अमेरिका से लौटते ही कैथल पुलिस ने दबोचा युवक: लड़ाई-झगड़े के केस में भगोड़ा था

नरेन्द्र सहारण, कैथल। हरियाणा के कैथल जिला में एक युवक को अमेरिका से डिपोर्ट होकर लौटने के बाद गिरफ्तार किया गया है। युवक की पहचान बेलजंपर खेड़ी गुलाम अली के रहने वाले रोहित के रूप में हुई है। रोहित को सीवन पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिस पर वर्ष 2021 में लड़ाई झगड़ा के आरोप में केस दर्ज किया गया था।
आरोपी रोहित कोर्ट में पेश नहीं होकर अमेरिका भाग गया था। रोहित भी डंकी रूट से अमेरिका पहुंचा था। अब यूएस से डिपोर्ट होने के बाद रोहित को थाना सीवन प्रभारी एसआई कुलदीप सिंह की अगुवाई में एचसी प्रदीप की टीम ने गिरफ्तार किया है।
इस मामले में थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि आरोपी रोहित पर छह जून 2021 को अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जमीनी विवाद में अन्य व्यक्तियों पर हमला किया था। इस बारे थाना सीवन में मामला दर्ज है। उक्त मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे कोर्ट से जमानत मिल गई थी। वहीं यह मामला कोर्ट में चल रहा था, लेकिन जमानत मिलने के बाद आरोपी रोहित कोर्ट में पेश नहीं हुआ। इसके बाद न्यायालय ने उसे 4 मई 2024 को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
जानकारी के अनुसार रोहित अक्टूबर 2022 में इंग्लैंड चला गया था। दो साल से ज्यादा समय तक वह इंग्लैंड में रहा। वहां से जनवरी 2025 में अमेरिका चला गया। अमेरिका पहुंचते ही वहां उसे पुलिस ने पकड़ लिया और अमेरिका से डिपोर्ट कर वापस भारत भेज दिया है। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
रोहित की गिरफ्तारी के बाद से वहां के लोगों में काफी खुशी है। लोगों का मानना है कि यह एक अच्छा कदम है, जिससे ऐसे अपराधी पर कार्रवाई हो सकेगी जो भाग जाने की कोशिश करते हैं। इस मामले में पुलिस का कहना है कि वह आरोपी रोहित के मामले में गहराई से जांच करेगी और उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगी। पुलिस का कहना है कि वह ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी, जो कानून को तोड़ने की कोशिश करते हैं।
इस मामले में थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने कहा कि वह आरोपी रोहित की गिरफ्तारी के बाद कानून की व्यवस्था के लिए काम करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि हम ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, जो कानून को तोड़ने की कोशिश करते हैं।
इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि वह आरोपी रोहित के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगी और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि वह आरोपी रोहित के खिलाफ सजा के लिए आवश्यक कदम उठाएंगे।
इस मामले में संवेदनशीलता के साथ जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि वह आरोपी रोहित के खिलाफ जाँच करेगी और उसके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि वह ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, जो कानून को तोड़ने की कोशिश करते हैं।
विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए धोखाधड़ी
बेलजंपरो की धरपकड़ के लिए एसपी राजेश कालिया के निर्देशानुसार चलाई जा रही मुहिम अंतर्गत पीओ स्टाफ इंचार्ज एसआई ओमप्रकाश की अगुवाई में वर्ष 2018 दौरान विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए धोखाधड़ी मामले में बेल जंपर आरोपी पति पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि एसआई सतीश कुमार द्वारा आरोपी जिरकपुर मोहाली निवासी विक्रांत व उसकी पत्नी नमृता को मोहाली से गिरफ्तार किया गया।
दोनो आरोपियों पर वर्ष 2018 दौरान कैथल निवासी एक महिला व उसके पति को हाईयर एजुकेशन के लिए विदेश भेजने के नाम पर करीब 16 लाख रुपए धोखाधड़ी करने का आरोप है। जिस बारे थाना सिविल लाइन में मामला दर्ज है। उक्त मामले में दोनों आरोपी न्यायालय से जमानत लेने उपरांत न्यायालय में दोबारा हाजिर नहीं हुए थे और भूमिगत हो गए। न्यायालय ने आदेशों की अवहेलना करने के आरोप में आरोपी विक्रांत को 23 नवंबर 2021 को तथा आरोपी नमृता को 7 अक्टूबर 2022 को पीओ घोषित कर दिया था। पुलिस द्वारा नियमानुसार आगामी कार्रवाई का जा रही है।
