केजरीवाल नई दिल्ली, आतिशी कालकाजी से चुनाव लड़ेंगी: सभी 70 सीटों पर AAP उम्मीदवार घोषित; 26 विधायकों के टिकट काटे

नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) ने रविवार को अपनी चौथी और अंतिम सूची जारी कर दी, जिससे पार्टी ने टिकट कटने और बड़े पैमाने पर बदलाव की अटकलों पर विराम लगा दिया। इस सूची में बची हुई 38 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं। इसके साथ ही आप ने 21 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच कुल 70 उम्मीदवारों के नाम चार सूचियों में जारी कर दिए। पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अपनी पारंपरिक नई दिल्ली सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। मुख्यमंत्री आतिशी भी अपनी वर्तमान कालकाजी सीट से मैदान में रहेंगी।
प्रमुख चेहरों को मिला टिकट
आप की सूची में कई प्रमुख चेहरों को उनकी पुरानी सीटों से ही टिकट दिया गया है। इनमें गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन, मुकेश कुमार अहलावत और रघुवेंद्र शौकीन जैसे मंत्री शामिल हैं। इसके अतिरिक्त पार्टी ने सोमनाथ भारती, दुर्गेश पाठक और अमानातुल्ला खान जैसे नेताओं पर भरोसा जताया है।
हालांकि, मनीष सिसोदिया की सीट बदल दी गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री अब पटपड़गंज के बजाय जंगपुरा से चुनाव लड़ेंगे। इसी तरह, राखी बिडलान को मंगोलपुरी से मादीपुर और प्रवीण कुमार को जंगपुरा से जनकपुरी भेजा गया है।
बड़े बदलाव की अटकलों पर विराम
पिछले कुछ हफ्तों से यह चर्चा थी कि आम आदमी पार्टी कई मौजूदा विधायकों के टिकट काट सकती है, विशेषकर पश्चिमी और दक्षिणी दिल्ली की सीटों पर। कुछ सीटों पर नए चेहरों, जैसे मजबूत पार्षदों या उनके परिवार के सदस्यों, को मौका दिए जाने की संभावना थी। पार्टी ने आंतरिक बैठकों के बाद यह निर्णय लिया कि अधिकतर मौजूदा विधायकों पर ही दांव खेला जाएगा। अंतिम सूची में केवल कस्तूरबा नगर सीट से विधायक मदन लाल को टिकट नहीं दिया गया। उनकी जगह नया नाम रमेश पहलवान का है, जिन्होंने हाल ही में आप में वापसी की है। रमेश पहलवान और उनकी पार्षद पत्नी कुसुमलता ने भाजपा छोड़कर सात साल बाद फिर आप का दामन थामा है।
चुनाव की तैयारी
आप ने अन्य दलों से पहले अपने सभी प्रत्याशियों की घोषणा कर यह संदेश दिया है कि पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है। पार्टी ने 21 नवंबर को पहली सूची जारी की थी, जिसमें 11 उम्मीदवारों के नाम थे। इनमें से तीन मौजूदा विधायकों का टिकट काटा गया था। लिस्ट में ऐसे छह चेहरे थे जो भाजपा या कांग्रेस से आप में शामिल हुए थे। दूसरी सूची 9 दिसंबर को जारी की गई, जिसमें 20 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे। इसमें 17 विधायकों के टिकट काटे गए और तीन की सीटें बदली गईं। 13 दिसंबर को तीसरी सूची में नजफगढ़ से तरुण यादव का नाम घोषित किया गया। यादव ने पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत की जगह ली, जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं।
भाजपा और कांग्रेस पर निशाना
आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, “भाजपा के पास न मुख्यमंत्री का चेहरा है, न टीम है, न कोई योजना और न ही दिल्ली के लिए कोई विजन। उनका एकमात्र एजेंडा ‘केजरीवाल हटाओ’ है। जब उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने पांच साल में क्या किया, तो उनके पास कोई जवाब नहीं होता, सिवाय केजरीवाल को गालियां देने के।”
