Haryana Politics: अयोध्या में राम मदिर बनने के माहौल में अशोक तंवर ने भाजपा में शुरू की नई पारी
चंडीगढ़, BNM News। हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद रह चुके एवं आम आदमी पार्टी की प्रचार समिति के संयोजक डा. अशोक तंवर अब भाजपा में अपनी नई राजनीतिक पारी खेलेंगे। शनिवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और हरियाणा भाजपा के प्रधान नायब सैनी ने तंवर को उनके समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल कराया। मुख्यमंत्री ने अशोक तंवर को भाजपा का पटका पहनाकर स्वागत करते हुए जब अपना भांजा बताया तो समर्थकों के चेहरे भी खिल उठे।
अशोक तंवर ने जेपी नड्डा से मुलाकात की
भाजपा में शामिल होने के बाद अशोक तंवर ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर पूरे समर्पण के साथ काम करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि हम उस समय भाजपा में शामिल हो रहे हैं, जब सोमवार को अयोध्या में रामलला विराजमान होने वाले हैं। पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों ने देश को नई ऊंचाई दी है। मोदी के नेतृत्व में देश लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है। हम सभी मिलकर काम करेंगे और 2024 के चुनाव में सारे रिकार्ड तोड़ देंगे।
चार साल में तीसरी बार पार्टी बदली
वर्ष 2019 में हरियाणा विधानसभा के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ने वाले तंवर ने साढ़े चार साल में तीसरी बार पार्टी बदली है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए जाने और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से नाराजगी के चलते उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर पहले अपना भारत मोर्चा बनाया और फिर नवंबर 2021 में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में चले गए। इसके बाद चार अप्रैल 2022 को अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। आम आदमी पार्टी की कैंपेन कमेटी के चेयरमैन के रूप में करीब पौने दो साल काम करने के बाद तंवर ने 18 जनवरी को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। तभी से उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं चरम पर थी। तंवर का कहना है कि वे टिकट की मंशा से भाजपा में नहीं आए। वह पार्टी के सिपाही हैं और पार्टी जहां कहेगी, वहां जाकर काम करेंगे।
कांग्रेस के लोगों ने तंवर के ऊपर हमला किया
इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जब तंवर पर हमला हुआ था, तब मुझे बहुत दुख हुआ। भले ही अशोक तंवर पूर्व में कांग्रेस पार्टी में रहे हों लेकिन यह मेरे भांजे लगते हैं क्योंकि इनकी माता का और मेरा गांव एक ही है। उस नाते से पहले भी मिलते रहे। वह बात अलग है कि हम अलग-अलग पार्टी में थे, लेकिन मुझे उस समय बहुत कष्ट हुआ, जब कांग्रेस पार्टी में रहते हुए इनके ऊपर हमला तक किया गया। वो भी कांग्रेस पार्टी को लोगों ने किया। उस दिन मुझे लगा कि इनकी चिंता करनी चाहिए।
देश के वातावरण को देखते हुए बीजेपी में शामिल होने का विचार किया
मैं इनका हालचाल पूछने गया तो उस समय बहुत से लोगों ने कहा कि आप इनको अपने साथ क्यों नहीं बुला लेते, इस पर उन्होंने कहा कि हमारा तो बहुत खुला घर है, दरवाजे सबके लिए खुले हैं, किसी का मन करे तभी उसे आना चाहिए। साल 2022 में इनकी ट्रेन कांग्रेस से तो चल पड़ी थी, लेकिन कांटा बदलने की वजह से जो ट्रेन बीजेपी में पहुंचनी थी वो गलती से आम आदमी पार्टी में पहुंच गई। इसके बाद इन्होंने देश के वातावरण को देखते हुए बीजेपी में शामिल होने का विचार किया और मैंने उनका स्वागत किया।