कैथल में आदित्य और रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा सरकार को संविधान विरोधी बताया, कहा- युवाओं को नहीं मिल रही पक्की नौकरी

नरेन्द्र सहारण , कैथल : Kaithal News: कैथल के कांग्रेस विधायक आदित्य सुरजेवाला और सांसद रणदीप सुरजेवाला ने गांव कुतुबपुर, दीवाल, भानपुरा और फ्रांसवाला में जनसभाएं की। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर संविधान के मूल सिद्धांतों को नजरअंदाज करने और जनता के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया। संविधान दिवस के मौके पर आयोजित इन सभाओं में कांग्रेस नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों पर जमकर सवाल उठाए।
संविधान दिवस पर सरकार को घेरा
आदित्य सुरजेवाला ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह समाज में समानता और न्याय की स्थापना का साधन है। उन्होंने कहा, “हम भारत के लोग…” की संकल्पना पर आधारित संविधान को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसे महान नेताओं ने तैयार किया था। लेकिन आज यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या वर्तमान सरकार ने संविधान के मूल्यों और आदर्शों को सत्ता और स्वार्थ पूर्ति का साधन बना दिया है?
बीसी ए और बीसी बी वर्ग के साथ भेदभाव का आरोप
सुरजेवाला ने कहा कि राज्य सरकार पिछड़े वर्गों (बीसी-ए और बीसी-बी) के साथ अन्याय कर रही है। नगर निगम, नगर पालिकाओं, नगर परिषद और पंचायतों में बीसी वर्ग को उनकी पूरी जनसंख्या के आधार पर 27% आरक्षण नहीं दिया जा रहा। यह आरक्षण केवल कागजों पर सीमित रह गया है, और जमीनी स्तर पर इसे लागू नहीं किया जा रहा। उन्होंने इसे संविधान के सिद्धांतों का उल्लंघन बताया।
युवाओं को नौकरियों से वंचित रखने का आरोप
आदित्य सुरजेवाला ने युवाओं के रोजगार के मुद्दे पर भाजपा सरकार की नीतियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्थायी नौकरियां देने के बजाय उन्हें हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के माध्यम से 12 से 15 हजार रुपये की अस्थायी नौकरियों में फंसा दिया गया है। इस वेतन से उनका गुजारा मुश्किल है, क्योंकि उनका मासिक खर्चा ही 30 से 40 हजार रुपये तक पहुंच जाता है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन अस्थायी नौकरियों में आरक्षण के अधिकार समाप्त कर दिए गए हैं। एससी, बीसी, ईडब्ल्यूएस वर्ग के युवाओं के साथ-साथ पूर्व सैनिकों और खिलाड़ियों को भी इस अन्याय का सामना करना पड़ रहा है।
संविधान की मूल भावना के खिलाफ सरकार
रणदीप सुरजेवाला ने अपने भाषण में कहा कि भाजपा सरकार संविधान की भावना के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने लोकतंत्र को कमजोर करने का काम किया है और जनता के अधिकारों को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने संविधान दिवस को केवल औपचारिकता मानने के बजाय इसे सही मायनों में लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कांग्रेस का वादा: समानता और न्याय पर आधारित शासन
सुरजेवाला भाइयों ने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य संविधान में निहित समानता, न्याय और बंधुत्व के आदर्शों को फिर से स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सत्ता में आकर हर वर्ग को उसका अधिकार दिलाएगी और युवाओं को स्थायी रोजगार मुहैया कराएगी।
जनता का आह्वान
जनसभाओं में बड़ी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जनता को अपने अधिकारों के लिए लड़ना होगा और ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर करना होगा, जो संविधान का सम्मान नहीं करती।
कैथल में कांग्रेस नेताओं की यह जनसभा भाजपा सरकार पर तीखे हमलों और जनता के मुद्दों को उजागर करने का मंच बनी। संविधान दिवस के मौके पर संविधान की भावना को लागू करने और जनता के अधिकारों की रक्षा करने की उनकी अपील ने ग्रामीणों के बीच गहरा प्रभाव डाला। अब देखना यह है कि जनता इन मुद्दों पर किस तरह प्रतिक्रिया देती है।