Match Fixing Scandal: क्रिकेट का काला अध्याय… जब दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हैंसी क्रोनिए ने चंद पैसों के लिए बेच दिया था देश; कोर्ट ने भी माना
नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज: जेंटलमैन गेम कहे जाने वाले क्रिकेट के खेल पर मैच फिक्सिंग का काला धब्बा लगाने वाले 24 साल पुराने मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने माना है कि वर्ष 2000 में भारत में दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच हुए मैच फिक्स्ड थे। दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन कप्तान हैंसी क्रोनिए ने अन्य आरोपितों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। क्रोनिए ने साजिश रचते हुए जालसाजी कर दर्शकों को फिक्स्ड मैचों के टिकट खरीदने और बीसीसीआइ को फिक्स्ड मैच का आयोजन करने के साथ ही उसके लिए गारंटी राशि का भुगतान करने के लिए प्रेरित किया था।
एडिशनल चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट नेहा प्रिया ने कहा कि मामले में लंदन के बुकी संजीव चावला, दिल्ली के बुकी राजेश कालरा व सुनील दारा और टी-सीरीज के मालिक किशन कुमार पर आपराधिक षड्यंत्र रचने व धोखाधड़ी के आरोप तय करने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं। अदालत ने आरोप तय करने के लिए मामले को 31 जुलाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
सभी आरोपी एक-दूसरे के संपर्क में थे
अदालत ने कहा कि काल डीटेल रिकार्डिंग से यह स्पष्ट होता है कि आरोपित मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी को लेकर लगातार एक-दूसरे के संपर्क में थे। चावला और क्रोनिए की काल डिटेल से पता चलता है कि उन दोनों ने दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच मैच के लिए टीम संरचना पर चर्चा की थी। इसमें टीम स्कोर, व्यक्तिगत स्कोर, दांव पर लगाई जाने वाली धनराशि, धन का एकत्रीकरण और मैच फिक्सिंग के दौरान धन के लेन-देन पर बातचीत हुई थी। अदालत ने कहा कि चारों आरोपितों की बातचीत के रिकार्ड, आचरण और आसपास की परिस्थितियां आरोपित हैंसी क्रोनिए के साथ उनकी मिलीभगत को दिखाती हैं। आरोपित आर्थिक लाभ के लिए क्रिकेट मैचों को फिक्स करने के मुख्य उद्देश्य में सह-प्रतिभागी थे। अदालत ने कहा कि रिकार्ड में उपलब्ध सामग्री से स्पष्ट है कि आरोपित 19 फरवरी, 2000 से 19 मार्च, 2000 के बीच दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच आयोजित टेस्ट व एकदिवसीय क्रिकेट मैचों के दौरान दर्शकों और बीसीसीआइ से धोखाधड़ी व आपराधिक षड्यंत्र में शामिल थे।
संजीव चावला था मास्टरमाइंड
संजीव चावला का नाम मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आया है। उसने मामले में सबसे सक्रिय भूमिका निभाई और क्रोनिए व अन्य आरोपितों के बीच महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम किया। चावला ने मैचों के परिणाम में हेरफेर करने, अन्य टीम के खिलाड़ियों को शामिल करने, क्रोनिए और अन्य खिलाड़ियों के लिए भुगतान तय करने और लगातार फोन व व्यक्तिगत बैठकों के जरिये क्रोनिए से संपर्क बनाए रखा। चावला क्रोनिए के साथ एक ही होटल में रुककर उसके साथ घूमता था। यहां तक कि जब वह देश से बाहर था, तब भी वह फोन पर लगातार संपर्क में रहता था। क्रोनिए के साथ तय किए गए सौदे को आगे अन्य आरोपितों के साथ साझा किया जाता था, जो फिर आपस में इसपर चर्चा करते थे और उसके अनुसार दांव लगाते थे।
राजेश कालरा ने क्रोनिए को दिया था सिमकार्ड
राजेश कालरा पर लगातार टेलीफोन पर बातचीत के अलावा, 14 मार्च, 2000 को नई दिल्ली स्थित होटल ताज पैलेस में संजीव चावला के साथ क्रोनिए से मिलने का आरोप है। काल डिटेल्स से भी इसकी पुष्टि होती है। उसपर यह भी आरोप है कि उसने अपने नाम से एक मोबाइल सिम खरीदा था और उसे संजीव चावला के जरिये क्रोनिए को सौंपा था। किंग्स कमीशन की रिपोर्ट भी इसकी पुष्टि करती है।
सुनील दारा उर्फ बिट्टू ने चावला से की थी बात
सुनील दारा के आठ व नौ मार्च 2000 के काल ट्रांसक्रिप्शन के अनुसार, उसने संजीव चावला से सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग के बारे में बात की थी। इसमें क्रोनिए को कितना पैसा दिया जाना चाहिए और वो लोग स्वयं क्या कमाएंगे, इस बारे में भी बात की थी। उसने संजीव चावला से यह भी पूछा कि क्या उसने पहले ही क्रोनिए से बात की है।
किशन कुमार ने चावला के लिए बुक किया था होटल ताज में कमरा
किशन कुमार 20 मार्च, 2000 को संजीव चावला के साथ मुंबई स्थित होटल ताज गए थे और अपने क्रेडिट कार्ड से चावला के लिए एक कमरा बुक किया था, जिसमें संजीव चावला और क्रोनिए ने मैच फिक्स करने की साजिश रची थी। होटल के कर्मचारियों के बयान इसकी पुष्टि करते हैं। उसके मोबाइल फोन का इस्तेमाल करके संजीव चावला ने मैच फिक्सिंग से संबंधित षड्यंत्र के लिए क्रोनिए से कई बार बातचीत की थी।
गिब्स और विलियम्स को की गई थी 15 हजार अमेरिकी डालर की पेशकश
सात अप्रैल, 2000 को दिल्ली पुलिस ने षड्यंत्र का पर्दाफाश करते हुए दावा किया था कि दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन कप्तान हैंसी क्रोनिए ने मार्च 2000 में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए एक वनडे मैच की फिक्सिंग की थी। दिल्ली पुलिस के इस पर्दाफाश ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को हिलाकर रख दिया था। मैच फिक्सिंग की बात कुबूल करने के बाद क्रोनिए पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था।
क्रोनिए की एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई
बाद में दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी हर्शेल गिब्स ने रहस्योद्घाटन किया था कि 19 मार्च, 2000 को नागपुर में भारत के खिलाफ सीरीज के पांचवें एकदिवसीय मैच में 20 से कम रन बनाने के लिए क्रोनिए ने उन्हें 15 हजार डालर की पेशकश की थी। गिब्स ने ये भी बताया था कि 50 से अधिक रन देने के लिए गेंदबाज हेनरी विलियम्स को भी 15 हजार डालर देने की बात कही गई थी। गिब्स ने इस मैच में 74 रन बनाए थे और कंधे में चोट लग जाने के कारण विलियम्स अपना दूसरा ओवर भी पूरा नहीं कर पाया था। उसने 11 गेंदों पर 11 रन देकर एक विकेट लिया था, इसमें से छह रन वाइड बाल से गए थे। यह मैच दक्षिण अफ्रीका ने भारत से 10 रनों से जीता था। वर्ष 2002 में क्रोनिए की एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।
आजीवन बैन लगा
गुनाह कबूलने के बाद क्रोनिए पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था। उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में 68 टेस्ट और 188 वनडे खेले। उन्होंने 53 मैचों में अपनी टीम की कप्तानी संभाली थी।
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