थे और आज की सरकार भी गांधी से डरती है और इसलिए केंद्र सरकार ऐसे मामलों में गांधी परिवार को डालकर लोगों को मूल मुद्दे से भटकाने की साजिश कर रही है।

सरकार बदले की राजनीति में हुई अंधी

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि अभी तो ये शुरुआत है चुनाव से पहले देखिए ये लोग और क्या-क्या करते हैं? ये लोग पहली बार थोड़ी न कर रहे, जब चुनाव आता है ये इसी तरह के षड्यंत्र रचते हैं तो इन्हें रचने दीजिए। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार बदले की राजनीति में अंधी हो गई है। ये राजनीतिक प्रतिशोध के कारण हो रहा है।

वाड्रा और थंपी के बीच लंबा और गहरा रिश्ता

ईडी ने अपने बयान में कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली स्थित एक रियल एस्टेट एजेंट के माध्यम से हरियाणा में जमीन खरीदी, जिसने एनआरआई व्यवसायी सीसी थम्पी को भी जमीन बेची। ईडी ने आगे आरोप लगाया कि वाड्रा और थंपी के बीच एक ‘लंबा और गहरा’ रिश्ता है जो ‘सामान्य और व्यावसायिक हितों’ तक फैला हुआ है। इस मामले में भगोड़ा हथियार डीलर संजय भंडारी शामिल है। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा कानूनों और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने की जांच चल रही है। वह 2016 में भारत से ब्रिटेन भाग गया। आरोपी सूत्रधारों में थंपी और ब्रिटिश नागरिक सुमित चड्ढा शामिल हैं।

जमीन बेची और फिर खरीद लिया

ईडी ने आरोपपत्र में आरोप लगाया है कि एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा ने रॉबर्ट वाड्रा और थंपी दोनों को संपत्तियां बेचीं। उसने हरियाणा में जमीन खरीद के लिए नकद हासिल किया और वाड्रा ने बिक्री के लिए पूरी राशि का भुगतान नहीं किया। पाहवा ने 2006 में प्रियंका गांधी को कृषि भूमि भी बेची और 2010 में उनसे इसे वापस खरीद लिया। इस बीच एक प्रेस ने लंदन में एक संपत्ति की खरीद के संबंध में भी वाड्रा का उल्लेख किया जो जांच का हिस्सा है। प्रेस नोट में कहा गया है कि इस मामले में जांच के दौरान पाया गया कि सीसी थंपी और रॉबर्ट वाड्रा के बीच एक लंबा और गहरा रिश्ता मौजूद है। उनके बीच न केवल व्यक्तिगत और सौहार्दपूर्ण संबंध हैं, उनके बीच बल्कि सामान्य और समान व्यावसायिक हित भी पाए जाते हैं।”

 

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