मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी और नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाया, बताई ये वजह

मायावती भतीजे आकाश आनंद के साथ

बसपा सुप्रीम मायावती भतीजे आकाश आनंद के साथ (फाइल फोटो)

लखनऊ, बीएनएम न्यूजः बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद से सभी जिम्मेदारियां छीन ली हैं। बसपा प्रमुख ने मंगलवार रात करीब 10 बजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी और नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिया।

मायावती ने मंगलवार देर रात उन्हें दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग कर दिया। इसकी वजह उनका अपरिपक्व होना बतायी गयी है। बता दें कि आकाश आनंद ने सीतापुर में जनसभा के दौरान भाजपा नेताओं की तुलना आतंकवादियों से की थी। साथ ही, उन्हें जूतों से मारने की बात कही थी।

 आकाश आनंद की रैलियों पर मायावती ने लगाई थी रोक

आकाश आनंद के इस भड़काऊ भाषण के बाद उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिसमें पार्टी के तीन प्रत्याशियों को भी नामजद किया गया था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए आकाश आनंद की रैलियों के आयोजन पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद वह दिल्ली में पार्टी समर्थकों, छात्रों, शिक्षकों आदि से संपर्क साधते रहे और विपक्षी नेताओं को लगातार निशाने पर लेते रहे।

मायावती ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी

बसपा सुप्रीमो ने मंगलवार को एक्स पर बयान जारी करके उनको नेशनल कोआर्डिटनेटर के पद और अपने उत्तराधिकारी की जिम्मेदारी से हटाने का ऐलान किया। हालांकि उन्होंने आकाश आंनद के पिता और अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी व मूवमेंट के हित में पहले की तरह अपनी जिम्मेदारी निभाते रहने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि बसपा का नेतृत्व पार्टी व मूवमेंट के हित में एवं डॉ. आंबेडकर के कारवां को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे हटने वाला नहीं है।

आकाश आनंद को हटाए जाने के पीछे की तीन वजह

आकाश आनंद को पद से हटाए जाने की तीन वजह बताई जा रही है।

  • बसपा ने आकाश आनंद को सोशल मीडिया के साथ यूथ पॉलिटिक्स पर फोकस करने के लिए आगे बढ़ाया था। लेकिन वह लगातार भाजपा और सरकार पर टारगेट कर रहे थे।
  • पार्टी के लिए काम न करने की बजाय वह सरकार को घेरने पर फोकस करने लगे।
  • आकाश पार्टी के लिए काम न करने की बजाय विवादित बयानबाजी करने लगे। जैसा आजमगढ़, सीतापुर में उन्होंने बयान दिया। इसीलिए उनका चुनाव प्रचार भी पार्टी ने रद्द कर दिया गया था।

5 महीने पहले घोषित किया था उत्तराधिकारी

10 दिसंबर 2023 को बसपा ने यूपी-उत्तराखंड के नेताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक में मायावती ने अपने सबसे छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किया था। पार्टी की विरासत और राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए अपने भतीजे पर विश्वास जताया। डेढ़ घंटे मीटिंग चली थी।

आकाश ने 2017 में राजनीति में की थी एंट्री

उत्तराधिकारी घोषित होने के 6 साल पहले यानी 2017 में आकाश आनंद सहारनपुर की जनसभा में मायावती के साथ दिखे थे। इसके बाद वह लगातार पार्टी में रहकर कार्य कर रहे थे। 2019 में उन्हें नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया। यह फैसला तब लिया गया जब सपा और बसपा का गठबंधन लोकसभा चुनाव के बाद टूटा। 2022 के हिमाचल विधानसभा चुनाव में पहली बार आकाश आनंद का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में आया था। आकाश ने लंदन से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) की पढ़ाई की है। आकाश की शादी बसपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉ. प्रज्ञा से हुई है। आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ की गिनती मायावती के भरोसेमंद नेताओं में होती है।

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