Martyr Pardeep: हरियाणा के शहीद पैराकमांडो प्रदीप नैन पंचतत्व में विलीन, तिरंगे में लिपटे सपूत को देख सिसक उठे लोग

नरेन्द्र सहारण, जींद: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए हरियाणा के लांसनायक पैरा कमांडो प्रदीप नैन काे जींद में नरवाना के गांव जाजनवाला में अंतिम विदाई दी गई। उनका पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। प्रदीप नैन माता-पिता के इकलौते बेटे थे। उनके चचेरे भाई कुलदीप ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी।
इससे पहले उनकी पार्थिव देह को सेना की गाड़ी में पैतृक गांव लाया गया। इस दौरान लंबे काफिले के साथ उनकी पार्थिव देह गांव पहुंची। जहां हजारों की भीड़ मौजूद रही। उन्होंने शहीद की पार्थिव देह पर फूल बरसाए। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोग छतों पर चढ़ गए। अंतिम संस्कार से पहले सेना की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी।
सीएम के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री डा. कमल गुप्ता ने कहा कि वह प्रदीप नैन की मां को सलाम करते हैं, जिसकी कोख से ऐसे वीर सपूत ने जन्म लिया। दुख होना तो स्वाभाविक है, क्योंकि जवान बेटा चला गया लेकिन दुख के साथ गर्व की भी बात है। प्रदीप नैन ने छह आतंकियों को मौत के घाट उतारकर अपने प्राणों की आहूति दी।
शहीद होने से पहले 5 आतंकियों को मारा
आर्मी वेटर्न एसोसिएशन के जोनल प्रेजिडेंट राजबीर सिंह ने बताया कि शहादत से पहले प्रदीप नैन ने 5 आतंकियों को मार गिराया था। प्रदीप नैन ही जवानों की टुकड़ी को लीड कर रहा था।
आर्मी के अधिकारी, पूर्व अधिकारी और जवान और पुलिस के जवान बड़ी संख्या में शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे है। प्रदीप की शहादत आतंकियों की गोली लगने से हुई।
शहीद के पिता ने कहा, बेटे के शहादत पर गर्व
शहीद के पिता बलवान सिंह ने कहा कि बेटे की शहादत पर हमें गर्व है। ऐसे बच्चे बार-बार नहीं मिलते। प्रदीप में कमांडो बनने का बड़ा जुनून था। कहता था कमांडो बनकर बताऊंगा। बेटा दिलेर था, उसके अंदर किसी चीज का डर नहीं था। बेटे ने कहा था 15-20 छुट्टी आऊंगा। उन्होंने बताया का बेटे ने 3 भर्तियां ट्राई की। 2 में फेल हो गया था, तीसरी में भर्ती हुआ।
शहीद की पत्नी 3 महीने की गर्भवती
शहीद की पत्नी 3 महीने की गर्भवती हैं। जब शहीद लांस नायक प्रदीप नैन की अंतिम यात्रा निकली तो प्रदीप की गर्भवती पत्नी मनीषा नैन अंतिम यात्रा के पीछे पीछे गर्भ में पल रहे अपने बच्चे को संभलाते हुए साथ-साथ चल रही थी। घर से एक किलोमीटर दूर स्थित शमशान तक पत्नी मनीषा नैन पैदल ही पहुंची। मनीषा का कहना था कि मैं इसलिए नहीं रो रही हूं कि कहीं शहीद की आत्मा को ठेस न पहुंचे।
प्रशासनिक अधिकारी भी अंतिम विदाई देने पहुंचे
शहीद पैराकमांडो प्रदीप नैन को अंतिम विदाई देने के लिए जींद के डीसी मोहम्मद इमरान रजा, एसपी सुमित कुमार, एसडीएम अनिल दून, डीएसपी अमित भाटिया, विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा भी पहुंचे हैं।
तीसरी बार में हुए थे भर्ती
प्रदीप नैन ने 12वीं कक्षा पास करने के बाद सेना में जाने की तैयारी शुरू कर दी थी। प्रदीप नैन एक्सीलेंट में फिजीकल तो पास कर देते थे, लेकिन पेपर में रह जाते थे। उन्होंने 2 बार लिखित परीक्षा दी, लेकिन सफल नहीं हुए। प्रदीप नैन ने तीसरी बार अच्छी तैयारी कर लिखित परीक्षा पास कर ली और वह 17 जनवरी, 2015 में हिसार में आर्म्ड फोर्स में भर्ती हो गया।
30 हजार फीट की ऊंचाई से करते थे स्काई डाइविंग
शहीद लांस नायक प्रदीप नैन ने आर्म्ड फोर्स के बाद आगे बढ़ने के लिए अगस्त 2019 में स्पेशल फोर्स पैरा कमांडो को जॉइन किया था। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
उनके बैच मैट रहे सफीदों के गांव मलार वासी मोहित शर्मा ने बताया कि वो हिम्मत वाला व निडर युवक था। वह 30 हजार फीट की ऊंचाई से स्काई डाइविंग करते हुए अपने मोबाइल फोन में वीडियो बनाता था। उसने 100 से ज्यादा बार स्काई डाइविंग की है।
15-20 खतरनाक ऑपरेशन में शामिल रह चुके थे नैन
प्रदीप नैन के बैच मैट रहे सफीदों के गांव मलार वासी मोहित शर्मा ने बताया कि नैन ने 15-20 आपरेशन में भाग लिया था। जिसमें वह चाइना बार्डर पर भी तैनात रहा था। उसको जहां भी आपरेशन में भेज दिया जाता, वो सबसे आगे जाने की बात कहता रहता था।
उसको इस बात का डर ही नहीं था, कि उसको आपरेशन में गोली लग जाएगी। उसको दिल्ली में 63 कालवरी में सर्वश्रेष्ठ वारियर के खिताब से नवाजा था। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में भी सर्च आपरेशन में प्रदीप नैन को भेजा गया था।
यह भी पढ़ेंः पंचकूला में बड़ा बस हादसा, तेज रफ्तार बस पलटी, 40 से ज्यादा स्कूली बच्चे घायल
CLICK TO VIEW WHATSAAP CHANNEL
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन