हरियाणा के पंचकूला में स्कूल बस खाई में गिरी, 14 बच्चे घायल, ड्राइवर के पैर में फ्रैक्चर

बच्चे स्कूल ट्रिप पर जा रहे थे, रास्ते में बस खाई में गिर गई।

नरेन्द्र सहारण, पंचकूला : Haryana News: पंजाब के मलेरकोटला से मोरनी घूमने आए 45 छात्रों को लेकर जा रही एक टूरिस्ट बस मोरनी टिक्कर ताल रोड पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस 200 फीट गहरी खाई में गिर गई, लेकिन हादसे के बाद राहत की बात यह रही कि बस में सवार सभी छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि, 14 छात्रों को मामूली चोटें आईं, जबकि बस चालक और क्लीनर को गंभीर चोटें आईं हैं। ड्राइवर की दोनों टांगों में फ्रैक्चर हो गया है, और क्लीनर को भी गंभीर स्थिति में पंचकूला के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना का विवरण

 

यह दुर्घटना उस समय हुई जब छात्रों से भरी बस मोरनी से टिक्कर ताल की ओर जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चालक बस को तेज गति से चला रहा था और उसका बस पर नियंत्रण नहीं था। टिक्कर ताल रोड पर काली घाटी नामक स्थान पर यह हादसा हुआ। यहां सड़क पर एक तीव्र मोड़ है, और आगे गहरी खाई है। इससे पहले भी इस स्थान पर कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, खासकर जब वाहन चालकों का ध्यान कम या वाहन की गति ज्यादा होती है।

इससे पहले 20 नवंबर 2023 को भी एक स्कूल बस के साथ इसी स्थान पर दुर्घटना हुई थी। लुधियाना के मुल्लांपुर से आई उस स्कूल बस के ब्रेक फेल हो गए थे, जिसके कारण वह खाई में गिर गई थी। इस क्षेत्र में सड़क की स्थिति और खतरनाक मोड़ों के कारण यह जगह दुर्घटना संभावित मानी जाती है।

प्रशासनिक और चिकित्सा सहायता

 

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों, पुलिस, और स्वास्थ्य विभाग ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया। सभी छात्रों को प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। वहीं, गंभीर रूप से घायल ड्राइवर और क्लीनर को पंचकूला के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। क्लीनर की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और काफी दर्द भी था।

मौके पर पहुंचे पंचकूला के उपायुक्त डॉ. यश गर्ग ने कहा कि सड़क की सुरक्षा बढ़ाने के लिए लोक निर्माण विभाग को तत्काल प्रभाव से तकनीकी और सुरक्षा उपाय करने के निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के नुकीले मोड़ों और खतरनाक खाइयों वाले क्षेत्रों में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की योजना

 

डीसीपी पंचकूला हिमाद्रि कौशिक ने भी मौके का जायजा लिया और कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए केवल अनुभवी और प्रशिक्षित ड्राइवरों को ही बस चलाने की अनुमति दी जाएगी। इसके अलावा, इन बसों की एनओसी और सभी कागजातों की जांच की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वाहन सुरक्षित और कानूनी मानकों के अनुरूप हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस का प्राथमिक कर्तव्य है कि ऐसे हादसों को रोका जाए और सुरक्षा उपायों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। उन्होंने वादा किया कि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष ध्यान दिया जाएगा और नियमन को सख्त किया जाएगा।

स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया

 

पूर्व विधायक प्रदीप चौधरी और जिला परिषद के चेयरमैन सुनील शर्मा भी मोरनी में एक कार्यक्रम के दौरान इस हादसे की सूचना मिलने पर घायलों का हाल जानने पहुंचे। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से मांग की कि सड़क की स्थिति में सुधार लाया जाए और ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए ठोस उपाय किए जाएं।

दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उपाय

मोरनी क्षेत्र की सड़कें बेहद संकरी हैं और कई जगहों पर तीखे मोड़ और गहरी खाइयां हैं, जो दुर्घटनाओं को आमंत्रित करती हैं। प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग को यह निर्देश दिया है कि इन सड़कों पर सुधारात्मक उपाय किए जाएं और उचित संकेतक लगाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों।

प्रशासन की योजना है कि यहां केवल प्रशिक्षित और पहाड़ी क्षेत्रों में ड्राइविंग का अनुभव रखने वाले चालकों को ही बसें चलाने की अनुमति दी जाएगी। इसके साथ ही, सभी स्कूली बसों की पूरी जांच और नियमित सर्विसिंग अनिवार्य की जाएगी ताकि कोई तकनीकी खामी न हो सके।

इस हादसे ने एक बार फिर मोरनी क्षेत्र की सड़कों की खतरनाक स्थिति और सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। प्रशासन ने इस दिशा में ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को टाला जा सके।

 

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