Haryana Assembly Elections 2024: चुनाव में ईवीएम और प्रशासनिक दुरुपयोग के आरोपों पर कांग्रेस पहुंची हाई कोर्ट
नरेन्द्र सहारण , चंडीगढ़: Haryana Assembly Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद कांग्रेस पार्टी ने अपनी हार का ठीकरा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और प्रशासनिक दुरुपयोग पर फोड़ा है। चुनाव आयोग द्वारा इन आरोपों को खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस ने अब पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चौधरी उदयभान, पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल और अन्य पार्टी नेताओं ने वीरवार को एडवोकेट केसी भाटिया के माध्यम से यह याचिका दाखिल की।
22 नवंबर की समयसीमा से पहले दाखिल की गई याचिका
हरियाणा कांग्रेस को चुनाव परिणामों पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए 22 नवंबर तक का समय दिया गया था। समय सीमा समाप्त होने से पहले दाखिल इस याचिका को हाई कोर्ट ने स्कूटनी के लिए स्वीकार किया है। इस मामले पर अगली सुनवाई पांच दिसंबर को होगी। कांग्रेस का दावा है कि विधानसभा चुनाव में उनकी जीत तय थी, लेकिन अंतिम समय में अचानक नतीजे बदल गए।
ईवीएम और प्रशासनिक दुरुपयोग के आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने अधिकारियों का दुरुपयोग कर चुनाव में धांधली की। चौधरी उदयभान ने कहा कि ईवीएम के माध्यम से चुनाव परिणामों में हेरफेर किया गया। पार्टी का दावा है कि जिन क्षेत्रों में ईवीएम की बैटरी 90 प्रतिशत से अधिक थी, वहां कांग्रेस उम्मीदवार हार गए और भाजपा के प्रत्याशी विजयी हुए।
चुनाव में अनियमितताओं का दावा
कांग्रेस के मुताबिक, चुनाव के दौरान कई प्रकार की अनियमितताएं हुईं। पार्टी की ओर से करण सिंह दलाल की अध्यक्षता में एक आठ सदस्यीय कमेटी बनाई गई, जिसने सभी नेताओं और प्रत्याशियों के साथ चर्चा की। हारे हुए प्रत्याशियों ने चुनाव में हुई गड़बड़ियों के पुख्ता सबूत भी कमेटी को सौंपे हैं, जिन्हें अब अदालत में पेश किया जाएगा।
चौधरी उदयभान ने यह भी कहा कि चुनाव के नतीजे घोषित होने से पहले ही प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया को एक मोबाइल संदेश मिला था, जिसमें दावा किया गया था कि कांग्रेस 14 सीटों पर हार जाएगी। इस संदेश को कांग्रेस ने चुनाव में गड़बड़ी का स्पष्ट प्रमाण बताया है।
कांग्रेस की संभावित जीत पर संदेह
कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि अगर चुनाव में धांधली नहीं होती, तो पार्टी कालका, खरखौदा, असंध, राई, सफीदों, उचाना कलां, बाढ़ड़ा, दादरी, महेंद्रगढ़, होडल, बड़खल, गोहाना और नरवाना जैसे विधानसभा क्षेत्रों में निश्चित रूप से जीतती। कई सीटों पर हार का अंतर बेहद कम रहा है, जिसे कांग्रेस ने साजिश बताया है।
चुनाव आयोग पर सवाल
कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर भी पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। चौधरी उदयभान ने कहा कि चुनाव आयोग ने हमारी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग राज्य सरकार के इशारों पर काम कर रहा है। चुनाव आयोग द्वारा उनकी आपत्तियां खारिज किए जाने के बाद, कांग्रेस के पास हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा था।
उम्मीद है अदालत से मिलेगा न्याय
कांग्रेस को उम्मीद है कि हाई कोर्ट में इस मामले पर निष्पक्ष सुनवाई होगी और उन्हें न्याय मिलेगा। पार्टी का कहना है कि वह ईवीएम हैकिंग और प्रशासनिक दुरुपयोग के सभी सबूत अदालत के सामने पेश करेगी।
चौधरी उदयभान ने कहा कि यह मामला न केवल चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता का है, बल्कि लोकतंत्र की रक्षा से भी जुड़ा है। कांग्रेस पार्टी ने अदालत से न्याय मिलने की उम्मीद जताई है और कहा है कि वह हरियाणा के मतदाताओं के साथ हुए अन्याय को सामने लाएगी।
आगे की राह
हाई कोर्ट में पांच दिसंबर को होने वाली सुनवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। यह मामला न केवल हरियाणा की राजनीति में हलचल पैदा कर सकता है, बल्कि ईवीएम और चुनावी प्रक्रियाओं पर भी देशव्यापी बहस को बढ़ावा दे सकता है। कांग्रेस की यह याचिका एक बार फिर चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और ईवीएम की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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