Haryana News: हाई कोर्ट ने पूछा, योगगुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी द्वारा छोड़े गए आश्रम व संपत्तियों को सरकार कब लेगी अपने कब्जे में

योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी।
नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Haryana News: एक बड़े घटनाक्रम में पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार से पूछा है कि वह कोर्ट को बताए कि सरकार दिवंगत योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी द्वारा छोड़े गए आश्रम व उनकी संपत्तियों को अपने अधीन लेने जा रही है या नहीं, या फिर कब अपने कब्जे में लेगी। हाई कोर्ट के अनुसार चूंकि ब्रह्मचारी ने संसार त्याग दिया था, इसलिए उनके द्वारा छोड़ी गई पूरी संपत्ति राज्य सरकार को मिलनी चाहिए थी। हाई कोर्ट ने अपने विस्तृत आदेश में कहा कि सोसायटी की स्थापना स्वामी धीरेंद्र ब्रह्मचारी संन्यासी ने की थी।
कोई कानूनी उत्तराधिकारी नहीं हो सकता
चूंकि वे संन्यासी थे, इसलिए घोषणा की थी कि उन्होंने संसार त्याग दिया है। इसलिए ऐसे व्यक्ति का कोई कानूनी उत्तराधिकारी नहीं हो सकता, जिसने संसार त्याग दिया हो। ऐसी स्थिति में ऐसे व्यक्ति द्वारा छोड़ी गई संपत्ति या ऐसे व्यक्ति द्वारा स्थापित प्रतिष्ठान को उक्त संन्यासी की मृत्यु के बाद बिना किसी शीर्षक धारक के संपत्ति के रूप में लिया जाना चाहिए। तदनुसार, सामान्य तौर पर स्वामी धीरेंद्र ब्रह्मचारी और उनके द्वारा स्थापित सोसायटी की पूरी संपत्ति राज्य को चली जानी चाहिए।
कुछ लोग सोसायटी की जमीन बेच रहे हैं
हाई कोर्ट ने सरकारी वकील से यह निर्देश प्राप्त करने को कहा है कि क्या राज्य स्वामी धीरेंद्र ब्रह्मचारी और उनके द्वारा बनाई गई सोसायटी द्वारा छोड़ी गई संपत्तियों को अपने अधीन लेगा और कब लेगा। हाई कोर्ट के जस्टिस राजबीर सहरावत ने अपर्णा आश्रम सोसायटी और एक अन्य द्वारा दायर अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किए हैं। याचिका में 16 दिसंबर 2016 को पारित आदेश की अवमानना का आरोप लगाया गया है, जिसके तहत कुछ व्यक्तियों को सोसायटी का प्रबंधन नहीं माना गया था और इसके बावजूद वे सोसायटी की जमीन बेच रहे हैं।
निजी कंपनियों द्वारा दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया
महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे पहले अप्रैल 2023 में हाई कोर्ट ने दिवंगत योग गुरु धीरेंद्र ब्रह्मचारी के आश्रम से संबंधित विवादास्पद भूमि खरीदने वाली कुछ निजी कंपनियों द्वारा दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया था, जो कि डिप्टी कमिश्नर (डीसी) गुरुग्राम द्वारा दिसंबर 2020 में पारित आदेश के खिलाफ थी, जिसमें कंपनियों के पक्ष में विवादास्पद संपत्ति की बिक्री विलेख को रद कर दिया गया था।
इंदिरा गांधी के करीबी माने जाते थे धीरेंद्र ब्रह्मचारी
बिहार के मधुबनी के बसैठ चानपुरा में जन्मे धीरेंद्र ब्रह्मचारी स्व. इंदिरा गांधी के करीबी माने जाते थे। पंडित जवाहर लाल नेहरू के कहने पर श्रीमती इंदिरा गांधी को योग की शिक्षा देते हुए वह उनके राजनीतिक गुरु भी बन गए थे। ब्रह्मचारी ने सबसे पहले नेहरू को योग सिखाना शुरू किया। कुछ ही दिनों में दूसरे कई राजनेता जैसे लाल बहादुर शास्त्री, जयप्रकाश नारायण, मोरारजी देसाई और डाक्टर राजेंद्र प्रसाद भी उनके अनुयायी बन गए थे। तत्कालीन कांग्रेस राज में ब्रह्मचारी काफी ताकतवर थे। वो ऐसे योग गुरु थे जिनकी पहुंच सीधे प्रधानमंत्री तक थी। उनसे लोग डरते थे, लेकिन उनका सम्मान भी करते थे। वो नीली टोयोटा कार में चला करते थे जिसे वे खुद ड्राइव करते थे। यही नहीं उनके पास कई प्राइवेट जेट थे, जिसमें 4 सीटर सेसना, 19 सीटर डॉर्नियर और मॉल- 5 विमान शामिल थे। इन्हें ब्रह्मचारी खुद उड़ाया करते थे। एक विमान हादसे में उनकी मौत हुई थी।
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