Kaithal News: इनेलो सरकार में मंत्री पूर्व विधायक सुरेंद्र मदान कांग्रेस में हुए शामिल

नरेन्द्र सहारण, कैथल: Kaithal News: पूर्व विधायक और इनेलो सरकार के मंत्री सुरेंद्र मदान ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। यह समारोह एक निजी होटल में आयोजित किया गया, जहां उन्होंने राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला के नेतृत्व में कांग्रेस का हाथ थामा। सुरजेवाला ने उन्हें पार्टी का पटका पहनाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर मदान ने कहा कि उन्होंने इलाके के विकास और तरक्की को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस को चुना है। रणदीप सुरजेवाला ने इसे कैथल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण दिन बताया, जिसमें एक ऐसे नेता का कांग्रेस में शामिल होना है, जिन्होंने हरियाणा की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मदान की तारीफ
सुरजेवाला ने मदान की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान जातिगत विभाजन को समाप्त करने और समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया। मदान ने कहा कि उन्होंने कैथल के विकास के लिए कई कार्य किए और जब सुरजेवाला परिवार ने कांग्रेस की कमान संभाली, तब विकास कार्यों की झड़ी लग गई।
भाजपा की विदाई में लोगों की भलाई
सुरजेवाला ने कहा कि सुरेंद्र मदान के आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी और कैथल में कांग्रेस पार्टी की बड़ी जीत होगी। केंद्र में भाजपा की सरकार के 100 दिन पूरे होने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि लोग इंतजार कर रहे हैं जितनी जल्दी भाजपा की विदाई में ही लोगों की भलाई है। केंद्र की भाजपा सरकार ऐसी सरकार है जिसके पास जनमत नहीं है।
आज कांग्रेस पार्टी और कैथल के लिए विशेष दिन है।
पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र मदान जी जिनका कैथल सहित पूरे हरियाणा में तरक्की,प्रगति और महत्त्वपूर्ण योगदान है,उन्होंने आज कांग्रेस पार्टी में अपनी आस्था व्यक्त की।
श्री सुरेन्द्र मदान जी और उनके तमाम साथीयों का स्वागत, अभिनन्दन एवम… pic.twitter.com/6JcQ4kfAAa
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 18, 2024
मदान का राजनीतिक सफर
पूर्व मंत्री सुरेंद्र मदान का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है। वह 1987 में लोकदल और 1991 में कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा में पहुंचे। 2005 में टिकट न मिलने के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) में शामिल हो गए। 2009 के विधानसभा चुनाव में हजकां की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन प्रचार के अभाव में इनेलो के कैलाश भगत को समर्थन दिया।
पिछले चुनाव में थे भाजपा के साथ
2014 में इनेलो का हिस्सा रहे और 2019 में भाजपा के साथ रहे, लेकिन अब उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। मदान का मानना है कि भाजपा के 10 साल के शासन में कैथल की स्थिति दयनीय हो गई है, और अब समय है कि क्षेत्र के विकास के लिए कांग्रेस का सहयोग किया जाए।