Kisan Andolan: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किसान संगठनों के आंदोलन के पीछे बताया किसका हाथ

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Kisan Andolan 2024: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली कूच को लेकर दिल्ली व पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकारों पर बड़ा हमला बोला है। मनोहर लाल ने कहा कि किसान संगठनों के दिल्ली कूच को लेकर राजनीतिक टिप्पणी करना उचित नहीं है, लेकिन हमें ऐसा प्रतीत होता है कि इन किसान संगठनों को दिल्ली व पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकारों का खुला समर्थन हासिल है। यदि ऐसा नहीं होता तो इन किसान संगठनों को पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार उन्हें दिल्ली कूच के लिए निकलने ही नहीं देती। मनोहर लाल ने कहा कि पिछले आंदोलन का अनुभव हमारे पास है। हम किसी सूरत में दिल्ली के लाल किले जैसा कांड नहीं होने दे सकते। किसान संगठनों को मिल बैठकर बातचीत करनी चाहिए। उन्हें कानून व्यवस्था को तोड़कर दिल्ली कूच की इजाजत नहीं दी जा सकती।
पंजाब की सीमा में बैरिकेडिंग नहीं की
चंडीगढ़ में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हमने पंजाब की सीमा में बैरिकेडिंग नहीं की। जितनी भी बैरिकेडिंग है, वह हरियाणा की सीमा में है। पंजाब के किसान संगठन एमएसपी व कर्जमाफी की जो मांग कर रहे हैं, वह हालांकि हरियाणा सरकार से जुड़ी नहीं है। इन मांगों का सीधा संबंध केंद्र सरकार से है, लेकिन पंजाब के किसान संगठनों को यह समझने की जरूरत है कि जब हरियाणा सरकार गेहूं व धान समेत 14 फसलों को एमएसपी पर खरीद सकती है तो पंजाब सरकार सिर्फ दो ही फसलों को क्यों खरीद पा रही है। पंजाब सरकार को सबसे पहले हरियाणा में लागू किसान हित की योजनाओं को अपने राज्य में लागू करना चाहिए।
किसानों के कूच करने के तरीके पर आपत्ति
मनोहर लाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि किसी भी मांग को पूरा कराने के लिए किसान संगठनों द्वारा आंदोलन करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। दिल्ली पहुंचने के बहुत से तरीके हैं। किसान संगठन बसों द्वारा, अपनी गाड़ियों से और रेलगाड़ी से भी दिल्ली जा सकते हैं, लेकिन ट्रैक्टरों के माध्यम से और वह भी एक-एक साल का राशन-पानी लेकर दिल्ली की तरफ बढ़ना उनके इरादों को संदिग्ध बनाता है। लाल ने कहा कि किसान संगठनों की मंशा और उद्देश्य को भी समझना होगा। पूरा देश पिछले साल हुए आंदोलन से प्रताड़ित हो चुका है। राज्य के औद्योगिक संगठन लगातार हमसे संपर्क कर कर रहे हैं कि यदि दिल्ली कूच हुआ तो उनके रोजगार ठप हो जाएंगे। हमें किसान संगठनों के आंदोलन पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कूच करने के तरीके पर आपत्ति है।
सीएम ने की गुरनाम सिंह चढूनी की तारीफ
सीएम मनोहर लाल ने भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी का तारीफ की है। उन्होंने बताया कि गुरनाम सिंह चढूनी की सोच है कि वे चुनाव लड़कर लोकसभा और विधानसभा जाएंगे। वहां पर किसानों की मांगों तथा समस्याओं को प्रभावशाली तरीके से उठाएंगे। यदि बाकी किसान नेताओं और संगठनों की भी यही सोच हो जाए तो यह बहुत ही सराहनीय है। मनोहर लाल ने कहा कि लोकतंत्र में किसी भी मुद्दे पर बातचीत करना सबसे उत्तम जरिया है। कभी बातचीत सफल होती है तो कभी नहीं होती। फिर लोकसभा और विधानसभा में मुद्दे उठते हैं। लेकिन किसी को कानून व्यवस्था की स्थिति को अपने हाथों में लेने की अनुमति नहीं दी सकती।
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