हरियाणा बोर्ड 10वीं का रिजल्ट जारी,36 सरकारी आरोही मॉडल स्कूल ने मारी बाजीl

 

 

नरेन्द्र सहारण चंडीगढ आरोही मॉडल स्कूल 2012 में स्थापित हुए थे अपने स्थापना दिवस से ही इन 36 स्कूलों ने शिक्षा के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान रचे हैं। चाहे बात वार्षिक परीक्षा परिणाम की हो या NEET, JEE, बुनियाद, सुपर 100 इत्यादि प्रतियोगी परीक्षाओं की हो। इन स्कूलों का परचम हमेशा ही बुलंद रहा है। इन विद्यालयों का वार्षिक परीक्षा परिणाम आसमानों को छूता है। तथा यह विद्यालय पिछले 13 वर्षों से हरियाणा के टॉप 10 में जगह बनाए हुए हैं। अनेकों बार तो आरोही विद्यालयों को सर्वोत्तम परीक्षा परिणाम के लिए माननीय शिक्षा मंत्री द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है । यह परिणाम आरोही स्कूल उस अवस्था में दे रहे हैं । जब यहां पर आरंभ से ही शिक्षकों का अभाव रहा है। यह बात जानकर शिक्षा जगत को अति हैरानी होगी कि इन विद्यालयों में आज तक कोई भी Regular PGT अध्यापक नहीं है । बावजूद इसके इन विद्यालयों के Contractual अध्यापक कक्षा 6 से लेकर और बारहवीं तक सभी विषय पढ़ाकर पूरे हरियाणा में निजी स्कूलों से भी बेहतर परिणाम दे रहे हैं। चलिए अब बात करते हैं वार्षिक परीक्षा परिणाम 2023-24 की जहां तक देखा जाए कि वार्षिक परीक्षा परिणामों में हरियाणा के निजी स्कूल हमेशा बाजी मारते हैं परंतु उन निजी स्कूलों को राजकीय आरोही विद्यालयों ने हमेशा ही टक्कर देने का कार्य किया है। इस बार भी

आरोही विद्यालय कहीं न कहीं संस्कृति मॉडल स्कूलों को भी पीछे छोड़ते हुए नजर आ रहे हैं।

 

दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में जो आरोही विद्यालय अव्वल रहे।

आरोही स्कूल छाजपुर 100%, नारायणगढ़ 95%, उकलाना 98%, geong 100%, कन्हेरी 100%, सिवानी खेड़ा 100%, अली ब्राह्मण 88%, रामगढ़ पांडवा 100% ,Dulat 100%, घेसो खुर्द 100%, खेड़ी लोहचाब 100%, सोंगरी 97%, जलालाना 97%, अग्रोहा 100%, भिवानी रोहिल्ला 100%, हसनपुर 100%, नाथूसरी चौपटा 96%, कालूआना 95%, मोहम्मदपुरिया 100%, रामगढ़ 92%, Ghirai 98%, गैबीपुर 100%, खारी सुरेरा 100%, लाडियाका 100%, सरवरपुर 95%, मंडाना 100%, रेवासन 95%, झिरी 100% रहा।

 

इसी प्रकार कक्षा 12वीं का परिणाम इस प्रकार रहा।

आरोही स्कूल छाजपुर 98% नारायणगढ़ 100% उकलाना 94 Geong 100%, सिवानी खेड़ा 100%, अली ब्राह्मण 100%, रामगढ़ पांडवा 100, Dulat 98%,घेसों खुर्द 90%, खेड़ी लोहचाब 97%, जलालाना 100%, अग्रोहा 100%, भिवानी रोहिल्ला 100%, हसनपुर 97%,नाथूसारी चौपटा 87%, कालूआना 91%, मोहम्मदपुरिया 95 %,रामगढ़ 100%, Ghirai 94%, खारी सुरेरा 86% ,लाडियाका 95%, सरवरपुर 97%, मंडाना 100%, रेवासन 82%, झिरी 98% रहे।

 

बीते वर्ष आरोही स्कूल स्टाफ एसोसिएशन मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिली थी। उस समय वित्त व स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जल्दी नियमितीकरण व अन्य मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोही स्टाफ के नियमितीकरण प्रक्रिया को त्वरित करने का मामला, जो 15 फरवरी 2024 से प्रक्रियाशील है (फ़ाइल संख्या 61970), योजना और वित्त विभाग के साथ लंबित है। एसोसिएशन के राज्य समन्वयक मनोज मोर ने कहा कि सरकार अपने वादे जल्द पूरा करे ताकि शिक्षक, गैर शिक्षक स्टाफ का भविष्य सुरक्षित हो और बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।

यहां चल रहे हैं आरोही स्कूल

पानीपत के गांव छज्जूकलां, पलवल के रामगढ़, अली ब्राह्मण, लड़ियका, गदपुरी, मेवात के हसनपुर बिलोंडा, मोहम्मदपुर नगर, नूंह केरेवासन, पुन्हाना के मुंडेट, बावला, फतेहाबाद के सरवरपुर, दुलत, बनगांव, रतिया के जालूपुर, टोहाना के कनहेरी, महेंद्रगढ़ के मनधाना, कैथल के ग्यौंग, कलायत के रामगढ़ पंदवा, राजौंद के सोंगरी, जींद के हसनपुर, नरवाना के नारायणगढ़, उचाना के घेसुंखुर्द, हिसार के अग्रोहा, बरवाला के गेबीपुर, हांसी के घिराई, भिवानी रोहिला, खेरी लोचब, उकलाना, भिवानी के तोशाम, सिवानी खेरा, सिरसा के झीरी, कालूवाना, खारी सुरेरा, नौथसरी कलां, रानिया के मोहम्मद पुरिया।

शुरू में ये था स्टाफ

36 प्राचार्य, 756 लेक्चरर, 576 मास्टर्स, 36 लाइब्रेरियन, 108 क्लर्क एवं अकाउंटेंट, 144 लैब सहायक, 144 सेवादार, 72 चौकीदार, 144 महिला सहायक, 144 सफाई कर्मचारी, बच्चों के स्वास्थ्य की देखरेख को 36 नर्स व 36 रिसेप्शनिस्ट के पद स्वीकृत किए गए थे। पांच साल बाद वर्ष 2018 में संतोषजनक कामकाज वाले कर्मियों को पक्का करना था।

 

Views of Manoj Kumar President Aarohi model schools staff association

 

यह परीक्षा परिणाम इन विद्यालयों ने अध्यापकों एवं अन्य संसाधनों के अभाव में दिए हैं। यह केवल वर्ष 2023-24 की बात नहीं है। पिछले 12 वर्षों से इसी प्रकार के परिणाम आरोही विद्यालय हरियाणा सरकार को दे रहे हैं । बावजूद इसके इन विद्यालयों का स्टाफ सरकार की अनदेखी और अन्याय का शिकार हो रहा है। 13 वर्षों की सेवाओं के बाद भी अध्यापकों की सेवाओं को नियमित नहीं किया गया। जबकि पॉलिसी 5 साल के बाद नियमित करने की थी।

अतः हरियाणा सरकार से करबद्ध निवेदन है कि इन विद्यालयों के अध्यापकों को इनके अधिकार देकर मुख्यधारा में शामिल किया जाए । ताकि इन योग्य अध्यापकों के अनुभव तथा ज्ञान का लाभ हरियाणा के अन्य सरकारी विद्यालयों को भी मिल सके।

 

 

 

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