Murshidabad violence 2025: मुर्शिदाबाद हिंसा में सामने आया बांग्लादेशी आतंकी संगठन का हाथ, लंबे समय से रची जा रही थी हिंसा की साजिश

कोलकाता, बीएनएम न्यूज : Murshidabad violence 2025: वक्फ संशोधन कानून के विरोध के नाम पर बंगाल में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को चौंकाने वाले तथ्य मिले हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हिंसा के पीछे बांग्लादेशी जिहादियों व आतंकी संगठन अंसार उल बांग्ला टीम (एबीटी) का हाथ हो सकता है। खुफिया एजेंसियों ने केंद्रीय गृह विभाग को इस बाबत एक रिपोर्ट और बंगाल में हुई हिंसा को लेकर जानकारी भेजी है।
सूत्रों के अनुसार, भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे इलाकों में एबीटी के स्लीपर सेल सक्रिय हैं, जो लंबे समय से घटना की योजना बना रहे थे। कुछ माह पहले ही एबीटी के तीन आतंकियों को इसी जिले से असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिसमें से दो बांग्लादेशी थे। सूत्रों के मुताबिक हिंसा की साजिश लंबे समय से रची जा रही थी। पिछले तीन महीनों से घटना को अंजाम देने की योजना बन रही थी। इसके लिए विदेश से फंडिंग की गई थी। शुरुआती तौर पर केंद्रीय जांच एजेंसियों को जो सुबूत मिले हैं, वह इस ओर इशारा कर रहे हैं कि शुरू में रामनवमी की तारीख तय थी। हालांकि, सख्त सुरक्षा के कारण चीजें बदल गईं और फिर वक्फ संशोधन कानून की आड़ में हिंसा की साजिश रची गई। जांच एजेंसी को अंदेशा है कि स्लीपर सेल मुर्शिदाबाद के अलावा भारत-बांग्लादेश सीमा के अन्य सीमावर्ती भारतीय जिलों के भीतर भी इसी तरह की हिंसा को अंजाम देने की फिराक में है।
विदेशी फंडिंग की पुष्टि
जांच एजेंसियों को ऐसे डिजिटल और वित्तीय लेनदेन के सुबूत मिले हैं जो संकेत देते हैं कि हिंसा को अंजाम देने के लिए विदेशी स्रोतों से पैसे भेजे गए। इन पैसों का इस्तेमाल भीड़ जुटाने, इंटरनेट मीडिया पर भड़काऊ संदेश फैलाने और जमीन पर संगठन बनाने में किया गया। एजेंसियों को यह भी आशंका है कि मुर्शिदाबाद के अलावा, नदिया, मालदा, उत्तर व दक्षिण 24 परगना और कूचबिहार जैसे सीमावर्ती जिलों में भी हिंसा फैलाने की साजिश रची जा रही है। इन इलाकों को लेकर केंद्र और राज्य की एजेंसियों को सतर्क किया गया है।
खौफजदा हैं हिंसाग्रस्त इलाकों के लोग
पुलिस व केंद्रीय बल की तैनाती के बावजूद मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों सुती, धुलियान, शमशेरगंज, जंगीपुर में लोग खौफजदा हैं। डर है कि पुलिस व केंद्रीय बल के चले जाने के बाद फिर से हमला हो सकता है। बता दें कि पिछले दिनों वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के साथ स्थानीय लोगों के घरों में भी तोड़फोड़ की थी और दुकानों-घरों को आग के हवाले कर दिया था। मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। दर्जनों घायल हो गए जिनमें 18 पुलिसकर्मी शामिल थे। उधर, एनएचआरसी(राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग) ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर जांच के लिए एक टीम भेजने की बात कही है।
आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि पुलिस आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। 200 से ज्यादा गिरफ्तारियां हुई हैं। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। पलायन कर गए लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के प्रयास जारी है। दो दिनों में लगभग 100 लोग लौट चुके हैं। कोलकाता के मेयर और राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने लोगों के पलायन पर सफाई देते हुए कहा है कि बंगाल के लोग यहीं रह रहे हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने बताया कि मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के जाफराबाद में गत शुक्रवार को हिंसा के दौरान पिता-पुत्र की हत्या के मामले में दो भाईयों को गिरफ्तार किया गया है।
केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग
नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने हिंसाग्रस्त इलाकों में सीआरपीएफ और बीएसएफ की निरंतर तैनाती की मांग की। दावा किया कि बंगाल पुलिस सत्तारूढ़ टीएमसी का कैडर बन गई है। भाजपा के राज्यसभा सदस्य शमिक भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों की जनसांख्यिकी बदल गई है। तृणमूल की मदद से रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों को राज्य में आने दिया जा रहा है। विहिप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) मिलिंद परांडे ने प्रशासन से हिंदुओं पर हमलों को तत्काल रोकने का आह्वान किया और पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग की है। माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराने की मांग की है। भाजपा की बंगाल महासचिव प्रियंका टिबरेवाल हिंसा को लेकर बुधवार को कलकत्ता हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करेंगी।
केंद्रीय मंत्री के खिलाफ एफआइआर
तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) ने हिंसा की फर्जी तस्वीरें पोस्ट करने के लिए केंद्रीय मंत्री व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के खिलाफ राज्य के कई थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई है। सुकांत पर हिंसा के संबंध में इंटरनेट मीडिया एक्स पर फर्जी तस्वीरें और सांप्रदायिक भड़काऊ बातें पोस्ट करने का आरोप है। पुलिस ने विभिन्न इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों पर हिंसा की अफवाह फैलाने वाले 1093 अकाउंट को ब्लाक कर दिया है।
झारखंड के आठ जिले अलर्ट पर
बंगाल के मुर्शिदाबाद व आसपास के क्षेत्रों में भड़की हिंसा, आगजनी व सांप्रदायिक तनाव के मद्देनजर झारखंड में बंगाल की सीमा से सटे आठ जिले विशेष रूप से अलर्ट पर हैं। पुलिस मुख्यालय ने पूरे राज्य में सभी जिलों के एसपी को आवश्यक दिशानिर्देश जारी किया है। संबंधित जिलों में पुलिस मुख्यालय ने अपनी खुफिया एजेंसी को सक्रिय कर दिया है। उधर, बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भारतीय सुंदरबन क्षेत्र में नाव के जरिये घुसपैठ करने वाले 24 बांग्लादेशी नागरिकों पुलिस ने गिरफ्तार किया है।