Ind vs Nz: जानें कैसे गलत निर्णयों से भरे मैच में भारत का संघर्ष जारी, भारतीय टीम अब भी दूसरी पारी में 125 रन पीछे

नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज : बेंगलुरु में खेले जा रहे टेस्ट मैच में भारतीय टीम का संघर्ष जारी है। पहले दिन का खेल बारिश की वजह से धुलने के बाद, दूसरे दिन भारतीय टीम की पहली पारी मात्र 46 रनों पर सिमट गई, जो कि टेस्ट क्रिकेट में भारत का एक अनचाहा रिकॉर्ड बन गया। भारतीय बल्लेबाजों के इस निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद, तीसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत तो शानदार की लेकिन उस बढ़त को भुनाने में नाकाम रहे। न्यूजीलैंड की टीम ने तीसरे दिन भारत के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करते हुए 350 से अधिक रनों की बढ़त हासिल कर ली, जो भारतीय टीम के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है।

रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने दूसरे दिन के खेल के बाद यह स्वीकार किया कि उन्होंने पिच का सही आकलन नहीं किया था। हालांकि, पिच का आकलन भले ही गलत रहा हो, पर भारत की बल्लेबाजी की कमजोरी कहीं अधिक चिंता का विषय रही। साउथी, हेनरी और विलियम राउरकी की स्विंग गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाज न सिर्फ असहज दिखे, बल्कि शॉट चयन में भी गलतियां कीं।

तीसरे दिन भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत की और 53 रनों के भीतर न्यूजीलैंड के चार विकेट चटका दिए। न्यूजीलैंड की टीम 233 रन पर सात विकेट खो चुकी थी और भारतीय टीम वापसी की ओर अग्रसर दिख रही थी। लेकिन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के गेंदबाजी में किए गए कुछ गलत निर्णय और गेंदबाजी परिवर्तन में देरी की वजह से न्यूजीलैंड के निचले क्रम ने रवींद्र (134) और साउथी (65) के बीच 137 रनों की अहम साझेदारी कर दी। इस साझेदारी ने भारतीय उम्मीदों को झटका दे दिया।

गेंदबाजी में चूके रोहित

 

लंच से पहले रवींद्र और साउथी ने आक्रामक रवैया अपनाया, लेकिन रोहित ने गेंदबाजी में जडेजा और अश्विन को बनाए रखा, जिसके चलते रन तेजी से बनते चले गए। इन ओवरों में लगभग 15 रन प्रति ओवर की दर से रन आए, जिससे न्यूजीलैंड की बढ़त और मजबूत होती गई। लंच के बाद भी रोहित ने नई गेंद मिलने के बावजूद पुरानी गेंद से ही गेंदबाजी जारी रखी, जिससे विरोधी बल्लेबाजों पर कोई खास असर नहीं पड़ा। अंततः सिराज को नई गेंद दी गई, जिससे साउथी का विकेट गिरा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इसके बाद कुलदीप यादव ने रवींद्र को एलबीडब्ल्यू आउट किया, लेकिन इस फैसले को रिव्यू नहीं करने का फैसला भी भारतीय टीम के लिए महंगा साबित हुआ।

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भारतीय बल्लेबाजों ने किया संघर्ष

 

402 रनों पर न्यूजीलैंड की पारी समेटने के बाद भारत के सामने 356 रनों की बड़ी बढ़त का सामना था। हालांकि, भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने बिना दबाव के अपनी पारी की शुरुआत की। रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने संभलकर बल्लेबाजी की, लेकिन जल्द ही कीवियों को मौका मिल गया। 72 रनों के स्कोर पर जायसवाल अजाज पटेल की गेंद पर आगे बढ़कर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में आउट हो गए। इसके बाद रोहित भी अपनी अर्धशतकीय पारी को आगे नहीं बढ़ा पाए और एक दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से विकेट गंवा बैठे। उनकी डिफेंस की गई गेंद मिडिल स्टंप पर जा लगी, जिससे वह आउट हो गए।

इसके बाद विराट कोहली और युवा बल्लेबाज सरफराज खान ने मोर्चा संभाला और दोनों ने मिलकर 136 रनों की साझेदारी की। विराट कोहली ने अपनी सूझबूझ भरी बल्लेबाजी से टेस्ट क्रिकेट में 9000 रन पूरे कर लिए, वह सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले चौथे भारतीय बने। हालांकि, दिन के अंत में विराट कोहली अंतिम गेंद पर कैच आउट हो गए, जिससे भारत की मुश्किलें और बढ़ गईं।

मैच की मौजूदा स्थिति

तीसरे दिन के खेल की समाप्ति पर भारत की स्थिति चुनौतीपूर्ण है। अब भी टीम न्यूजीलैंड से 125 रन पीछे है और दो दिनों का खेल बाकी है। भारतीय टीम को टेस्ट मैच बचाने के लिए आगे के दोनों दिन अच्छी बल्लेबाजी करनी होगी, लेकिन कीवी टीम की मजबूत गेंदबाजी के सामने यह आसान नहीं होगा।

36 साल बाद हारने का खतरा

न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ भारतीय धरती पर अंतिम बार 1988 में टेस्ट मैच जीता था। इस बार कीवी टीम के पास 36 साल बाद भारत में टेस्ट जीतने का बेहतरीन मौका है। वहीं, भारत अगर इस टेस्ट को ड्रा कराने में सफल हो जाता है, तो वह 1922 के बाद पहली टीम होगी जो 50 रन से कम के स्कोर पर ऑलआउट होने के बाद टेस्ट को ड्रा करा सकेगी।

भारतीय टीम के लिए आने वाले दो दिन महत्वपूर्ण हैं। अगर भारतीय बल्लेबाज दबाव का सामना कर पाते हैं तो यह मैच ड्रॉ हो सकता है, लेकिन इस समय कीवी टीम मजबूत स्थिति में है और वह भारत को उसकी जमीन पर हराने के लिए पूरी तरह तैयार है।

 

भारत में टेस्ट में एक दिन में सर्वाधिक रन

रन, टीमें, स्थान, वर्ष

470, भारत vs श्रीलंका, ब्रेबार्न, 2009
453, भारत vs न्यूजीलैंड, बेंगलुरु, 2024
437, भारत vs बांग्लादेश, कानपुर, 2024
418, भारत vs आस्ट्रेलिया, मोहाली, 2013
417, भारत vs श्रीलंका, कानपुर, 2009

टेस्ट में एक वर्ष में सर्वाधिक छक्के

 

कुल, टीम, वर्ष
102*, भारत, 2024
89, इंग्लैंड, 2022
87, भारत, 2021
81, न्यूजीलैंड, 2014
71, न्यूजीलैंड, 2013

भारत के लिए टेस्ट में 9000+ रन

 

खिलाड़ी, रन
सचिन तेंदुलकर, 15921
राहुल द्रविड़, 13265
सुनील गावस्कर, 10122
विराट कोहली, 9017

 

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