गाजा सिटी में घुसी इजरायली सेना, भीषण हमले
यरुशलम, एजेंसी : गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी में मंगलवार को इजरायली से
ना घुस गई और अब वह शहर के हृदय स्थल में हमास के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। शहरवासियों के अनुसार शहर की सीमा पर इजरायल के टैंक तैनात हैं और वे गोलाबारी कर रहे हैं। इससे पहले शहर पर केवल हवाई हमले हो रहे थे।
गाजा पट्टी की सीमा पर मौजूद इजरायली सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख मेजर जनरल यारोन फिंकेलमैन ने कहा, हम पहली बार गाजा सिटी के मध्य जाकर लड़ रहे हैं। इजरायली सेना हर घंटे आतंकियों को मार रही है और उनके ठिकाने नष्ट कर रही है। हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
इजरायली सेना ने 4 घंटे का समय दिया
गाजा सिटी में प्रवेश करने से पहले इजरायली सेना ने आमजनों को वहां से निकलने के लिए चार घंटे का समय दिया था। वैसे गाजा सिटी में रह रहे लोगों की हालत खराब है और शहर का शिफा अस्पताल मरीजों से भरा हुआ है, इजरायली हमलों से बचने के लिए हजारों अन्य लोगों ने भी वहां पर शरण ले रखी है लेकिन थके-भूखे और चिंतित इन लोगों की आंखों से नींद गायब है। इन लोगों को हर समय इजरायली हमले का भय सताता है। अस्पताल में शरण लिए मारवान अब्दुल्ला कहते हैं कि हमें नींद नहीं आती, हर दिन स्थिति ज्यादा खराब होती जा रही है। पता नहीं कि जिं
दा रहेंगे या नहीं।
गाजा में हर मिनट हो रहे कई विस्फोट
इजरायल के हमलों से गाजा की धरती लगातार दहल रही है। हर तरफ मलबा और बर्बादी साफ देखा जा सकता है। स्थानीय लोग दहशत में हैं और मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि इजरायल इतना बारूद बरसा रहा है कि हर मिनट कई विस्फोट हो रहे हैं। गाजा में हर तरफ धुंआ उठता हुआ दिख रहा है। ये विस्फोट इतने तेज हैं कि उनके विस्फोट को कई किमी दूर तक सुना जा सकता है। इजरायली सेना ने सीएनएन को बताया कि शुक्रवार की रात को उन्होंने अब तक की सबसे बड़ी बमबारी की है।
गाजा में मरने वालों की संख्या 10,328 हो गई
गाजा पट्टी के दक्षिणी भाग, जहां पर इजरायली सेना ने उत्तर से लोगों को यह कहते हुए भेजा था कि वे वहां सुरक्षित रहेंगे, वहां भी हमले जारी हैं। दक्षिण गाजा के खान यूनिस और राफा शहरों पर मंगलवार को हुए इजरायली हमलों में 23 लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं। गाजा में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 10,328 हो गई है। मरने वालों में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अंतर्गत कार्य करने वाले 160 स्वास्थ्यकर्मी भी हैं। वेस्ट बैंक में सात अक्टूबर के बाद से 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। जबकि इजरायल की लेबनान से लगने वाली सीमा पर सेना और हिजबुल्ला लड़ाकों के बीच लड़ाई जारी है। वहां पर हिजबुल्ला के 60 लड़ाके और इजरायल के करीब एक दर्जन सैनिक मारे जा चुके हैं। जबकि गाजा में करीब दो हफ्ते से जारी जमीनी लड़ाई में इजरायल के 30 सैनिक मारे जा चुके हैं।
बिना एनेस्थीसिया के बच्चों की ब्रेन सर्जरी
गाजा में इजरायली हमलों से स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि अस्पतालों में बच्चों के मस्तिष्क और हृदय के आपरेशन एनेस्थीसिया दिए बगैर करने पड़ रहे हैं। उनके घावों को धोने के लिए साफ पानी नहीं है। इतना ही नहीं, कई अस्पतालों में यह कार्य सूर्य की रोशनी में करना पड़ रहा है क्योंकि वहां पर बिजली नहीं है। इस स्थिति में वेंटिलेटर वाले मरीजों की सांसों को बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती बन गया है।
ईंधन की किल्लत से बन रही विकराल स्थिति
गाजा में कार्यरत संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने कहा है कि एक महीने से डीजल-पेट्रोल की आपूर्ति न होने से पट्टी की सेवाएं ठप होने के कगार पर हैं। गाजा पहुंचे राहत सामग्री के 569 ट्रकों से एक भी बूंद ईंधन नहीं आया है। गाजा के गृह मंत्री ने कहा है कि ईंधन की किल्लत की वजह से क्षेत्र की बेकरी काम नहीं कर रही हैं, इसके चलते क्षेत्र में विकराल संकट की स्थितियां बन रही हैं।