Kaithal News: बंदराणा के युवक की बेलारूस में गई जान, एजेंट पर हत्या का आरोप

मृतक विशाल की फाइल और कैथल के एसपी से मिलने पहुंचे ग्रामीण।
नरेन्द्र सहारण, ढांड/कैथल। Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले के बंदराणा गांव से विदेश में पैसा कमाने गए 18 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही पूरे परिवार में मातम छा गया है। जानकारी मिलने पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्होंने औंगद निवासी ट्रैवेल एजेंट पर हत्या का आरोप लगाया है। घटना की सूचना से पूरा गांव सदमे में है। परिजनों ने जर्मनी भेजने वाले एजेंट पर हत्या करवाने का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी और मामले में कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि मामले की जांच करवाई जाएगी।
जर्मनी भेजने के लिए साढ़े सात लाख में सौदा
परिजनों और ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, 18 वर्षीय विशाल 5 दिसंबर 2023 को आर्मेनिया गया था। वहां वह काम पर लग गया और पैसे कमाने लगा था। इसी दौरान औंगद जिला करनाल निवासी एजेंट, जो इस समय इटली में है, उससे जर्मनी भेजने के लिए साढ़े सात लाख में सौदा तय किया गया और यह राशि परिजनों को औंगद में सौंप दी। इसके बाद एजेंट ने विशाल को आर्मेनिया से जर्मन जाने के लिए बुलाया और बेलारूस में रख लिया। वहां विशाल की परिजनों से छह अगस्त को बात हुई। उसने टांग में चोट लगने की बात बताई।
सात अगस्त को बेटे से आखिरी बार बात
परिजनों के मुताबिक, सात अगस्त को फिर परिजनों ने विशाल से बात की। चोट ज्यादा लगने की जानकारी मिलने पर कहा कि वह वापस घर आ जाए लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि सात अगस्त को उनकी अपने बेटे से यह आखिरी बात हो रही है। इसके बाद से परिजनों की विशाल से कोई संपर्क नही हो सका। उनकी चिंता बढ़ती जा रही थी।
पुलिस ने दी मौत की जानकारी
परिजनों का कहना है कि 22 अगस्त को पुलिस उनके घर आई और उसके पासपोर्ट व आधार कार्ड दिखाते हुए पहचान करवाने के बाद कहा कि आपके बेटे विशाल की विदेश में मौत हो चुकी है। यह बात सुनते ही परिजन सदमे में आ गए। घर पर सांत्वना देने के लिए ग्रामीणों का तांता लगा हुआ है। परिजनों की प्रशासन से मांग है कि उनके बेटे का शव भारत लाने में उनकी मदद की जाए।
एजेंट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग
परिजनों का आरोप है कि उनके बेटे विशाल को औंगद निवासी एजेंट ने मारा है। मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। विदेश में बेटे को इसलिए भेजा था कि वहां जाकर पैसे कमाएगा। इससे परिवार की गरीबी दूर होगी। पैसे भी गए और अब बेटा भी नहीं रहा। मृतक विशाल के माता-पिता मजदूरी का काम करते है। विशाल से छोटा भाई छठी कक्षा में पढ़ता है। मामले में ग्रामीणों ने शनिवार को पुलिस अधीक्षक कैथल राजेश कालिया से मुलाकात की तथा आरोपी एजेंट के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।