घिरी गाजा सिटी में जल्द शुरू हो सकता है जमीनी हमला

यरुशलम, News: इजरायल पर हमास के हमले के एक महीने पूरे हो चुके हैं। इस एक महीने ने पश्चिम एशिया की सूरत बदलकर रख दी है। सात अक्‍टूबर को हमास के खतरनाक हमले के बाद इजरायल ने बदला लेने की कसम खाई। करीब 10000 लोगों की मौत गाजा में हो चुकी है।

इसी के साथ इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में आमजनों के लिए उत्तरी और दक्षिणी हिस्से का सड़क संपर्क खत्म कर दिया। अब किसी एक हिस्से के लोग दूसरे हिस्से में नहीं जा सकेंगे। साथ ही गाजा सिटी को घेरे इजरायली सेना अब किसी भी क्षण शहर में घुसकर कार्रवाई शुरू कर सकती है। गाजा पट्टी के इस सबसे बड़े शहर में घात लगाए बैठे हमास के लड़ाकों से इजरायली सैनिकों की आमने-सामने की लड़ाई होनी तय है। इस लड़ाई में बड़ी संख्या में लोगों के मारे जाने की आशंका है।
इजरायली सेना ने जब गाजा पट्टी के उत्तरी भाग को दक्षिण से अलग किया, उस समय कुछ घंटों के लिए दोनों हिस्सों का संचार संपर्क भंग हो गया लेकिन बाद में मोबाइल और लैंडलाइन नंबर मिलने लगे। इजरायली सेना दो हफ्तों से गाजा पट्टी के उत्तरी भाग की फलस्तीनी आबादी को दक्षिणी भाग में जाने के लिए कह रही थी। उत्तरी भाग से करीब दस लाख लोगों के विस्थापन के बाद भी वहां पर करीब तीन लाख लोग बचे हैं। आबादी का बड़ा हिस्सा गाजा सिटी में रह रहा है। गाजा सिटी पर हवाई हमलों और टैंकों-तोपों से लगातार गोलाबारी के बाद अब इजरायली सैनिक किसी भी क्षण शहर में प्रवेश कर सकते हैं और वहां पर सीधी लड़ाई शुरू हो सकती है। इजरायली सेना का लक्ष्य इस सबसे बड़े शहर में हमास के ठिकानों को नष्ट करना है।

हमास के सुरक्षा प्रमुख जमाल मूसा के मारे जाने की भी सूचना

इजरायल के ताजा हवाई हमलों में गाजा सिटी और उसके नजदीक के दो कस्बों में 75 लोग मारे गए और 106 घायल हुए हैं। इजरायली सेना की कार्रवाई में हमास के सुरक्षा प्रमुख जमाल मूसा के मारे जाने की भी सूचना है। जबकि पूर्वी यरुशलम में फलस्तीनी युवक द्वारा इजरायली सुरक्षा बल के एक जवान की धारदार हथियार से हत्या और दूसरे को घायल करने से वेस्ट बैंक में तनाव बढ़ गया है। इसके बाद इजरायली सुरक्षाकर्मियों ने कार्रवाई करते हुए वहां पर इस्लामिक संगठन के चार लड़ाकों को मार गिराया है।

गाजा पट्टी में मरने वालों की संख्या दस हजार के पार

इस बीच इजरायली हमलों में गाजा पट्टी में मरने वालों की संख्या दस हजार को पार कर गई है, मरने वालों में चार हजार से ज्यादा बच्चे हैं। गाजा में जमीनी कार्रवाई शुरू होने के बाद से हमास के जवाबी हमलों में इजरायल के भी 30 सैनिक मारे गए हैं। इस बीच अमेरिका ने माना है कि गाजा में इजरायली कार्रवाई में बड़ी संख्या में आमजन मारे गए हैं। जार्डन ने कहा है कि गाजा में लड़ाई खिंचती है और इजरायल सैन्य और नागरिक ठिकानों में अंतर नहीं करता है तो वह (जार्डन) भी अपने विकल्पों पर विचार करेगा। विदित हो कि 1967 में जार्डन इजरायल से युद्ध कर चुका है।

संयुक्त राष्ट्र के 88 कर्मी मारे गए

गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में विभिन्न क्षेत्रों में सेवा और सहायता कार्य कर रहे संयुक्त राष्ट्र के 88 अधिकारी-कर्मचारी मारे गए हैं। वैश्विक संस्था के इतिहास में किसी एक युद्ध में मारे गए कर्मियों की यह सबसे बड़ी संख्या है। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा की स्थिति को नारकीय बताया है। वहां पर इजरायली हमलों में ध्वस्त हुए भवनों के मलबे में बड़ी संख्या में शव दबे हुए हैं और उनकी बदबू वातावरण को प्रदूषित कर रही है। आठ अक्टूबर से घिरी गाजा पट्टी में खाद्य सामग्री, पानी और दवाओं की भारी किल्लत है। डीजल-पेट्रोल की बूंद भी मयस्सर नहीं है। ऐसे में आमजन के जीवन का एक-एक मिनट भारी पड़ रहा है।

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