Haryana Congress: लोकसभा चुनाव में गुटबाजी से कांग्रेस को खतरा, इन तीन सीटों पर भीतरघात कहीं पड़ न जाए भारी
नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Haryana Congress: हरियाणा में कांग्रेस को गुटबाजी के कारण लोकसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया की चेतावनी के बाद भी कांग्रेस में अंदरूनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही। चुनावी सभाओं में मंच पर धक्कामुक्की से लेकर आए बयान से कांग्रेस समर्थक भी असहज हैं। किरण चौधरी ने राव दान सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। सिरसा में भी कुमारी सैलजा के पक्ष में प्रचार के लिए भूपेंद्र हुडा और दीपेंद्र हुडा प्रचार करने के लिए नहीं गए। वहीं हिसार में जयप्रकाश के पक्ष में सिर्फ हुडा गुट प्रचार कर रहा है, एसआरके गुट प्रचार के लिए नहीं गया। वहीं वीरेंद्र सिंह सैलजा के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं।
सिरसा, हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ में भीतरघात का खतरा
हरियाणा में सबसे ज्यादा गुटबाजी सिरसा, हिसार और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर देखने को मिल रही है। सिरसा से कुमारी सैलजा, हिसार से पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश उर्फ जेपी और भिवानी महेंद्रगढ़ से राव दान सिंह कांग्रेस उम्मीदवार हैं। तीनों ही सीटों पर कांग्रेस को कहीं ना कहीं भीतरघात का डर सता रहा है। हरियाणा कांग्रेस में 2 गुट बने हुए हैं। पहला गुट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का है, जबकि दूसरा ग्रुप कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी का है।
तीनों सीटों पर गुटबाजी कैसे हावी
सिरसा : सिरसा में कुमारी सैलजा के प्रचार के लिए सिर्फ किरण चौधरी, रणदीप सुरजेवाला और बीरेंद्र सिंह पहुंचे रहे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सैलजा के प्रचार से दूरी बनाई हुई है। सैलजा का खेमा सिरसा लोकसभा में हुड्डा विधायकों व समर्थकों पर विश्वास नहीं कर पा रहा। यहां भी कहीं न कहीं भीतरघात होने का डर है। एक दिन पहले भूना में सचिन पायलट की रैली में पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा को मंच पर पीछे धकेला गया, इससे सबके सामने गुटबाजी आ गई।
हिसार : हिसार सीट पर जयप्रकाश के प्रचार से कुमारी सैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, किरण चौधरी और बीरेंद्र सिंह ने दूरी बनाई हुई है। पिछले दिनों जयप्रकाश ने बीरेंद्र सिंह के साथ मीटिंग की थी। तब यह निर्णय हुआ था कि बीरेंद्र सिंह जेपी के लिए प्रचार के लिए जाएंगे। लेकिन अभी तक वह नहीं गए। सैलजा का हिसार में पैतृक आवास है। यहां उनके समर्थक भी काफी हैं। वह भी जेपी के प्रचार से दूर हैं।
भिवानी-महेंद्रगढ़ : भिवानी में चौधरी बंसीलाल परिवार हरियाणा की राजनीति की दिशा व दशा तय करता आया है। मगर, टिकट न मिलने और पार्टी में मान सम्मान न मिलने के कारण चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह और हुड्डा गुट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किरण ने आरोप लगाया कि उनको जानबूझकर मीटिंगों में नहीं बुलाया जा रहा और यहां तक की उनके फोन भी नहीं उठाए जा रहे।
सिरसा में सिर्फ 2 सीट कांग्रेस को मिली
सिरसा लोकसभा सीट में 9 विधानसभा सीट आती हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस यहां से सिर्फ कालांवाली और डबवाली सीट ही जीत सकी थी। 2 सीटों पर भाजपा, 2 पर जजपा, एक इनेलो, एक हलोपा और एक निर्दलीय ने यहां से जीत हासिल की थी।
हिसार में गुटबाजी से हो गया था सूपड़ा साफ
हिसार लोकसभा के अंदर 9 विधानसभाएं हैं। यहां कांग्रेस का एक भी विधायक नहीं है। 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने आदमपुर सीट जीती थी। लेकिन पिछले साल कुलदीप बिश्नोई इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए। उपचुनाव में बेटे भव्य बिश्नोई ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के जयप्रकाश को हरा दिया। इसी तरह दूसरी सीटों पर हुड्डा समर्थकों को टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय ही कांग्रेस प्रत्याशी के सामने खड़े हो गए और हार गए।
भिवानी लोकसभा में कांग्रेस 2 पर सिमटी थी
भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट में भी 9 विधानसभा सीट हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस ने सिर्फ तोशाम और महेंद्रगढ़ सीट जीती थी। 5 सीटों पर भाजपा, एक पर जजपा और एक सीट पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की थी।
भूपेंद्र हुडा और दीपेंद्र हुडा करेंगे प्रचार
यही कारण है कि अब जयप्रकाश के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा अब खुद मोर्चा संभाल रहे हैं। बालसमंद में जनसभा के बाद वह आज नारनौंद और बरवाला में जनसभा करेंगे। वहीं दीपेंद्र हुड्डा भी रोहतक के साथ-साथ हिसार लोकसभा में कार्यक्रमों में शिरकत करते नजर आ रहे हैं।
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