Haryana School Bus Accident: स्कूल हादसे में मारे गए बच्चों को लेकर लोगों ने निकाला कैंडल मार्च
नरेन्द्र सहारण, कनीना। Haryana School Bus Accident: विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा कनीना आंबेडकर चौक से नेताजी मेमोरियल क्लब तक कैंडल मार्च निकालकर स्कूल हादसे में मृतक सभी बच्चों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर दर्दनाक हादसे में मृतक बच्चों की आत्मा की शांति और उनके परिवार जनों को यह दुख सहने की शक्ति देने के लिए भगवान से प्रार्थना की। घायल बच्चों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना भी की।
घायल बच्चों के जल्द ठीक होने की कामना
इस कड़ी में हिंदू जागरण के जिला संयोजक महेश बोहरा ने कहा कि जो नन्हें बच्चे अभी दर्द से जूझ रहे हैं अस्पताल से जल्दी ठीक होकर उनके घर वापस आने की कामना की है। इस मौके पर सुरेश कुमार, पूर्व पार्षद मनीष यादव, बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एडवोकेट दीपक चौधरी, जनशक्ति विकास संगठन के सदस्य अमित कुमार वशिष्ठ, भारत विकास परिषद के पूर्व प्रधान मोहन सिंह, राकेश यादव, गुरुदेव, धर्मेंद्र, ब्राह्मण सभा के प्रधान डा. रवि ,सुरेश शर्मा, मार्केट कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार यादव, धनुष शर्मा, मनोज शर्मा, संत कुमार ,नीरज चीकू चौधरी, नरेश ,रघुराज, पंकज, गोविंद यादव, श्याम सुंदर महाशय, एडवोकेट मनोज शर्मा कृष यादव केशव यादव जतिन यादव आशीष यादव, विकास यादव हर्ष यादव डा. पवन कांगड़ा, मास्टर नेम सिंह मौजूद रहे।
उच्च अधिकारियों से कराई जाए हादसे की जांच
महेंद्रगढ़। गांव उन्हाणी में स्कूल बस के सड़क हादसे में छह बासूम बच्चे की मौत को लेकर शुक्रवार को समाजसेवी बलवान फौजी के नेतृत्व में शोक सभा का आयोजन किया। इस दौरान मृतक बच्चों के आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इसके अलावा उन्होंने इस सड़क हादसे की जांच उच्च अधिकारियों से करने की मांग की गई।
समाजसेवी बलवान फौजी ने कहा कि सरकार को सरकारी स्कूलों की दशा सुधार कर प्राइवेट स्कूलों पर अंकुश लगाना चाहिए ताकि गांव में बच्चे पढ़ सके और इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। सरकार का इन स्कूलों पर कोई कार्रवाई नहीं करती। छुट्टी के दिन स्कूल लगना अपने आप में सरकार व प्रशासन की उदासीनता को दर्शाता है। इसके अलावा उन्होंने डीईओ का तबादला करवाने की भी मांग रखी है।
निजी स्कूलों की बसों की जांच पुलिस क्यों नहीं करती
उन्होंने कहा कि इस हादसे की जांच जिले के वर्तमान डीईओ को सौंपी हैं, क्या वर्तमान डीईओ को पहले यह बस यमराज बनकर रोड पर दौड़ते स्कूली वाहन नजर नहीं आए। क्या हमेशा ऐसा ही होता रहेगा की किसी बड़े हादसे से के बाद उनकी कुंभकर्णी नींद खुलेगी। स्कूल बस के इस हादसे ने कई घरों के चिराग छीन लिए और पीछे कई बड़े सवाल भी खड़े कर दिए हैं। इसलिए इस हादसे की जांच वर्तमान डीईओ से लेक उच्च अधिकारियों से करवाई जाए। उन्होंने बताया कि जब कोई गरीब 15 साल पुरानी मोटरसाइकिल चलाता मिल जाए तो पुलिस उसे तुरंत इम्पाउंड कर देती है। ऐसी मोटरसाइकिल से थाने भरे पड़े हैं, लेकिन क्या वजह है कि जिले में निजी स्कूलों की बसों की जांच पुलिस द्वारा क्यों नहीं की जाती है।
संदीप यादव बचानी ने कहा कि अगर जिला प्रशासन अपने अधीन स्कूलों की फायर एनओसी मौके पर जांचें तो निश्चित रूप से यह अधिकांश फर्जी मिलेंगी या मिलेंगी ही नही। अगर प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता है तो आगामी राणनीति तैयार करके धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर डा. धर्मवीर पाएगा, वारंट आफिसर राम भगत यादव, सूबेदार अभय सिंह हवा सिंह, अशोक माजरा खुर्द, संदीप शास्त्री, सत्यवान सरपंच, प्रधान, विजय प्रधान, हनुमान, बीरेंदर मास्टर, बीरसिंह, धोलिया हलवाई, रवि पालड़ी, सतबीर सिसोठिया, धर्मेंद्र मिस्त्री आदि मौजूद रहे।
Tag- Haryana News, Haryana School Bus Accident, School Bus checking, Mahendragarh Bus Accident, candle march, Kanina Newws