डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी बनीं कमला हैरिस, शिकागो कन्वेंशन में स्वीकार की पार्टी की औपचारिक उम्मीदवारी

कमला हैरिस डेमोक्रेटिक नेशनल कनवेंशन के आखिरी दिन भाषण देने पहुंचीं।

शिकागो, प्रेट्र: अमेरिका में आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया गुरुवार को पूरी हो गई। शिकागो में चार दिवसीय डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन (डीएनसी) के अंतिम दिन भारतवंशी कमला हैरिस ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी औपचारिक रूप से स्वीकार की। अब पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में उनका मुकाबला रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप से होगा। इस अवसर पर जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि अगर वह अमेरिका की कमांडर-इन-चीफ चुनी गईं तो यह सुनिश्चित करेंगी कि देश के पास दुनिया की सबसे मजबूत व सबसे घातक लड़ाकू बल हो। इसके साथ ही उन्होंने गाजा युद्ध, यूक्रेन संघर्ष समेत विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए।

कमला हैरिस डेमोक्रेटिक नेशनल कनवेंशन के आखिरी दिन भाषण देती हुईं।
हिलेरी क्लिंटन के बाद दूसरी महिला बनीं

 

कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी में राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी बनने वाली हिलेरी क्लिंटन के बाद दूसरी महिला बन गई हैं। हिलेरी चुनाव हार गई थीं, इस तरह कमला के पास इतिहास बनाने का मौका है। वह अगर चुनाव जीतती हैं तो अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति होंगी। नेशनल कन्वेंशन में गुरुवार को अपने संबोधन में कमला हैरिस ने आतंकवाद के विरुद्ध डटकर मुकाबला करने की बात कही। कहा, वह अगर चुनाव जीतती हैं तो ईरान और ईरान समर्थित आतंकियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेंगी। कहा, आतंकवाद के विरुद्ध इजरायल अपनी रक्षा करने में सक्षम हैं। इसके साथ ही उन्होंने गाजा में बंधकों की रिहाई व फलस्तीनियों को अमानवीय स्थिति से उबारने के लिए गाजा में शीघ्र युद्धविराम का समर्थन किया। कहा, राष्ट्रपति जो बाइडन इसके लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने यूक्रेन और नाटो सहयोगियों के साथ रहने का वादा किया। इसके साथ ही अमेरिकी जनता को आश्वस्त किया कि वह यह सुनिश्चित करेंगी कि 21वीं सदी में दुनिया का नेतृत्व करने की प्रतिस्पर्धा चीन न जीते बल्कि यह अमेरिका के ही पास रहे।

मां ने ही हमें सिखाया अन्याय के विरुद्ध लड़ना

इस अवसर पर अपने संबोधन में कमला हैरिस ने अपनी मां व उनकी शिक्षाओं को खासतौर पर याद किया। कमला ने कहा कि वह अपनी मां श्यामला गोपालन को हर दिन याद करती हैं। उन्होंने हमें सिखाया है कि अन्याय को लेकर कभी शिकायत मत करो, बल्कि इसे खत्म करने के लिए लड़ाई लड़ो। उन्होंने यह भी शिक्षा दी कि किसी को यह कहने का मौका मत दो कि तुम कौन हो, बल्कि उसे यह एहसास हो कि तुम कौन हो। मालूम हो कि उनकी मां भारत में पैदा हुई थीं, जो बाद में अमेरिका में बस गईं।

ट्रंप को बताया अगंभीर व्यक्ति

कमला ने कहा कि वह उत्तर कोरिया के किम जोंग जैसे अत्याचारियों व तानाशाहों से सहानुभूति नहीं रखेंगी, जो डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करते हैं। वे जानते हैं कि ऐसे लोगों को अपने हित के लिए इस्तेमाल करना आसान है, क्योंकि ट्रंप खुद अराजकता और तानाशाही में विश्वास करते हैं। कहा, मैं किसी गुट के लिए नहीं बल्कि अमेरिका के लोगों के लिए काम करूंगी। ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक अगंभीर व्यक्ति हैं। उन्होंने अमेरिका के लोगों को आगाह करते हुए कहा कि वह ट्रंप को दोबारा चुनने की गलती न करें।

‘हिंदूज फार कमला हैरिस’ ने लिया जिताने का संकल्प

इस बीच, कुछ हिंदुओं ने मिलकर ‘हिंदूज फार कमला हैरिस’ नामक ग्रुप बनाकर डेमोक्रेटिक प्रत्याशी का समर्थन करने का संकल्प लिया। कहा, राष्ट्रपति के रूप में कमला भारत, अमेरिका और दुनिया के लिए अच्छी नेता साबित होंगी। ग्रुप के लोगों ने कमला हैरिस के घर के पास उनके प्रति समर्थन जताते हुए हिंदुओं से वोट करने और चंदा देने की अपील की। इसके अलावा भारतीय-अमेरिकियों ने ‘कमला के साथ’ टैग लाइन के साथ ‘देसीप्रेसिडेंटडाटकाम’ नाम से एक नई वेबसाइट लांच की। वहीं, गुरुवार को नेशनल कन्वेंशन को संबोधित करने वाले इकलौते भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि चीन चाहता है कि कमला हैरिस नहीं डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीतें।

 

 

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