हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, यात्रा में बाडी डबल का इस्तेमाल, चुनाव में हमें राहुल गांधी की जरूरत

गुवाहाटी, एजेंसी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विरुद्ध भीड़ को उकसाने के मामले में गिरफ्तारी लोकसभा चुनाव के बाद किए जाने संबंधी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर गुरुवार को जब कर्नाटक कांग्रेस के नेता प्रियांक खरगे ने कहा कि अगर राहुल ने कानून तोड़ा है तो उन्हें अभी गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा, तो सरमा ने कहा, ‘भाई, चुनाव के दौरान हमें राहुल गांधी की जरूरत है।’

असम के मुख्यमंत्री ने प्रियांक खरगे की पोस्ट का दिया जवाब

सरमा की पोस्ट के जवाब में प्रियांक ने कहा, ‘भाईसाहब! 10 वर्ष बाद भी आपको अपने स्टार प्रचारकों गोदी मीडिया, सीबीआइ, आयकर विभाग और ईडी की जरूरत है। उनके बिना आप पाएंगे कि आपके महल ढह रहे हैं। आपके नेता तो टेलीप्राम्पटर के बिना न तो प्रेस कान्फ्रेंस कर सकते हैं और न ही भाषण दे सकते हैं, लोगों के साथ पदयात्रा तो भूल ही जाइए।’ बाद में सरमा ने मीडिया से कहा, ‘जहां-जहां उन्होंने (राहुल ने) प्रचार किया है, वहां भाजपा जीत हासिल करेगी। भाजपा को इसी वजह से उनकी जरूरत है।’

सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की राजनीतिक साजिश

 

सरमा ने आरोप लगाया कि अयोध्या में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आयोजन सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की राजनीतिक साजिश थी। उन्होंने कहा, ‘प्राण प्रतिष्ठा के दौरान उन्होंने (राहुल) सांप्रदायिक संघर्ष भड़काने के लिए अल्पसंख्यक बहुल नौगांव और मोरीगांव जिलों से यात्रा करने का चुनाव किया। गुवाहाटी में हमें उनके अशांति पैदा करने के मकसद की झलक दिखाई दी थी, लेकिन हमने ऐसे प्रयासों को विफल कर दिया। प्रदेश सरकार को कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में रखना है।’ यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस नेता के प्रति उनकी कोई निजी शिकायत है, तो सरमा ने कहा, ‘हां, मुझे राहुल गांधी पसंद नहीं हैं। यह व्यक्तिगत है, लेकिन यह राजनीतिक रूप से प्रतिबिंबित होगा, जब कांग्रेस को 2019 की तुलना में कम वोट मिलेंगे और वह अधिकांश निर्वाचन क्षेत्रों में भारी अंतर से हारेगी।’

यात्रा में बाडी डबल का इस्तेमाल कर रहे थे राहुल

 

मुख्यमंत्री ने कहा, मीडिया संगठनों ने दावा किया है कि राहुल गांधी बस यात्रा के दौरान अपने बाडी डबल का इस्तेमाल कर रहे थे, जिसका मतलब है कि बस में बैठा व्यक्ति संभवत: राहुल गांधी नहीं था। राहुल को असमी महापुरुष श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान जाने की अनुमति नहीं देने के बारे में सरमा ने कहा कि उन्हें रोका नहीं गया था, बल्कि दोपहर तीन बजे के बाद जाने के लिए कहा गया था। राहुल के अहंकार को यह सुझाव स्वीकार्य नहीं हुआ और ऐसी स्थिति पैदा की कि मीडिया का ध्यान उनकी ओर जाए।

अपने मूल्य खो चुकी है कांग्रेस

 

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राहुल गांधी की वहां जाने में दिलचस्पी नहीं थी क्योंकि वह वहां जाने के लिए पोशाक (पारंपरिक धोती और कुर्ता) नहीं पहने थे। राहुल के मन में अगर असमी महापुरुषों के प्रति सम्मान होता तो वह अहोम कमांडर लचित बरफुकन की समाधि, भूपेन हजारिका के स्मारक, हाजो के पोआ मक्का और हयग्रीव मंदिर का दौरा करते जो सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक हैं। कामाख्या मंदिर की तो रेकी भी की गई थी, लेकिन राहुल वहां भी नहीं गए। सरमा ने कहा कि कांग्रेस अपने मूल्य खो चुकी है जो इस यात्रा से स्पष्ट है। अब पार्टी महात्मा गांधी के दर्शन को छोड़कर शहरी नक्सलियों के दर्शन पर आ गई है। उन्होंने यात्रा के साथ चल रहे राहुल के कंटेनर की तस्वीरें भी दिखाईं जिसमें भोजन कक्ष दिखाई दे रहा था। सरमा ने कहा कि राहुल ने विभिन्न स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बनाया गया खाना भी नहीं खाया।

यात्रा का असम का चरण पूरा

भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने गुरुवार को गोलकगंज से निकलने के बाद असम का अपना चरण पूरा कर लिया। अगले चरण के लिए यात्रा अब बंगाल में प्रवेश कर गई है। असम में यात्रा 17 जिलों से होकर गुजरी और 833 किलोमीटर की दूरी तय की।

राहुल के बजाय सरमा की होगी गिरफ्तारी : संजय राउत

मुंबई, एएनआइ : सरमा पर निशाना साधते हुए शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा कि पूरे देश की राजनीति बदल रही है और संभवत: राहुल के बजाय आपको गिरफ्तार किया जाएगा। बंगाल और पंजाब के मुख्यमंत्रियों के अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा के बारे में उन्होंने कहा कि इन दोनों राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर हमेशा कुछ भ्रम रहता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे दोनों भाजपा की मदद करेंगे या उनके साथ जाएंगे।

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