Lok Sabha Election 2024 Date: लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान आज, सात चरणों में हो सकती है वोटिंग, जानें आचार संहिता लगने से क्या बदलेगा
नई दिल्ली, BNM News: चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024 Date Announce) के लिए आज तरीखों का ऐलान करेगा। चुनाव की तारीखों के साथ ही आचार संहिता लागू हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, सात से आठ चरणों में चुनाव कराए जा सकते हैं। दिल्ली के विज्ञान भवन में दोपहर 3 बजे मुख्य चुनाव आयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। लोकसभा के साथ 4 राज्यों- आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनाव की तारीखें भी आज तय होंगी। लोकसभा की 543 सीटों पर 7 फेज में वोटिंग हो सकती है। 15 से 18 अप्रैल के बीच पहले फेज के लिए, जबकि आखिरी फेज में 19 मई को वोटिंग हो सकती है। 23 मई को रिजल्ट संभव है। चुनाव आयोग ने लोकसभा और चार विधानसभा चुनावों के लिए 3.4 लाख केंद्रीय बलों की मांग की है। आयोग 97 करोड़ मतदाताओं के लिए देशभर में करीब 12.5 लाख मतदान केंद्र बना सकता है।
2024 में 97 करोड़ वोटर्स, 2 करोड़ नए मतदाता जुड़े
2024 लोकसभा में 97 करोड़ लोग वोटिंग कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने 8 फरवरी को सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के वोटर्स से जुड़ी स्पेशल समरी रिवीजन 2024 रिपोर्ट जारी की थी।आयोग ने बताया कि वोटिंग लिस्ट में 18 से 29 साल की उम्र वाले 2 करोड़ नए वोटर्स को जोड़ा गया है। 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या में 6% की बढ़ोतरी हुई है। चुनाव आयोग ने कहा- दुनिया में सबसे ज्यादा 96.88 करोड़ वोटर्स लोकसभा चुनावों में वोटिंग के लिए रजिस्टर्ड हैं। साथ ही जेंडर रेशो भी 2023 में 940 से बढ़कर 2024 में 948 हो गया है।
कितने चरणों में हो सकते हैं चुनाव?
माना जा रहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव 7-8 चरणों में हो सकते हैं. 2019 में चुनाव आयोग ने 7 चरणों में चुनाव कराए थे. जबकि 2014 में 7 अप्रैल 2014 से 12 मई 2014 के मध्य 9 चरणों में चुनाव हुए थे. जबकि नतीजे 16 मई को आए थे.
क्या होती है आदर्श आचार संहिता?
चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए संवैधानिक अधिकार के तहत आदर्श आचार संहिता लागू करती है. इसके तहत राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के लिए कुछ मानदंड तय किए जाते हैं. आचार संहिता का उद्देश्य सभी के लिए समान अवसर तैयार करना है.
आचार संहिता लागू होने के बाद क्या क्या बदल जाएगा?
- -आचार संहिता लागू होने के बाद सरकारी योजना की घोषणा या फिर शिलान्यास पर रोक रहेगी।
- – लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद सरकारी अधिकारियों को छोड़कर कोई भी शिलान्यास या किसी भी प्रकार की परियोजनाओं या योजनाओं को शुरू नहीं कर सकता।
- – आचार संहिता के दौरान चुनावी प्रक्रिया से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी अधिकारियों/कर्मचारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग पर रोक रहेगी। केवल चुनाव आयोग की इजाजत पर अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग हो सकती है।
- पार्टी की उपलब्धियों के विज्ञापन सरकारी खर्च पर नहीं दे सकते।
पिछली बार 7 चरणों में हुए थे चुनाव
2019 में लोकसभा चुनाव सात चरणों में करवाए गए थे। पिछली बार 10 मार्च को चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान किया था। पहले चरण की वोटिंग 11 अप्रैल और आखिरी चरण के लिए 19 मई को वोटिंग हुई थी। नतीजे 23 मई को आए थे। उस चुनाव के वक्त देश में 91 करोड़ से ज्यादा वोटर्स थे, जिनमें से 67 फीसदी ने वोट डाला था।
2019 में क्या रहे थे नतीजे
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 2014 से भी बड़ी जीत हासिल की थी। 2014 में भाजपा ने 282 सीट जीती थी, जबकि 2019 में 303 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं, एनडीए ने 353 सीटें हासिल की थी। भाजपा को 37.7 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि एनडीए ने 45% वोट हासिल किए थे। कांग्रेस 52 सीटों पर ही जीत सकी थी।
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