Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में बागी कांग्रेस विधायक हार मानने को नहीं तैयार, जानें क्या है उनकी रणनीति

शिमला, BNM News : Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भले अपनी सरकार पर आए संकट को खत्म होना बता रहे हों, लेकिन अयोग्य घोषित किए बागी कांग्रेस विधायकों के तेवर को देखकर ऐसा नहीं लग रहा। कड़ी कार्रवाई के बावजूद विरोध का झंडा उठाने वाले विधायक हार मानने को तैयार नहीं हैं। राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने शुक्रवार सुबह चंडीगढ़ में अयोग्य घोषित छह विधायकों से मुलाकात की। उनके साथ नाश्ता भी किया और दिल्ली चले गए। अहम यह है कि विक्रमादित्य के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रचार सलाहकार तरुण भंडारी भी देखे गए। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दावा किया कि उन्हें विक्रमादित्य सिंह के चंडीगढ़ और दिल्ली जाने की जानकारी है। बकौल मुख्यमंत्री, अयोग्य घोषित विधायक वापस आना चाहते हैं, इसलिए विक्रमादित्य से कहा है कि उनकी बात आलाकमान तक पहुंचा दें।

सुक्खू ने दिखाए तीखे तेवर

इधर, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने दोहराया कि क्रास वोट करने वाले विधायकों पर कार्रवाई जल्दबाजी में की गई। उन्होंने बहुमत के बावजूद राज्यसभा प्रत्याशी के हारने को शर्मनाक बताया और कहा कि मेरी बात सुनी गई होती तो यह नौबत न आती। उन्होंने माना कि उन्होंने नेतृत्व परिवर्तन की बात की थी। इसी बीच, सुक्खू ने वीरभद्र समर्थक रामपुर के विधायक नंदलाल को सातवें वित्त आयोग का अध्यक्ष बना दिया है। सुक्खू ने तीखे तेवर दिखाते हुए कसौली में क्रास वोट करने वाले विधायकों को काला नाग बताया और कहा कि इन्होंने ईमान बेच कर पार्टी को डसा है। शुक्रवार सायं प्रस्तावित मंत्रिमंडल की बैठक भी स्थगित कर दी गई और मुख्यमंत्री सात मंत्रियों को लेकर विधानसभा अध्यक्ष से मिलने चले गए। शुक्रवार को भी अयोग्य घोषित विधायकों के समर्थकों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें जारी रहीं। कई स्थानों पर पुतले भी फूंके गए।

विक्रमादित्य ने फेसबुक पर स्टेटस बदला, लिखा-जनता का सेवक

इस बीच लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक अकाउंट पर स्टेटस से लोक निर्माण मंत्री हटा दिया है। उन्होंने स्टेटस में हिमाचल का सेवक लिखा है। प्रोफाइल से कांग्रेस नेता और कांग्रेस का झंडा भी हटा दिया है।

सरकार पूरी तरह सुरक्षित

 

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस की सरकार सुरक्षित है, विधायक पूरी मजबूती से एक साथ खड़े हैं। अयोग्य घोषित विधायकों से मुलाकात के बाद विक्रमादित्य सिंह दिल्ली गए हैं। वह पार्टी अध्यक्ष से भी मुलाकात करेंगे और विधायकों के मामले में भी बात हो सकती है। सुक्खू ने कसौली के धर्मपुर में जनसभा में कहा कि जिस समय हम विधानसभा में आमजन के हितों को लेकर बजट पास करने में जुटे थे तो छह काले नागों ने ईमान बेचकर चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास किया। कुछ काले नाग पार्टी को ही डसने का काम कर रहे हैं, लेकिन मैं इनसे डरने वाले नहीं। मेरा दावा है कि सरकार पूरे पांच वर्ष चलेगी।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि सरकार पर जो संकट आया है, इसकी उनको पहले से आशंका थी। पार्टी हाईकमान और मुख्यमंत्री ने बात नहीं सुनी, इस कारण आज कांग्रेस सरकार संकट में है। रिज मैदान पर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की प्रतिमा स्थापित कर दी गई होती तो आज ऐसे हालात पैदा न होते।

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