भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही भड़कीं गाजियाबाद की मेयर, पार्षद को कहा- बेटा, गर्दन अलग कर दूंगी
गाजियाबाद, BNM News। दिल्ली के करीब गाजियाबाद में नगर निगम बोर्ड की बैठक में बवाल हो गया। यहां निर्माण कार्य में एक पार्षद ने नाम लिए बिना 30 लाख के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया तो मेयर सुनीता दयाल भड़क गईं। उन्होंने पार्षद की गर्दन कटवा देने की धमकी तक दे दी। मामला बढ़ता देख नगर आयुक्त को हस्तक्षेप करना पड़ा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इससे पहले भी कई बार मेयर सुनीता दयाल के नाराज होने और भड़कने की बात सामने आ चुकी है।
सड़क बनाने की जमीन को लेकर भ्रष्टाचार का मामला
दरअसल, नगर निगम की बोर्ड बैठक में गाजियाबाद के पार्षद कई मसलों को उठा रहे थे। इस दौरान भाजपा पार्षद सचिन डागर ने वॉर्ड- 67 में बाबू जगजीवन पार्क का मामला उठाया। उनका कहना था कि एक सड़क बनाने के लिए 12 वर्ग गज जमीन पर सड़क बनी थी, जबकि यहां करीब 30 वर्ग गज जमीन पार्क बनाने के लिए दे दी। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए मामले में 30 लाख रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया। इस पर गुस्साई गाजियाबाद की मेयर सुनीता दयाल ने कहा कि अगर मुझ पर गलत आरोप लगाया तो गर्दन अलग कर दूंगी। इसको लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ। बाद में नगर आयुक्त ने कार्यकारिणी की बैठक को 1:45 मिनट पर स्थगित करा दिया।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में मेयर कह रही हैं कि ‘बेटा सुनो, गर्दन अलग कर दूंगी। नाम ले रहा ऐसा… 30 लाख कैसे… रिकॉर्ड हो रहा है हो जाए। किसे दे दिए…. वो बताए तो सही किसे दिए 30 लाख। अगर मेरे किसी अधिकारी को दे दिए तो सस्पेंड होगा ये मैं कह रही हूं आज। हंड्रेड पर्सेंट सस्पेंड होगा।’ इस दौरान पार्षद लगातार सफाई देते भी देखे जा सकते हैं। उन्होंने अपने आरोप में किसी का नाम नहीं लिया था। मेयर के गुस्साने पर वह लगातार अपने बचाव में कहते रहे कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। इसके बाद मामले को शांत करने के लिए निगम आयुक्त को हस्तक्षेप करना पड़ा। नगर निगम की बोर्ड बैठक हंगामे वाली रही और इस दौरान कई बार नोकझोंक देखने को मिली। पूरी बैठक के दौरान नगर निगम अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे।
सपा ने भाजपा पर निशाना साधा
इसे लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) ने भाजपा पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा कि भाजपाई धमकी देने में नंबर 1 हैं। सपा ने घटना को शर्मनाक बताया है। सपा ने सवाल किया कि योगी आदित्यनाथ अपने नेताओं को अनुशासन का पाठ कब पढ़ाएंगे?
गाजियाबाद के नाम बदलने का प्रस्ताव
बता दें कि मंगलवार को गाजियाबाद नगर निगम बोर्ड की बैठक करीब 11 बजे से शुरू हुई थी। मीटिंग में 48 प्रस्ताव पेश किए गए थे और सभी को मंजूरी भी मिली। गाजियाबाद का नाम बदलने का भी प्रस्ताव मीटिंग में रखा गया। पार्षद राजीव शर्मा, अजय शर्मा ने शहर का नाम गजप्रस्थ, दूधेश्वर नगर, हरनंदी, गजधाम रखने का प्रस्ताव रखा। मेयर ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन के पास भेजने की बात कही है।