अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव: श्रीलंका में गूंजे गीता के श्लोक, बच्चों ने रंगोली में उकेरा पवित्र ग्रंथ गीता का संदेश
नरेन्द्र सहारण, कुरुक्षेत्र: श्रीलंका के कालंबो में शुक्रवार को मंत्रोच्चारण और परंपरा अनुसार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इस महोत्सव के पहले दिन ही हजारों बच्चों ने फैंसी ड्रेस, रंगोली, गीता श्लोकोच्चारण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसी प्रतियोगिताओं में शिरकत करके महोत्सव के प्रति अपने उत्साह और जोश दर्शाया। इस महोत्सव के आयोजन में प्रदेश सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
कोलंबो में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव शुरू
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हो चुका है। इस महोत्सव के पहले दिन फैंसी ड्रेस, रंगोली, गीता श्लोकोच्चारण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इन प्रतियोगिताओं में श्रीलंका के विभिन्न स्कूलों के लगभग 2 हजार विद्यार्थियों ने अपनी पारंपरिक रंग-बिरंगी वेशभूषा और स्कूली ड्रेस में भाग लिया। इन विद्यार्थियों ने अपनी रंगोली में पवित्र ग्रंथ गीता के संदेश को उकेरने का अनोखा प्रयास किया।
महोत्सव का जोश और उल्लास के साथ शुभारंभ
कुरुक्षेत्र 48 कोस तीर्थ निगरानी कमेटी के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा ने बताया कि श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 1 मार्च से 3 मार्च तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का जोश और उल्लास के साथ शुभारंभ हुआ। इस महोत्सव में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद के आशीर्वाद से पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आमजन मानस तक पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से शुरू किए गए महोत्सव ने एक बड़ा स्वरूप धारण कर लिया है। इस महोत्सव के माध्यम से देश-विदेश में भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2 मार्च को पवित्र ग्रंथ गीता की जरूरत विषय पर सेमीनार का आयोजन किया जाएगा। पवित्र ग्रंथ गीता की तकनीकी पहलुओं के विषय को लेकर सेमीनार का दूसरा सत्र चलेगा। सेमीनार में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज का संबोधन होगा।