कैथल में विदेश भेजने के नाम पर ठगी: भगोड़े दंपत्ति गिरफ्तार
कैथल पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने के एक बहुचर्चित मामले में वांछित चल रहे एक भगोड़े दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया है। इन आरोपियों पर 2018 में कैथल के एक परिवार को उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने का झांसा देकर लगभग 16 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप है। गिरफ्तारी मोहाली से हुई है, जहां ये दोनों आरोपी लंबे समय से भूमिगत थे।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जीरकपुर, मोहाली निवासी विक्रांत और उसकी पत्नी नमृता के रूप में हुई है। इन दोनों ने 2018 में कैथल निवासी एक महिला और उसके पति को विदेश में उच्च शिक्षा दिलाने का वादा किया था। इसके बदले में, उन्होंने पीड़ित परिवार से कई किश्तों में कुल 16 लाख रुपये ऐंठ लिए। आरोपियों ने पीड़ित परिवार को वीजा, आवास और अन्य सुविधाओं का वादा किया था, लेकिन बाद में वे अपने वादे से मुकर गए और संपर्क तोड़ दिया।
जब पीड़ितों को अपनी ठगी का एहसास हुआ, तो उन्होंने कैथल के सिविल लाइन थाने में आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच शुरू की और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित कीं। शुरुआती जांच के दौरान यह पता चला कि आरोपी जमानत पर रिहा होने के बाद कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे और फरार हो गए थे। इसके बाद कैथल की अदालत ने आरोपी विक्रांत को 23 नवंबर 2021 को और आरोपी नमृता को 7 अक्टूबर 2022 को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि आरोपी मोहाली में छिपे हुए हैं। इस सूचना के आधार पर, एसआई सतीश कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने मोहाली में छापेमारी की और विक्रांत और नमृता को धर दबोचा।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों को कैथल की अदालत में पेश किया, जहां उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है। जांच के दौरान, पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपियों ने इस तरह की धोखाधड़ी किसी और के साथ भी की है या नहीं। इसके अलावा, पुलिस ठगी की रकम की बरामदगी के लिए भी प्रयास कर रही है।
यह मामला उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो विदेश में उच्च शिक्षा या नौकरी पाने का सपना देखते हैं और धोखाधड़ी करने वाले एजेंटों के जाल में फंस जाते हैं। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी एजेंट के साथ सौदा करने से पहले, उसकी पृष्ठभूमि की अच्छी तरह से जांच कर लें। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि एजेंट वैध है और उसके पास सभी आवश्यक दस्तावेज और लाइसेंस हैं।
धोखाधड़ी से बचने के उपाय
जांच करें: किसी भी एजेंट को पैसे देने से पहले उसकी विश्वसनीयता की जांच करें। उसके बारे में जानकारी ऑनलाइन खोजें, रेफरेंस लें और पिछले ग्राहकों से बात करें।
दस्तावेजों की जांच: एजेंट द्वारा दिए गए सभी दस्तावेजों की जांच करें। सुनिश्चित करें कि वे वैध हैं और उनमें कोई त्रुटि नहीं है।
लिखित समझौता: एजेंट के साथ एक लिखित समझौता करें, जिसमें सभी शर्तें और वादे स्पष्ट रूप से लिखे हों।
पैसे का भुगतान: एजेंट को धीरे-धीरे पैसे दें, किश्तों में। एक साथ बड़ी रकम का भुगतान न करें।
कानूनी सलाह: यदि आपको कोई संदेह है, तो किसी वकील से सलाह लें।
सतर्क रहें: विदेश भेजने के नाम पर किए जाने वाले आकर्षक वादों से सावधान रहें। यदि कोई सौदा बहुत अच्छा लग रहा है, तो वह शायद सच नहीं है।
कैथल पुलिस की इस कार्रवाई से उन लोगों को राहत मिली है, जो इस ठगी का शिकार हुए थे। पुलिस का कहना है कि वह इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है और जनता को सतर्क रहने की सलाह देती है। यह मामला दिखाता है कि कैसे लालच और धोखेबाजी निर्दोष लोगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, विदेश जाने के इच्छुक लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने और धोखेबाजों से बचने की आवश्यकता है।
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