Murshidabad Violence 2025: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले से भागे सैकड़ों हिंदू, नदी पारकर मालदा में ली शरण

कोलकाता, बीएनएम न्यूज : Murshidabad Violence 2025: वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा के बाद से जहां तनाव की स्थिति बनी हुई है, वहीं हिंदू खौफ में हैं। आलम यह है कि जिले में हिंसा से प्रभावित लगभग 500 हिंदू पलायन कर गए हैं। उन्होंने भागीरथी नदी पार कर मालदा जिले में शरण ली है। राज्य के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि कट्टरपंथियों के डर से लोग भागने को मजबूर हैं। कई लोग झारखंड भी गए हैं। फरक्का से तृणमूल कांग्रेस विधायक मनिरुल इस्लाम के भी पलायन करने की खबर है। उनके घर ताला लगा है। वहीं जिले के भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने कहा है कि यहां से लोग पलायन कर रहे हैं इससे बड़ी शर्म की बात और क्या हो सकती है। उन्होंने हिंसा की कड़ी निंदा की। उधर, रविवार सुबह जिले के हिंसाग्रस्त शमशेरगंज के धुलियान इलाके में उपद्रवियों ने शांति बहाली के लिए तैनात बीएसएफ टीम पर फिर फायरिंग की है। हिंसा में दो बच्चे घायल हुए हैं। उपद्रवियों पर कई महिलाओं से छेड़खानी का भी आरोप है। मामले में 12 और लोगों की गिरफ्तारी के साथ अब तक करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
हिंसा में तीन की मौत
मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी। एक अलग घटना में शनिवार शाम धुलियान में एक व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गया था। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआइजी व प्रवक्ता नीलोत्पल कुमार पांडे ने बताया कि मुर्शिदाबाद में तीन जगहों पर उपद्रवियों द्वारा बीएसएफ जवानों पर हमला किया गया। शमशेरगंज इलाके में बीएसएफ की टीमों पर पेट्रोल बम और पत्थरों से हमला किया गया। उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए बीएसएफ को हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी। बीएसएफ ने रविवार को धुलियान इलाके में एक घर में हमले के उद्देश्य से इकट्ठा कर रखे गए पत्थरों को हटाया।
200 हिंदू घरों को जलाया
सूत्रों के अनुसार, हिंसा के दौरान मुर्शिदाबाद में करीब 200 हिंदू घरों को जला दिया गया। लोगों का आरोप है कि गैस सिलिंडर खोलकर और पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। उपद्रवियों ने बड़ी संख्या में घरों व दुकानों में लूटपाट व आगजनी की। कई तालाबों में उपद्रवियों द्वारा जहर मिलाने का भी आरोप है, जिससे बड़ी संख्या में मछलियां मर गईं। पान के बागानों में भी आगजनी का आरोप है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दो मंदिरों में उपद्रवियों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने का दावा किया है। घटना की एनआइए से जांच की मांग की है।
सुरक्षा में 17 कंपनियां तैनात
कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिले के हिंसाग्रस्त व संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय बलों की 17 कंपनियों की तैनाती की है। इसमें बीएसएफ की नौ और सीआरपीएफ की आठ कंपनियां शामिल हैं। बीएसएफ जवानों ने शनिवार पूरी रात सूती और शमसेरगंज थाना क्षेत्रों में गश्त की।
भाजपा ने शाह से की हस्तक्षेप की अपील
पुरुलिया से भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य के चार सीमावर्ती जिलों को सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) के तहत अशांत क्षेत्र घोषित करने का आग्रह किया है। सांसद ने हिंदू समुदाय पर बार-बार हमले होने का आरोप लगाया है। नदिया जिले के राणाघाट से भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी शाह को पत्र लिखा है और मुर्शिदाबाद जिले में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
भाजपा मनाएगी शहीद दिवस
बंगाल में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि भाजपा मुर्शिदाबाद हिंसा में मारे गए हिंदुओं की याद में 16 अप्रैल को शहीद दिवस मनाएगी। भाजपा कार्यकर्ता उस दिन काले बैज पहनेंगे। यह भी कहा कि अगर वे (भाजपा) बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव जीतते हैं तो मृतकों की प्रतिमा स्थापित करेंगे।
टीएमसी का आरोप, उपद्रव के पीछे भाजपा और बाहरी लोग
बंगाल की ममता सरकार में मंत्री सिद्धीकुल्ला चौधरी ने आरोप लगाया कि हिंसा में बाहरी व भाजपा के लोग शामिल थे। यह भी दावा किया कि हिंसा में जिन लोगों की जान गई, वह बीएसएफ की गोली के शिकार हुए। जंगीपुर के स्थानीय तृणमूल सांसद खलीलुर रहमान ने भी कहा कि हिंसा में बाहरी लोग शामिल थे। रहमान ने कहा कि बंगाल सरकार उन लोगों को मुआवजा देने की योजना बना रही है जिनके घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने भाजपा द्वारा शेयर की गई हिंसा की तस्वीरों को फर्जी बताया है। उनका कहना है कि ये तस्वीरें बंगाल की नहीं हैं। कांग्रेस सांसद ईशाखान चौधरी ने मुर्शिदाबाद में शांति बहाली को तृणमूल से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। कांग्रेस के पूर्व सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि दंगे वहीं होते हैं जहां सरकार चाहती है।
डीजीपी बोले-स्थिति नियंत्रण में
राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार भी शनिवार रात से मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर हैं। डीजीपी ने दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है। जिला प्रशासन ने रविवार को विभिन्न संगठनों के साथ सूती में शांति बैठक की। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आइजी करनी सिंह शेखावत भी हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद के दौरे पर हैं।