केजरीवाल ने दिल्ली में आप सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि पिछले दस वर्षों में उनकी पार्टी ने विकास के कई काम किए हैं। “हमारे पास पढ़े-लिखे और मेहनती नेताओं की एक मजबूत टीम है। दिल्ली वाले उन लोगों को वोट देंगे जो काम करते हैं, न कि उन्हें जो केवल गालियां देते हैं,” उन्होंने कहा।
कांग्रेस का मौन और भाजपा की रणनीति
दिल्ली में कांग्रेस लगभग निष्क्रिय नजर आ रही है। हालांकि, चर्चा है कि पार्टी कुछ प्रमुख चेहरों को उतार सकती है, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित शामिल हैं। वहीं, भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। अटकलें हैं कि पार्टी पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा और अन्य प्रमुख चेहरों को मैदान में उतार सकती है।
आप का आत्मविश्वास
आप के नेताओं का मानना है कि उनकी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और परिवहन के क्षेत्र में जो काम किए हैं, वे उन्हें जीत दिलाने के लिए पर्याप्त हैं। पार्टी ने घोषणा की है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में उसके पास हर सीट के लिए एक स्पष्ट रणनीति है।
राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आप की उम्मीदवारों की सूची से स्पष्ट है कि पार्टी ने पुराने चेहरों पर भरोसा बनाए रखा है, जबकि कुछ नए चेहरे भी पेश किए हैं। मनीष सिसोदिया की सीट बदलने का निर्णय पार्टी की रणनीतिक सोच को दर्शाता है। यह कदम विरोधियों के संभावित प्रचार को कमजोर कर सकता है।
दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव का कार्यकाल 23 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग इस तारीख से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी करेगा। आप ने समय से पहले सभी उम्मीदवार घोषित कर यह संकेत दिया है कि वह पूरी तरह तैयार है। अब देखना यह है कि भाजपा और कांग्रेस कब और कैसे अपनी रणनीति सामने लाते हैं।
पुराने विधायकों और नए चेहरों का संतुलन
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अपने सभी 70 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। पार्टी ने पुराने विधायकों और नए चेहरों का संतुलन बनाए रखते हुए टिकट बांटे हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आप एक बार फिर विकास और योजनाओं के दम पर चुनाव मैदान में है। भाजपा और कांग्रेस की रणनीति अभी सामने आनी बाकी है, लेकिन आप के आत्मविश्वास और तैयारियों ने पहले ही मुकाबले को रोचक बना दिया है।
कहां से किसे मिला टिकट
नई दिल्ली- अरविंद केजरीवाल
कालकाजी – आतिशी
बाबरपुर – गोपाल राय
बुराड़ी – संजीव झा
बादली – अजेश यादव
रिठाला – मोहिंदर गोयल
बवाना- जय भगवान
सुल्तानपुर माजरा- मुकेश कुमार अहलावत
नांगलोई जाट – रघुवेंद्र शौकीन
शालीमार बाग – बंदना कुमारी
शकूर बस्ती – सत्येंद्र जैन
त्रिनगर – प्रीति तोमर
वजीरपुर- राजेश गुप्ता
माडल टाउन- अखिलेश पति त्रिपाठी
सदर बाजार – सोम दत्त
मटिया महल – शोएब इकबाल
बल्लीमारन – इमरान हुसैन
करोल बाग – विशेष रवि
मोती नगर – शिव चरण गोयल
राजौरी गार्डन – धनवती चंदेला
हरि नगर- राज कुमारी ढिल्लों
तिलक नगर – जरनैल सिंह
विकासपुरी – महेंद्र यादव
उत्तम नगर – पोश बाल्यान उर्फ पूजा नरेश बाल्यान
द्वारका – विनय मिश्रा
दिल्ली कैंट – वीरेंद्र सिंह कादियान
राजेंद्र नगर – दुर्गेश पाठक
कस्तुरबा नगर – रमेश पहलवान
मालवीय नगर – सोमनाथ भारती
महरौली- नरेश यादव
अंबेडकर नगर – अजय दत्त
संगम विहार – दिनेश मोहनिया
ग्रेटर कैलाश – सौरभ भारद्वाज
तुगलकाबाद – सही राम
ओखला – अमानातुल्ला खान
कोंडली – कुलदीप कुमार
गोकुलपुर – सुरेंद्र कुमार
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