Nafe Singh Rathi Murder: जमीनी विवाद में हुई नफे सिंह राठी की हत्या, 12 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज

नरेन्द्र सहारण, बहादुरगढ़: इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। इस हत्याकांड में बीजेपी के बहादुरगढ़ से पूर्व विधायक समेत 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उधर, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ट्वीट करके राठी की हत्या पर गहरा व्यक्त किया है, कहा है कि अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे। पुलिस ने गाड़ी चालक एवं नफे सिंह राठी के भांजे राकेश उर्फ संजय की शिकायत पर केस दर्ज किया है। एफआईआर में बीजेपी के स्थानीय नेताओं के नाम भी शामिल है। नफे सिंह राठी की हत्या की मुख्य वजह जमीनी विवाद बताया जा रहा है। वहीं, नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी का कहना है कि हम पुलिस और प्रशासन से सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पिता 5 साल से सुरक्षा की गुहार लगा रहे थे।

आरोपियों की गिरफ्तारी के बिना नहीं नहीं करेंगे अंतिम संस्कार

जितेंद्र राठी ने बताया कि मेरे पिता की मृत्यु के बाद उनके शरीर को लगभग 3-3:30 बजे शवगृह में स्थानांतरित कर दिया गया और लगभग 4 बजे प्राथमिकी दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि मेरे पिता का जब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। तब तक एफआईआर में उल्लेखित नाम वाले आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और हमें सुरक्षा प्रदान नहीं की जाती। मुझे लगता है कि स्थानीय राजनेता इसमें शामिल हैं।

सामने आया सीसीटीवी

 

वहीं, राठी हत्याकांड से पहले का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है, जिसमें बदमाश सफेद रंग की कार में दिखाई दे रहे हैं। नफे सिंह राठी व उनके सहयोगी जयकिशन के शव नागरिक अस्पताल में पहुंचाए गए हैं। जहां पोस्टमार्टम होगा। थाना बहादुरगढ़ में गाड़ी चालक व नफे राठी के भांजे राकेश उर्फ संजय के बयान पर मामला दर्ज किया गया है। जिसमें कहा गया है कि पांच हमलावर थे। बदमाश ने इस दौरान 50 से अधिक राउंड फायरिंग की। वहीं, बदमाशों ने कुछ मीटर आगे जाकर गाड़ी मोड़ते वक्त भी गोलियां चलाईं। इसके बाद बदमाश असौदा के रास्ते सोपीपत की तरफ भागे थे। पुलिस लगातार सीसीटीवी खंगालने में जुटी है। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बदमाशों ने अत्याधुनिक हथियारों से गोलियां चलाईं। हमलावर नौजवान थे। उन्होंने चेहरा भी नहीं ढक रखा था।

एफआईआर में इनके नाम शामिल

 

पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में पूर्व विधायक नरेश कौशिक, नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी व मौजूदा चेयरपर्सन सरोज राठी के पति रमेश राठी, देवर कमल राठी, पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के पुत्र सतीश नंबरदार, पोते गौरव व राहुल और पांच अन्य के नाम शामिल हैं। वहीं नफे सिंह राठी के परिजनों का कहना है कि वो आरोपियों की गिरफ्तारी तक पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे। वहीं नफे सिंह राठी के समर्थकों ने रोड़ जामकर दिया। उनके समर्थक सामान्य अस्पताल के बाहर सड़क पर जाम लगा कर बैठे हुए है। समर्थक आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

पुलिस पर उठाए सवाल

 

पूर्व विधायक नफ़े सिंह राठी के भतीजे कपूर ने पुलिस पर सवाल है। उन्होंने कहा कि अब तक इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तार नहीं हुई है। भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक, पूर्व चेयरमैन कर्मबीर राठी पर एफआईआर दरेज हुई है। पूर्व मंत्री मांगेराम राठी के बेटे सतीश नंबरदार पर भी एफआईआर दर्ज है। लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया।

समर्थकों ने किया रोड जाम

 

इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी हत्याकांड के बाद समर्थकों ने रोड जाम कर दिया है। सैकड़ो की संख्या में समर्थक शहर में रोहतक दिल्ली रोड पर नागरिक अस्पताल के सामने पर बैठ गए हैं। नफे सिंह राठी के भतीजे कपूर राठी का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक वह सड़क से नहीं हटेंगे।

चालक को कहा, तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर बता देना

शिकायतकर्ता संजय का कहना कि हमलावर बोले कि तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर बता देना कि नरेश कौशिक, कर्मबीर राठी, सतीश राठी आदि के खिलाफ कभी भी अदालत गए तो सारे परिवार को जान से मार देंगे। नामजद आरोपियों के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। बहादुरगढ़ लाइनपार थाना में मुकदमा नंबर 37, 26 फरवरी 2024 को आइपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 120बी, 25-27- 54-59 आर्म्स एक्ट के किया मामला दर्ज किया गया है।

राठी की हत्या के पीछे बहुत बड़ी साजिश: रमेश दलाल

 

वर्ष 2000 के हरियाणा विधान सभा में नफे सिंह राठी को कड़ी टक्कर देने वाले उस समय कांग्रेस के प्रत्याशी रहे और किसान नेता रमेश दलाल ने आशंका जाहिर की कि नफे सिंह राठी की हत्या के पीछे कोई बड़ी सुनियोजित साजिश अवश्य है। जिस प्रकार घटना को अंजाम दिया गया और ट्रेंड शार्प शुटर्स को इस घृणित कांड में लगाया गया, उससे साफ जाहिर होता है कि हत्या के पीछे बहुत बड़ी राजनीतिक साजिश भी हो सकती है। चुनाव के नजदीक सरे आम जनता के बीच एक राजनीतिक नेता की हत्या बिना प्रभावशाली राजनीतिक नेताओ के संरक्षण के बिना संभव नहीं हो सकती।

रमेश दलाल ने कहा कि घटना के समय और स्थान से एक गहरी साजिश की बू आ रही है। दलाल के अनुसार हत्यारे इतने बेखौफ तभी हो सकते हैं जब उनके पीछे कोई बड़ी शक्तिशाली और प्रभावशाली मदद का भरोसा हो। रमेश दलाल ने कहा कि पुलिस हत्या के पीछे की साजिश को तुरंत बेनकाब करे क्योंकि राजनेतिक नेता की इस तरह सारे आम बेखौफ तरीके से की गई, हत्या से पूरे हरियाणा में असुरक्षा का डर फेल गया है। यदि हत्या के पीछे साजिश को जल्दी ही बेनकाब नहीं किया गया तो अपराधियों के हरियाणा प्रांत में हौसले बुलंद होंगे। दलाल ने कहा कि वे इस दुख की घड़ी में नफे सिंह राठी के परिवार के साथ खड़े है और निजी रूप से मेरे लिए आघात है क्योंकि मैंने अपने एक कॉलेज के साथी को खोया है।

डीएसपी ने कही ये बात

 

डीएसपी शमशेर सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस इसमें वैज्ञानिक और भौतिक तथ्यों के आधार पर जांच कर रही है। गिरफ्तारी के संदर्भ में बाद में बाद खुलासा किया जाएगा। एफआईआर दर्ज कर पांच टीमें जांच कर रही है।

 

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