अयोध्या के बस अड्डे पर कैथल की समिति दो माह तक लगाएगी भंडारा
नरेंद्र सहारण, कैथल। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में 22 जनवरी से शुरू होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में श्रद्धालुओं के लिए भंडारा लगाने की जिम्मेदारी कैथल की गुरु गोरखनाथ श्रीराम जन्मभूमि भंडारा समिति ने ली है। यह भंडारा 20 जनवरी से शुरू हो जाएगा। पहले इसकी अवधि 40 दिन की थी। लेकिन दिल्ली में समिति के सदस्यों की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बैठक के बाद उनके आग्रह पर समिति ने इसे 60 दिन कर दिया है। जिले की समाजसेवी संस्थाओं के साथ-साथ कई वर्ग इस भंडारे में सहयोग के लिए खुद आगे आ रहे हैं।
भंडारे के लिए राइस मिलर्स देंगे 1200 क्विंटल चावल
हरियाणा राइस मिलर्स एंड डीलर्स एसोसिएशन के प्रधान अमरजीत छाबड़ा ने बताया कि अयोध्या में लगने वाले भंडारे को लेकर लाग उत्साहित हैं। शहर व गांव से भंडारा सामग्री एकत्रित की जा रही है। राइस मिलर्स भी इसमें अपना योगदान देंगे। भंडारे के लिए 1200 क्विंटल चावल एकत्रित किया जाएगा।
जेपी नड्डा के साथ बैठक में हुआ फैसला
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भंडारा लगा रहीं संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और भंडारे के आयोजन के बारे में आवश्यक जानकारी हासिल की। कैथल में शहीद स्मारक के सामने हनुमान मंदिर में बने भंडारा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भंडारा आयोजन समिति के अध्यक्ष रामजी सैनी ने बैठक की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा भगवान श्रीराम के मंदिर में विराजमान होने के उपलक्ष्य में पहले एक माह के भंडारे की योजना थी। जिसे अयोध्या में भंडारा आयोजन समिति के अध्यक्ष पंकज राजेंद्र सिंह के आग्रह पर 40 दिन कर दिया था। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट ने अयोध्या में बस अड्डे पर भंडारे के आयोजन की अनुमति संस्था को दी है।
पार्षद देंगे एक माह का वेतन, एक सप्ताह सेवा करेंगे
अयोध्या में 22 जनवरी से लगने वाले भंडारे में शहर के पार्षद भी अपना योगदान देंगे। जहां एक सप्ताह तक सेवा की जाएगी, वहीं भंडारा सामग्री के लिए एक माह का वेतन भी दान के रूप में देने की घोषणा की है। समिति के प्रधान रामजी ने बताया कि पार्षदों ने इसमें सहयोग करते हुए एक-एक माह का वेतन देने की बात कही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने वालों में रामजी सैनी, शशि सैनी, कस्तूरी लाल शर्मा, अनिल गुलाटी, शमशेर सैनी, मोहन नायक शामिल थे।