हाई कोर्ट के जज के सवाल उठाते ही बंगाल के राज्यपाल बोस ने दिया सरकार को ‘परिणाम भुगतने’ की चेतावनी
कोलकाता, BNM News। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने संदेशखाली में ईडी अधिकारियों, केंद्रीय बल और मीडिया कर्मियों पर हुए हमले की घटना के लिए सीधे तौर पर राज्य प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने सरकार को जिम्मेदारी याद दिलाते हुए परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दी। राज्यपाल ने पूरी घटना को चिंताजनक बताते हुए कहा कि सरकार को लोकतंत्र में ऐसी क्रूरता को रोकना चाहिए, लेकिन अगर सरकार अपनी प्राथमिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में विफल रहती है, तो देश का संविधान उचित कार्रवाई करेगा। बोस ने यह भी कहा कि संविधान का उल्लंघन होने पर वह राज्यपाल के रूप में उचित समय पर उचित कार्रवाई करेंगे।
राज्य की जनता के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे
आपको बताते चलें कि कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय ने शुक्रवार को ईडी पर हमले की घटना पर टिप्पणी की कि राज्यपाल यह घोषणा क्यों नहीं कर रहे हैं कि राज्य में संवैधानिक बुनियादी ढांचा ध्वस्त हो गया है? इसके बाद राज्यपाल ने अपना मुंह खोला और राज्य सरकार को सख्त संदेश दिया। राज्यपाल ने यह भी कहा कि वह बाहुबली शक्ति को राज्य की जनता के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे। इसके अलावा उन्होंने सरकार को संदेश देते हुए कहा कि ऐसी हिंसा को रोकना सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार को वास्तविक स्थिति पर गौर करना चाहिए। यदि नहीं, तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
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राज्यपाल ने घटना को लेकर अधिकारियों को किया तलब
राज्यपाल ने घटना को लेकर मुख्य सचिव बीवी गोलिका, नव नियुक्त गृह सचिव नंदनी चक्रवर्ती और कार्यवाहक डीजीपी राजीव कुमार को तलब किया है।
शुक्रवार को जब ईडी की टीम जब संदेशखाली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर पर छापेमारी करने पहुंची तो नेता के समर्थकों व करीबियों ने हमला बोल दिया। एक ईडी अधिकारी का सिर फट गया। भीड़ के दबाव में केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों को पीछे हटना पड़ा। संदेशखाली के विभिन्न स्थानों पर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कई सड़कें लकड़ी के ढेर से अवरुद्ध हो गईं। राशन वितरण घोटाले में ईडी ने संदेशखाली में तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर पर छापेमारी करने के लिए गया था।