दो माह बाद IIT BHU में छात्रा से गैंगरेप के तीन आरोपी गिरफ्तार, राजनीतिक दलों ने साधा निशाना

 

वाराणसी, BNM News: आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) की छात्रा से गैंगरेप आरोपियों को दो महीने बाद वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल बाइक भी बरामद कर ली है। इसकी गिरफ्तारी के बाद सियासी बवाल खड़ा हो गया है। यह तीनों आरोपी कथित तौर पर एक राष्ट्रीय पार्टी के आईटी सेल के पदाधिकारी बताए जा रहे हैं। इस कारण राजनीतिक प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।

कांग्रेस और सपा की प्रतिक्रिया

इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि मैंने इस घटना के समय ही यह कहा था कि इस पूरे घटना के तार एक राष्ट्रीय पार्टी से जुड़े है, लेकिन उस वक्त जब मैंने इस बात को कहा तो उस पार्टी के इशारे पर कार्यकर्ताओं ने मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज करा दिया, लेकिन अब पूरा सच सामने आ गया है। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ये हैं भाजपा के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेआम पनपते और घूमते भाजपाइयों की वो नयी फसल, जिनकी ‘तथाकथित ज़ीरो टॉलरेंस सरकार’ में दिखावटी तलाश जारी थी लेकिन पुख़्ता सबूतों और जनता के बीच बढ़ते गुस्से के दबाव में भाजपा सरकार को आख़िरकार इन दुष्कर्मियों को गिरफ्तार करना ही पड़ा। ये वही भाजपाई हैं जिन्होंने बीएचयू की एक छात्रा के साथ अभद्रता की सभी सीमाएं तोड़ दी थीं। देशभर की एक-एक नारी देख रही है कि भाजपा नारी-सम्मान के साथ कैसा मनमाना खिलवाड़ कर रही है और महिला अत्याचार, उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपियों को बचा रही है। आगामी चुनाव में महिलाएं भाजपा को एक भी वोट नहीं देंगी। महिलाएँ ही भाजपा की हार का कारण बनेंगी। भाजपा का सच आज जनता के सामने है। जनता आगामी चुनाव में भाजपा को हराकर अपना फैसला भी देगी और महिलाओं के साथ इंसाफ करेगी।

क्या था पूरा मामला?

यह भयावह घटना 1 नवंबर की रात को आईआईटी बीएचयू में हुई, जब मोटरसाइकिल पर तीन युवकों ने बंदूक की नोक पर एक छात्रा को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। वे उसके साथ मारपीट और सामूहिक दुष्कर्म किया। उन्होंने इस जघन्य कृत्य को वीडियो में रिकॉर्ड किया। पीड़ित छात्रा गणितीय इंजीनियरिंग विभाग में बीटेक की छात्रा थी, वह बीएचयू परिसर में गांधी स्मृति छात्रावास चौराहे के पास लगभग 1:30 बजे टहल रही थी। तभी मोटरसाइकिल पर सवार तीन आरोपियों ने उन्हें रोक लिया और उसके दोस्त को भेज दिया। पीड़िता को जबरन एक सुनसान इलाके में ले गए, जहां उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया, धमकियां दी गईं और उसका फोन जब्त कर लिया गया।

अपराध के बाद पुलिस ने गहन जांच शुरू की, और बीएचयू आईआईटी परिसर में 170 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की समीक्षा की। लगभग दो महीने बाद क्राइम ब्रांच और लंका थाने की पुलिस के संयुक्त प्रयास से आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। यह गिरफ़्तारी मामले में एक महत्वपूर्ण सफलता है, जिससे पीड़ित को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।

बाद में सामूहिक दुष्कर्म की धारा जोड़ी गई

 

गौरतलब है कि आइआइटी बीएचयू की छात्रा के बयान के बाद पुलिस ने मामले में सामूहिक दुष्कर्म की धारा जोड़ी थी, शुरुआत में छेड़खानी की बात सामने आई थी। घटना के आठवें दिन पीड़ित छात्रा का बयान दर्ज किया गया था जिसके आधार पर 376 डी की नई धारा जोड़ी गई थी। इसके बाद बीएचयू और आइआइटी कैंपस में इस घटना के विरोध में बड़ा आंदोलन भी हुआ था। छात्र इस घटना के विरोध में काफी समय तक सड़कों पर थे। इतना ही नहीं, आईआईटी बीएचयू का पूरा कामकाज ठप था। कई दिनों तक छात्र-छात्राओं का गुस्सा सड़कों पर देखने को मिला था।

राजनैतिक दल से जुड़ाव पर जांच जारी

 

जानकारी के मुताबिक, शनिवार रात वाराणसी पुलिस ने आईआईटी बीएचयू में छात्रा से गैंगरेप और अश्लील वीडियो बनाने के मामले में कुणाल पांडेय, सक्षम पटेल और अभिषेक चौहान को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही उन्होंने घटना के दौरान इस्तेमाल बुलेट भी बरामद कर ली है। यह तीनों आरोपी कथित तौर पर एक राष्ट्रीय पार्टी के आईटी सेल से जुड़े हुए है। एसीपी अतुल रंजन त्रिपाठी ने बताया कि मामले में जांच अभी जारी है कि इन तीनो के संबंध किसी राजनैतिक दल से जुड़े है या नहीं। यह कुछ समय में यह साफ हो जाएगा।

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